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यूपी विधानसभा चुनाव 2022: पीलीभीत में सड़क नहीं बनाए जाने से ग्रामीण खफा, मतदान बहिष्कार का किया ऐलान - pilibhit kishanpur election boycott

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले पीलीभीत में लोग योगी सरकार से खफा नजर आ रहे हैं. यहां लोग सड़क न बनाए जाने के लेकर नाराज हैं. लोगों ने यहां सड़क नहीं तो वोट नहीं बोर्ड लगाए हैं.

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pilibhit kishanpur election boycott
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Published : Jan 26, 2022, 3:33 PM IST

पीलीभीत: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर उम्मीदवार विकास के दावों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. पीलीभीत के गौनेरी गांव के किशनपुर में सड़क नहीं बनाए जाने के कारण लोग खफा हैं. ग्रामीणों ने अब गांव में रोड नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड टांग दिया है.

प्रदर्शन करते ग्रामीण
जिले के ललौली खेड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गौनेरी ग्राम पंचायत के किशनपुर मजरे में लंबे समय से लोग सड़क न होने के कारण परेशान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दशकों पहले गांव में खड़ंजे का निर्माण हुआ था, जो अब खस्ताहाल हो चुका है. बारिश के समय सड़क पर कीचड़ हो जाता है. इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिला प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से कई बार गांव के लोगों ने सड़क बनवाने की मांग की. गांव के लोगों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. नाराज ग्रामीणों ने अब यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बहिष्कार का ऐलान किया है.


ग्रामीणों की मानें तो स्थानीय ग्राम प्रधान समेत अन्य जनप्रतिनिधियों से कई बार सड़क बनवाने की मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब ग्रामीण उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और गांव में घूमकर नारेबाजी कर रहे हैं. सभी स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों के ऐलान से बीजेपी प्रत्याशी संजय सिंह गंगवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.


पीलीभीत में 23 फरवरी को मतदान होना है. जिला प्रशासन मतदाताओं को जागरूक करने के लिए मुहिम चला रहा है. वहीं नाराज ग्रामीणों का चुनाव बहिष्कार का ऐलान बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. नाराज ग्रामीणों को वोट देने के लिए मनाना भी जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती होगा.
ये भी पढ़ें- UP Assembly Election 2022: रेप केस में जेल में बंद गायत्री प्रजापति की पत्नी को सपा ने दिया अमेठी से टिकट


गांव में रहने वाली सुशीला देवी ने कहा कि सड़क न होने की वजह से बच्चे पढ़ने नहीं जा पाते हैं. सरकारी योजनाओं का लाभ भी गांव के लोगों को नहीं मिल रहा है. गांव में नाली, सड़क, स्वच्छ पानी आदि की सुविधा नहीं है. सफाई कर्मचारी भी नहीं आते हैं और ग्राम प्रधान को जनता की याद सिर्फ इलेक्शन के समय आती है.
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पीलीभीत: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर उम्मीदवार विकास के दावों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. पीलीभीत के गौनेरी गांव के किशनपुर में सड़क नहीं बनाए जाने के कारण लोग खफा हैं. ग्रामीणों ने अब गांव में रोड नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड टांग दिया है.

प्रदर्शन करते ग्रामीण
जिले के ललौली खेड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गौनेरी ग्राम पंचायत के किशनपुर मजरे में लंबे समय से लोग सड़क न होने के कारण परेशान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दशकों पहले गांव में खड़ंजे का निर्माण हुआ था, जो अब खस्ताहाल हो चुका है. बारिश के समय सड़क पर कीचड़ हो जाता है. इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिला प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से कई बार गांव के लोगों ने सड़क बनवाने की मांग की. गांव के लोगों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. नाराज ग्रामीणों ने अब यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बहिष्कार का ऐलान किया है.


ग्रामीणों की मानें तो स्थानीय ग्राम प्रधान समेत अन्य जनप्रतिनिधियों से कई बार सड़क बनवाने की मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब ग्रामीण उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और गांव में घूमकर नारेबाजी कर रहे हैं. सभी स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों के ऐलान से बीजेपी प्रत्याशी संजय सिंह गंगवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.


पीलीभीत में 23 फरवरी को मतदान होना है. जिला प्रशासन मतदाताओं को जागरूक करने के लिए मुहिम चला रहा है. वहीं नाराज ग्रामीणों का चुनाव बहिष्कार का ऐलान बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. नाराज ग्रामीणों को वोट देने के लिए मनाना भी जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती होगा.
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गांव में रहने वाली सुशीला देवी ने कहा कि सड़क न होने की वजह से बच्चे पढ़ने नहीं जा पाते हैं. सरकारी योजनाओं का लाभ भी गांव के लोगों को नहीं मिल रहा है. गांव में नाली, सड़क, स्वच्छ पानी आदि की सुविधा नहीं है. सफाई कर्मचारी भी नहीं आते हैं और ग्राम प्रधान को जनता की याद सिर्फ इलेक्शन के समय आती है.
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