पीलीभीत: जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट में जीवित बच्चों को मृत दिखाने वाले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. लाइसेंस निलंबित करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डायग्नोस्टिक सेंटर को एक महीने तक किसी भी तरह की जांच करने पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
- मामला टनकपुर रोड स्थित ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर का है.
- शिकायतकर्ता ने 8 अगस्त को प्रशासन को पत्र भेज कर डायग्नोस्टिक सेंटर की लापरवाही की शिकायत थी.
- ओजस्वी पैथोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर ने जीवित बच्चे को मृत दिखा कर गलत अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दी थी.
- डायग्नोस्टिक सेंटर मरीज के परिजनों को बच्चे को मृत बताकर जल्द से जल्द सफाई कराने का दबाव बना रहा था.
- मामले में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीमा अग्रवाल को जांच के आदेश दिए थे.
- जांच में ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर पर लगाए गए आरोप सही पाए गए.
- जिलाधिकारी के आदेश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस 24 नवंबर तक निलंबित कर दिया है.
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कुछ समय पहले ओजस्वी डायग्नोस्टिक सेंटर ने एक गलत रिपोर्ट बनाकर जीवित बच्चे को मृत दिखा दिया था, जिस पर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी. जांच की गई तो जांच में आरोप सही पाए गए. जांच सही पाए जाने पर डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस एक महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है.
सीमा अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी