ETV Bharat / state

पीलीभीत: समाज कल्याण विभाग में 20 एकड़ जमीन का फर्जीवाड़ा आया सामने - पीलीभीत ताजा खबर

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में 20 एकड़ सरकारी जमीन के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जिलाधिकारी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है जल्द ही चीजें साफ हो जाएंगी.

समाज कल्याण विभाग में 20 एकड़ जमीन का फर्जीवाड़ा.
author img

By

Published : Aug 13, 2019, 7:05 PM IST

पीलीभीत: जिले की सदर तहसील के गजरौला से समाज कल्याण विभाग का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जिसमे विभाग ने राज्यपाल नामित 20 एकड़ सरकारी जमीन का बिना साक्ष्य के आधार पर फर्जी तरह से पट्टा कर दिया. जब इसकी सूचना जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव की हुई तो समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया और जवाब मांगने पर विभाग के अधिकारियों के हांथ पांव फूल गए. इसके बाद जिलाधिकारी ने एसडीएम को मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

जानकारी देते जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव.

ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा-
इस फर्जीवाड़ा का मामला तब सामने आया जब जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ जिले में शहर से 10 किलोमीटर के बीच मेडिकल कॉलेज के लिए जगह ढूंढ रहे थे. जिसको लेकर एसडीएम वंदना त्रिवेदी गजरौला में सरकारी जमीन देखने गई थीं. वहां जाकर देखा तो पता चला कि सरकारी जमीन पर ग्रामीण खेती कर रहे हैं. जब एसडीएम ने खेती कर रहे ग्रामीणों से जानकारी ली तो पता चला कि समाज कल्याण विभाग ने 20 एकड़ जमीन 19 ग्रामीणों को 99 साल के लिए पट्टा कर दी है.

डीएम ने लिया संज्ञान-
जब समाज कल्याण विभाग से पट्टा करने के दस्तावेज मांगे तो समाज कल्याण विभाग ने दस्तावेज दिखाए. इस पर एसडीएम वंदना त्रिवेदी ने पूछा कि आपने किस आधार पर पट्टा कर दिया. तो समाज कल्याण विभाग जवाब न दे सका. इसके बाद एसडीएम ने मामले की जानकारी डीएम वैभव श्रीवास्तव को दी, डीएम ने मामले का संज्ञान लेकर एसडीम को जांच के आदेश जांच दिए.

मामले की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि एसडीएम ने मामले की जानकारी दी थी. जिसकी अभी पत्रावली चेक कराई जा रही है, मामले की जांच एसडीएम को दे दी गई है.

पीलीभीत: जिले की सदर तहसील के गजरौला से समाज कल्याण विभाग का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जिसमे विभाग ने राज्यपाल नामित 20 एकड़ सरकारी जमीन का बिना साक्ष्य के आधार पर फर्जी तरह से पट्टा कर दिया. जब इसकी सूचना जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव की हुई तो समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया और जवाब मांगने पर विभाग के अधिकारियों के हांथ पांव फूल गए. इसके बाद जिलाधिकारी ने एसडीएम को मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

जानकारी देते जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव.

ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा-
इस फर्जीवाड़ा का मामला तब सामने आया जब जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ जिले में शहर से 10 किलोमीटर के बीच मेडिकल कॉलेज के लिए जगह ढूंढ रहे थे. जिसको लेकर एसडीएम वंदना त्रिवेदी गजरौला में सरकारी जमीन देखने गई थीं. वहां जाकर देखा तो पता चला कि सरकारी जमीन पर ग्रामीण खेती कर रहे हैं. जब एसडीएम ने खेती कर रहे ग्रामीणों से जानकारी ली तो पता चला कि समाज कल्याण विभाग ने 20 एकड़ जमीन 19 ग्रामीणों को 99 साल के लिए पट्टा कर दी है.

डीएम ने लिया संज्ञान-
जब समाज कल्याण विभाग से पट्टा करने के दस्तावेज मांगे तो समाज कल्याण विभाग ने दस्तावेज दिखाए. इस पर एसडीएम वंदना त्रिवेदी ने पूछा कि आपने किस आधार पर पट्टा कर दिया. तो समाज कल्याण विभाग जवाब न दे सका. इसके बाद एसडीएम ने मामले की जानकारी डीएम वैभव श्रीवास्तव को दी, डीएम ने मामले का संज्ञान लेकर एसडीम को जांच के आदेश जांच दिए.

मामले की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि एसडीएम ने मामले की जानकारी दी थी. जिसकी अभी पत्रावली चेक कराई जा रही है, मामले की जांच एसडीएम को दे दी गई है.

Intro:पीलीभीत की सदर तहसील के गजरौला से समाज कल्याण विभाग का बड़ा फर्जीवाडा सामने आया है जिसमे समाज कल्याण विभाग ने राज्यपाल नामित 20 एकड़ की सरकारी जमीन का बिना साक्ष्य के आधार पर फर्जी तरह से पट्टा कर दिया, जब इसकी सूचना जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव की हुई तो समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया और जवाब मांगने पर विभाग के अधिकारियों के हांथ पांव फूल गए। जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए


Body:मामला कुछ यूं है कि पीलीभीत के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव अपनी टीम से जिले में शहर से 10 किलोमीटर के बीच मेडिकल कॉलेज के लिए जगह ढूँढवा रहे थे, जिसको लेकर एसडीएम वंदना त्रिवेदी गजरौला में सरकारी जमीन को देखने गयी थी वहां जाकर देखा तो सरकारी जमीन पर ग्रामीण खेती कर रहे हैं, जब एसडीएम ने खेती कर रहे ग्रामीणों से जानकारी ली तो पता चला कि समाज कल्याण विभाग ने 20 एकड़ जमीन 19 ग्रामीणों को 99 साल के लिए पट्टा कर दी

जब समाज कल्याण विभाग से पट्टा करने के दस्तावेज मांगे तो समाज कल्याण विभाग ने दस्तावेज दिखाए, लेकिन जब एसडीएम वंदना त्रिवेदी ने "किस आधार पर पट्टा कर दिया" का जवाब मांगा तो समाज कल्याण विभाग जवाब न दे सका, फर्जीवाड़ा की बू आते ही एसडीएम ने इसकी शिकायत डीएम वैभव श्रीवास्तव से की, डीएम के द्वारा जवाब मांगने पर समाज कल्याण विभाग के हांथ पांव फूल गए, ओर जवाब न दे सके जिस पर डीएम वैभव श्रीवास्तव ने एसडीम को जांच के आदेश दिए जांच


Conclusion:मामले की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि मामले कि जानकारी एसडीएम के द्वारा की गई है समाज कल्याण विभाग द्वारा पट्टा ग्रामीणों को पट्टा दे दिया गया है जिसकी अभी पत्रावली चेक कराई जा रही है, इसकी जांच एसडीएम को दे दी गयी है।

बाइट- जिलाधिकारी वंदना त्रिवेदी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.