प्रयागराजः गुरुवार को सूर्य ग्रहण लगने के बाद हजारों की संख्या में लोग आस्था की डुबकी लगाने संगम नगरी पहुंचे. पड़ रही कड़ाके की ठंड के बावजूद भी संगम नगरी में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. तीर्थ पुरोहितों के मुताबिक सूर्य ग्रहण के बाद स्नान का विशेष महत्व माना जाता है.
सूर्य ग्रहण के बाद श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
सूर्य ग्रहण के बाद पुण्य और लाभ की कामना से हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज के संगम सहित विभिन्न घाटों पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के बाद संगम स्नान करने से पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है.
गुरुवार को संगम पर माघ मेले और कुंभ मेला जैसा नजारा देखने को मिला. तापमान 10 डिग्री तक होने के बावजूद भी आस्था में कहीं से कोई कमी नहीं देखने को मिली.
संगम तट पर आए लोगों ने स्नान के बाद दान-पुण्य का भी कार्य किया. वहीं ग्रहण समाप्त होने के बाद वैदिक मंत्रोचार और आरती के बाद मंदिरों के कपाट दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ: सूर्यग्रहण के बाद श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
सूर्य ग्रहण के बाद सूतक काल
सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, जिसके चलते मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. साथ ही साथ इस दौरान लोग अन्न और जल भी ग्रहण नहीं करते और न ही देवी और देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श करते हैं. हालांकि बच्चों और वृद्धों के लिए यह निषेध नहीं है.