प्रतापगढ़: आपने अब तक जिंदा मरीजों को रेफर करते हुए सुना होगा, लेकिन अक्सर अपनी सुर्खियों में रहने वाला जनपद का मेडिकल कॉलेज एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है. जहां 5 दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद जब मरीज की मौत हो गई, तब डॉक्टर ने उसे प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में ही जमकर हंगामा खड़ा कर दिया. परिजनों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मृतक की मौसी कोमल के मुताबिक, पूरा मामला नगर कोतवाली के मेडिकल कालेज के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के ओटी का है. जहां मान्धाता थाना इलाके के डाड़ी गांव का रंजीत बीते 5 दिन पहले सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. जिसके बाद परिजनों ने रंजीत को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. यहां मरीज का इलाज डॉक्टर सचिन कुमार कर रहे थे. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर सचिन पांच दिन से मरीज को भर्ती किए थे, लेकिन ऑपरेशन नहीं कर रहे थे. लेकिन शनिवार को ऑपरेशन के दौरान जब मरीज की मौत हो गई, तब डॉक्टर सचिन ने मृत मरीज को प्रयागराज मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिए. जब अस्पताल के कर्मचारी मृत मरीज को एंबुलेंस में रखने लगे तो परिजनों को शक हो गया, जिसके बाद देखा तो रंजीत की मौत हो चुकी थी. इसी दौरान परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा करने लगे और डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए.
सीएमओ जीएम शुक्ला ने बताया कि मामला राजा प्रताप बहादुर जिला चिकित्सालय का है, जोकि वर्तमान समय में प्रधानाचार्य महोदय के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत है. हालांकि अभी इस संबंध में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है. लेकिन कोई भी इस तरह का मामला चिकित्सालय से संबंधित मरीज के बारे में मिलेगा तो उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर सचिन पर पहले लगे आरोपों को लेकर सीएमओ ने कहा कि इसके पहले भी कुछ शिकायती पत्र मिले हैं, उन सभी को प्रधानाचार्य महोदय को जांच के लिए भेज दिया है.
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