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जिले में बिना मान्यता वाले 324 स्कूल होंगे बंद, जानें और क्या होगी कार्रवाई

प्रयागराज में बेसिक शिक्षा विभाग की जांच में तीन सौ से अधिक ऐसे स्कूल मिले जो बिना मान्यता के चल रहे थे. बेसिक शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारियों ने जांच के बाद बीएसए को बिना मान्यता के चल रहे फर्जी स्कूलों की लिस्ट सौंपी है.

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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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Published : May 14, 2022, 9:15 PM IST

प्रयागराज: जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की जांच में तीन सौ से अधिक ऐसे स्कूल मिले जो बिना मान्यता के चल रहे थे. जिलेभर के खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में चल रहे ऐसे 324 स्कूलों को चिह्नित किया जो बिना मान्यता के चल रहे हैं. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई. डीएम की तरफ से इन सभी स्कूलों को बंद करवाने के लिए एसडीएम और सीओ को निर्देश दिया गया है. कई स्कूल बंद करवा दिए गए हैं. इसके साथ ही ऐसे सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश भी दिया जा चुका है. इसके बाद भी बिना मान्यता के वाले ये स्कूल खुले मिलेंगे तो पुलिस और प्रशासन की टीम स्कूलों का बंद करवाएगी.

प्रयागराज में बिना मान्यता के एक दो नहीं बल्कि तीन सौ चौबीस विद्यालय चल रहे हैं. बेसिक शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारियों ने जांच के बाद बीएसए को बिना मान्यता के चल रहे फर्जी स्कूलों की लिस्ट सौंपी. खंड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से मिली रिपोर्ट की जांच के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फर्जी स्कूलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है जिसके बाद अब इन स्कूलों को बंद करवाने के लिए पुलिस कार्रवाई करेगी.

इसे भी पढ़ेंः शाहजहांपुर में इस रिक्शे वाले की ईमानदारी के हो रहे चर्चे...ऐसे बना मिसाल

बीएसए के मुताबिक डीएम की तरफ से सभी इलाके के एसडीएम और सीओ को निर्देश दिया गया है. अब बिना मान्यता वाले ये स्कूल खुले मिलेंगे तो पुलिस जाकर इन फर्जी स्कूलों को बंद करवाएगी.

उठने लगे सवाल : प्रयागराज में बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से एक साथ 324 स्कूलों के बिना मान्यता के मिलने पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं. एक साथ तीन सौ से ज्यादा स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई हुई तो ये सवाल उठा कि बेसिक शिक्षा परिषद को इसकी भनक क्यों नहीं लगी. इसके जवाब में बीएसए ने कहा कि ऐसे स्कूलों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है.

अमान्य स्कूल बंद होने से प्राइमरी स्कूल में बढ़ेगी छात्रों की संख्या : बेसिक शिक्षा अधिकारी के अनुसार बंद कराए गए. इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों का नजदीकी प्राथमिक विद्यालय में एडमिशन करवाया जाएगा. बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा कि बंद होने वाले इन स्कूलों में पढ़ने वाले करीब दस हजार छात्रों का एडमिशन अब नजदीकी प्राइमरी स्कूलों में एडमिशन करवाया जाएगा जिससे प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ेगी. जिले को मिला हुआ लक्ष्य हासिल करना आसान होगा.

