शाहपुरः जिले के गांव गोयला में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की पंचायत हुई. इस पंचायत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान की हालत बद से बदतर होती जा रही है. टिकैत ने पंचायत में गन्ना बकाया भुगतान, बिजली की बढ़ती दरों और बिजली विभाग के प्रति रोष व्यक्त किया. शाहपुर भाकियू पंचायत में हजारों किसानों ने भाग लिया.
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. किसानों से किये गए वादों से मुकर रही है. किसान की हालत बद से बदतर होती जा रही है, जिसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. टिकैत ने किसानों के बकाया गन्ना भुगतान, बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने, एमएसपी लागू करने की मांग करते हुए चेतावनी भी दी. टिकैत ने कहा यदि समय रहते सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया, तो किसानों को मजबूर होकर आंदोलन करना होगा. इस बार आरपार की लड़ाई लड़नी पड़ेगी. टिकैत परिवार अपनी कुर्बानी देने को तैयार है.
राकेश टिकैत ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा और उनके नेताओं को घरों में घुसने पर रोक लगाने का आह्वान किया. उन्होंने जिले के भाजपा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जिला पंचायत के विपक्षी सदस्यों को विकास कार्य के लिए कोई भी काम नहीं दिया जा रहा है. भाकियू युवा विंग अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा कि भाकियू 35 सालों का संवैधानिक संगठन है. सरकार इसमें तोड़-फोड़ कराकर किसानों को बर्बाद करना चाहती है. सरकार किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान करे और बिजली की बढ़ी दरें वापस ले और सभी किसान विरोधी निर्णय वापस ले.
देशवाल खाप चौधरी शरणवीर सिंह ने कहा कि चीनी मिलें किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं कर रही है. जबकि बैंक व बिजली विभाग किसानों पर बकाया जमा करने का दबाव बना रही हैं. जब मिल किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं दे रही है, तो वह कहां से बकाया जमा करें. भाकियू के वरिष्ठ कार्यकर्ता अनिल चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनाव के वक्त बिजली बिलों को माफ करने व किसान बिल को आधा करने का वादा किया था. परंतु अब अपने वादे से मुकर रही है.
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