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पीलीभीत: जीवित बच्चे को मृत दिखाने वाले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित

यूपी के पीलीभीत में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. डायग्नोस्टिक सेंटर ने जांच रिपोर्ट में जीवित बच्चे को मृत घोषित कर दिया था.

24 नवंबर तक ​​​​​​​डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित.
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Published : Sep 26, 2019, 10:30 PM IST

पीलीभीत: जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट में जीवित बच्चों को मृत दिखाने वाले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. लाइसेंस निलंबित करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डायग्नोस्टिक सेंटर को एक महीने तक किसी भी तरह की जांच करने पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

24 नवंबर तक ​​​​​​​डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित.
डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 24 नवंबर तक निलंबित
  • मामला टनकपुर रोड स्थित ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का है.
  • शिकायतकर्ता ने 8 अगस्त को प्रशासन को पत्र भेज कर डायग्नोस्टिक सेंटर की लापरवाही की शिकायत थी.
  • ओजस्वी पैथोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर ने जीवित बच्चे को मृत दिखा कर गलत अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दी थी.
  • डायग्नोस्टिक सेंटर मरीज के परिजनों को बच्चे को मृत बताकर जल्द से जल्द सफाई कराने का दबाव बना रहा था.
  • मामले में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीमा अग्रवाल को जांच के आदेश दिए थे.
  • जांच में ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर पर लगाए गए आरोप सही पाए गए.
  • जिलाधिकारी के आदेश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 24 नवंबर तक निलंबित कर दिया है.

इसे भी पढ़ें:- पीलीभीत: एसटीएफ ने 50 हजार के इनामी आरोपी को किया गिरफ्तार, 10 वर्ष से था फरार

कुछ समय पहले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर ने एक गलत रिपोर्ट बनाकर जीवित बच्चे को मृत दिखा दिया था, जिस पर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी. जांच की गई तो जांच में आरोप सही पाए गए. जांच सही पाए जाने पर डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस एक महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है.
सीमा अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

पीलीभीत: जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट में जीवित बच्चों को मृत दिखाने वाले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. लाइसेंस निलंबित करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डायग्नोस्टिक सेंटर को एक महीने तक किसी भी तरह की जांच करने पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

24 नवंबर तक ​​​​​​​डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित.
डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 24 नवंबर तक निलंबित
  • मामला टनकपुर रोड स्थित ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का है.
  • शिकायतकर्ता ने 8 अगस्त को प्रशासन को पत्र भेज कर डायग्नोस्टिक सेंटर की लापरवाही की शिकायत थी.
  • ओजस्वी पैथोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर ने जीवित बच्चे को मृत दिखा कर गलत अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दी थी.
  • डायग्नोस्टिक सेंटर मरीज के परिजनों को बच्चे को मृत बताकर जल्द से जल्द सफाई कराने का दबाव बना रहा था.
  • मामले में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीमा अग्रवाल को जांच के आदेश दिए थे.
  • जांच में ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर पर लगाए गए आरोप सही पाए गए.
  • जिलाधिकारी के आदेश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 24 नवंबर तक निलंबित कर दिया है.

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कुछ समय पहले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर ने एक गलत रिपोर्ट बनाकर जीवित बच्चे को मृत दिखा दिया था, जिस पर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी. जांच की गई तो जांच में आरोप सही पाए गए. जांच सही पाए जाने पर डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस एक महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है.
सीमा अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

Intro:पीलीभीत स्वास्थ विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है, स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जांच रिपोर्ट में जीवित बच्चों को म्रत दिखाने वाले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 1 महीने के लिए निलंबित कर दिया साथ ही अगर एक महीने तक किसी भी तरह की जांच की गई तो उस पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।


Body:मामला टनकपुर रोड स्थित ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का है जहां की लापरवाही की शिकायत 8 अगस्त को शिकायतकर्ता ने प्रशासन को पत्र भेज कर अवगत कराया था कि शहर की नामचीन ओजस्वी पैथोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर में उसके जीवित बच्चे को म्रत दिखा कर गलत अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दी थी और जल्द से जल्द सफाई कराने का दबाव बनाया था जिस पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने मुख चिकित्सा अधिकारी सिमा अग्रवाल को जांच के आदेश दिए थे जांच में ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर पर लग रहे आरोप सही पाए जाने पर जिलाधिकारी के आदेश पर मुख चिकित्सा अधिकारी सीमा अग्रवाल ने ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 24 नवंबर तक के लिए निलंबित कर दिया


Conclusion:मामले की जानकारी देते हुए मुख चिकित्सा अधिकारी डॉ सीमा अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ पहले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर पर गलत रिपोट बनाकर जीवित बच्चे को म्रत दिखा दिया गया था जिस पर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी शिकायत की थी जिस पर जांच की गई तो जांच में लग रहे आरोप सही पाए गए जिस पर एक महीने तक के लिए ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है

बाइट- मुखचिकित्सा अधिकारी सीमा अग्रवाल
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