स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत प्रयागराज प्रदेश के टॉप 5 जिलों में शामिल हो गया है. हालांकि जिले को मिला हुआ लक्ष्य हासिल नहीं हुआ है लेकिन जिला लक्ष्य के नजदीक पहुंच गया है. इस बार प्रयागराज में पिछले साल के मुकाबले 30 हजार छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ी है. बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के मुताबिक पिछले वर्ष जिले के परिषदीय विद्यालयों में 4 लाख 46 हजार 184 नामांकन था. स्कूल चलो अभियान के बाद एक लाख 5 हजार 85 नामांकन नए हुए हैं जबकि जिले में एक लाख 57 हजार नए नामांकन का लक्ष्य रखा गया था. बीएसए के अनुसार शिक्षकों ने कड़ी मेहनत करते हुए घर-घर जाकर सर्वे करके इस लक्ष्य को पूरा किया है. बीएसए के मुताबिक हर विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारी ने उन्हें इस बात का प्रमाण पत्र भी दिया है कि जिले में कोई बच्चा स्कूल जाने से छूटा नहीं है.
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प्रयागराज: जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की जांच में तीन सौ से अधिक ऐसे स्कूल मिले जो बिना मान्यता के चल रहे थे. जिलेभर के खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में चल रहे ऐसे 324 स्कूलों को चिह्नित किया जो बिना मान्यता के चल रहे हैं. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई. डीएम की तरफ से इन सभी स्कूलों को बंद करवाने के लिए एसडीएम और सीओ को निर्देश दिया गया है. कई स्कूल बंद करवा दिए गए हैं. इसके साथ ही ऐसे सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश भी दिया जा चुका है. इसके बाद भी बिना मान्यता के वाले ये स्कूल खुले मिलेंगे तो पुलिस और प्रशासन की टीम स्कूलों का बंद करवाएगी.

प्रयागराज में बिना मान्यता के एक दो नहीं बल्कि तीन सौ चौबीस विद्यालय चल रहे हैं. बेसिक शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारियों ने जांच के बाद बीएसए को बिना मान्यता के चल रहे फर्जी स्कूलों की लिस्ट सौंपी. खंड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से मिली रिपोर्ट की जांच के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फर्जी स्कूलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है जिसके बाद अब इन स्कूलों को बंद करवाने के लिए पुलिस कार्रवाई करेगी.

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बीएसए के मुताबिक डीएम की तरफ से सभी इलाके के एसडीएम और सीओ को निर्देश दिया गया है. अब बिना मान्यता वाले ये स्कूल खुले मिलेंगे तो पुलिस जाकर इन फर्जी स्कूलों को बंद करवाएगी.

उठने लगे सवाल : प्रयागराज में बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से एक साथ 324 स्कूलों के बिना मान्यता के मिलने पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं. एक साथ तीन सौ से ज्यादा स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई हुई तो ये सवाल उठा कि बेसिक शिक्षा परिषद को इसकी भनक क्यों नहीं लगी. इसके जवाब में बीएसए ने कहा कि ऐसे स्कूलों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है.

अमान्य स्कूल बंद होने से प्राइमरी स्कूल में बढ़ेगी छात्रों की संख्या : बेसिक शिक्षा अधिकारी के अनुसार बंद कराए गए. इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों का नजदीकी प्राथमिक विद्यालय में एडमिशन करवाया जाएगा. बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा कि बंद होने वाले इन स्कूलों में पढ़ने वाले करीब दस हजार छात्रों का एडमिशन अब नजदीकी प्राइमरी स्कूलों में एडमिशन करवाया जाएगा जिससे प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ेगी. जिले को मिला हुआ लक्ष्य हासिल करना आसान होगा.

स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत प्रयागराज प्रदेश के टॉप 5 जिलों में शामिल हो गया है. हालांकि जिले को मिला हुआ लक्ष्य हासिल नहीं हुआ है लेकिन जिला लक्ष्य के नजदीक पहुंच गया है. इस बार प्रयागराज में पिछले साल के मुकाबले 30 हजार छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ी है. बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के मुताबिक पिछले वर्ष जिले के परिषदीय विद्यालयों में 4 लाख 46 हजार 184 नामांकन था. स्कूल चलो अभियान के बाद एक लाख 5 हजार 85 नामांकन नए हुए हैं जबकि जिले में एक लाख 57 हजार नए नामांकन का लक्ष्य रखा गया था. बीएसए के अनुसार शिक्षकों ने कड़ी मेहनत करते हुए घर-घर जाकर सर्वे करके इस लक्ष्य को पूरा किया है. बीएसए के मुताबिक हर विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारी ने उन्हें इस बात का प्रमाण पत्र भी दिया है कि जिले में कोई बच्चा स्कूल जाने से छूटा नहीं है.
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