पीलीभीत : अपनी ही सरकार के अफसरों की कार्यशैली के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करने वाले पीलीभीत की बीसलपुर विधानसभा से बीजेपी विधायक रामसरन वर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन विधायक के समर्थक व उनके पुत्र बीजेपी विधायक को इलाज के लिए लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. यहां चिकित्सकों की टीम बीजेपी विधायक के इलाज में जुटी है.
दरअसल, पीलीभीत से बीसलपुर विधानसभा से बीजेपी विधायक रामसरन वर्मा सोमवार को जिला प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे. विधायक का आरोप था कि सरकार द्वारा लागू की गई तमाम योजनाओं व नीतियों का अनुपालन पीलीभीत का जिला प्रशासन नहीं कर रहा है. इसके कारण किसानों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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इसके अलावा विधायक रामसरन की मांग थी कि हर गांव में गोशाला बनायी जाएं. कन्हैया गोशाला नगर की 3 किलोमीटर की परिधि में बनायी जाए. आवारा पशु से किसानों की फसलों को हुई क्षति का उचित मुआवजा जल्द दिया जाए. बीसलपुर की गोशाला की क्षमता बढ़ाई जाए व घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए व चीनी मिल किसानों के बकाये का भुगतान किया जाए.
मंगलवार को बीजेपी विधायक रामसरन वर्मा ने इस पूरे मामले में जिला प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया. धरने के एक दिन बाद ही बीजेपी विधायक रामसरन वर्मा की तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में उनके पुत्र विवेक वर्मा विधायक को इलाज के निजी गाड़ी में जिला अस्पताल लेकर आए जहां चिकित्सकों ने तमाम परीक्षण के बाद बीजेपी विधायक का उपचार शुरू कर दिया.
बीजेपी विधायक रामसरन वर्मा के पुत्र विवेक वर्मा ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि पिताजी सर्वाइकल की समस्या से जूझ रहे हैं. धरने के दौरान भी उन्हें चक्कर आ गए थे. बुधवार को भी अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल लाना पड़ा. फिलहाल अब स्थिति में सुधार है.