पीलीभीत: लुधियाना से मजदूरों को लेकर बिहार जा रही बस को पीलीभीत के एआरटीओ ने तमाम खामियों के चलते सीज कर दिया. जिसके बाद 140 मजदूर रोडवेज पर इधर-उधर भटकते नजर आए. पूरे मामले की सूचना जैसे ही पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा को मिली तो मौके पर पहुंचे और तमाम मांगों को लेकर रोडवेज के बाहर ही कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए.
दरअसल, बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले लगभग 140 मजदूर लुधियाना में बीते दिनों मजदूरी करने गए थे, जहां काम न मिलने की परेशानी से तंग आकर मजदूर एक निजी बस की मदद से अपने घरों को वापस लौट रहे थे. इस दौरान सुबह नौ बजे पीलीभीत के एआरटीओ अमिताभ राय ने रूटीन चेकिंग के दौरान फिटनेस और टैक्स जमा न होने के चलते एक डबल डेकर प्राइवेट बस (UP-78 CT 2385) को सीज कर रोडवेज परिसर में खड़ा करा दिया. जिसके बाद बस पर सवार करीब 140 मजदूर इधर उधर भटकने को मजबूर हो गए.
मजदूरों के पास अपने जिलों को वापस लौटने के लिए न तो पर्याप्त पैसे थे और न ही खाने के लिए भोजन की व्यवस्था. पूरे मामले की जानकारी जैसे ही समाजवादी सरकार में पूर्व राज्य मंत्री रहे हेमराज वर्मा को लगी तो मौके पर पहुंचे पूर्व राज्य मंत्री ने मजदूरों को घर भेजे जाने और भोजन की व्यवस्था कराने की मांग को लेकर रोडवेज परिसर के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसकी सूचना जैसे ही पुलिस महकमे को लगी तो परिवहन विभाग के अधिकारी और प्रशासन मौके पर जा पहुंचे और पूर्व राज्य मंत्री को मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया. इस आश्वासन के बाद पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा ने धरना समाप्त किया.
जब पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने अधिकारियों से मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था करने के लिए कहा तब जिला प्रशासन ने दो बसों की मदद से मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था की. जिसके बाद घर जाने की उम्मीद के चलते मजदूरों ने पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा जिंदाबाद के नारे लगाए और उनको धन्यवाद कहा.
वहीं, मोतिहारी जिले के रहने वाले मजदूर बबलू सिंह ने बताया कि मैं अपने दो बच्चों और बीवी के साथ काम की तलाश में लुधियाना गया थे, जहां मजदूरी न मिलने के कारण वह परेशान हो कर वापस घर लौट रहे थे. वहीं जब एआरटीओ ने बस को सीज कर दी तो सुबह से ही बबलू सिंह अपने बच्चों के साथ भूखे-प्यासे रोडवेज पर ही बैठे हैं.
ARTO ने सीज की मजदूरों से भरी बस तो धरने पर बैठ गए पूर्व राज्य मंत्री
पीलीभीत में ARTO के द्वारा एक बस को सीज किए जाने का मामला जैसे ही जैसे ही पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा को मिली तो मौके पर पहुंचे और तमाम मांगों को लेकर रोडवेज के बाहर ही कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए. इसकी सूचना जैसे ही पुलिस महकमे को लगी तो परिवहन विभाग के अधिकारी और प्रशासन मौके पर जा पहुंचे और पूर्व राज्य मंत्री को मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया. इस आश्वासन के बाद पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा ने धरना समाप्त किया.
पीलीभीत: लुधियाना से मजदूरों को लेकर बिहार जा रही बस को पीलीभीत के एआरटीओ ने तमाम खामियों के चलते सीज कर दिया. जिसके बाद 140 मजदूर रोडवेज पर इधर-उधर भटकते नजर आए. पूरे मामले की सूचना जैसे ही पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा को मिली तो मौके पर पहुंचे और तमाम मांगों को लेकर रोडवेज के बाहर ही कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए.
दरअसल, बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले लगभग 140 मजदूर लुधियाना में बीते दिनों मजदूरी करने गए थे, जहां काम न मिलने की परेशानी से तंग आकर मजदूर एक निजी बस की मदद से अपने घरों को वापस लौट रहे थे. इस दौरान सुबह नौ बजे पीलीभीत के एआरटीओ अमिताभ राय ने रूटीन चेकिंग के दौरान फिटनेस और टैक्स जमा न होने के चलते एक डबल डेकर प्राइवेट बस (UP-78 CT 2385) को सीज कर रोडवेज परिसर में खड़ा करा दिया. जिसके बाद बस पर सवार करीब 140 मजदूर इधर उधर भटकने को मजबूर हो गए.
मजदूरों के पास अपने जिलों को वापस लौटने के लिए न तो पर्याप्त पैसे थे और न ही खाने के लिए भोजन की व्यवस्था. पूरे मामले की जानकारी जैसे ही समाजवादी सरकार में पूर्व राज्य मंत्री रहे हेमराज वर्मा को लगी तो मौके पर पहुंचे पूर्व राज्य मंत्री ने मजदूरों को घर भेजे जाने और भोजन की व्यवस्था कराने की मांग को लेकर रोडवेज परिसर के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसकी सूचना जैसे ही पुलिस महकमे को लगी तो परिवहन विभाग के अधिकारी और प्रशासन मौके पर जा पहुंचे और पूर्व राज्य मंत्री को मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया. इस आश्वासन के बाद पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा ने धरना समाप्त किया.
जब पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने अधिकारियों से मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था करने के लिए कहा तब जिला प्रशासन ने दो बसों की मदद से मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था की. जिसके बाद घर जाने की उम्मीद के चलते मजदूरों ने पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा जिंदाबाद के नारे लगाए और उनको धन्यवाद कहा.
वहीं, मोतिहारी जिले के रहने वाले मजदूर बबलू सिंह ने बताया कि मैं अपने दो बच्चों और बीवी के साथ काम की तलाश में लुधियाना गया थे, जहां मजदूरी न मिलने के कारण वह परेशान हो कर वापस घर लौट रहे थे. वहीं जब एआरटीओ ने बस को सीज कर दी तो सुबह से ही बबलू सिंह अपने बच्चों के साथ भूखे-प्यासे रोडवेज पर ही बैठे हैं.