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30 लाख की अवैध शराब बरामद, चुनाव में खपाने की थी तैयारी - वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव

विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर उत्तर प्रदेश में बढ़ती जा रही सरगर्मी. मुजफ्फरनगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव द्वारा शराब तस्करी के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान. शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई में 12 अभियुक्त गिरफ्तार.

मुजफ्फरनगर में शराब का जखीरा जब्त
मुजफ्फरनगर में शराब का जखीरा जब्त
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Published : Dec 28, 2021, 4:05 PM IST

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में जनपद मुजफ्फरनगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा शराब तस्करी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान क्राइम ब्रांच और थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने नकली शराब का जखीरा बरामद किया है. बरामद शराब की कीमत लगभग तीस लाख रुपये आंकी जा रही है. अवैध शराब तैयार होने पर उत्तर प्रदेश सरकार को लगभग एक करोड़ बीस लाख राजस्व की हानि होती थी.

अवैध शराब की तस्करी के खिलाफ की गई कार्रवाई में 12 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं. कार्रवाई में शामिल टीम को पचास हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है. मुखबिर की सूचना पर मुजफ्फरनगर और थाना खतौली पुलिस द्वारा कस्बा खतौली के मोहल्ला यमुना विहार से अवैध शराब का कारोबार करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया है.

मुजफ्फरनगर में शराब का जखीरा जब्त
इसके साथ ही घटनास्थल से बड़ी संख्या में शराब के रैपर, सील मशीन, ढक्कन, होलोग्राम और विभिन्न कंपनी तथा ब्रांडों के रैपर में भरी हुई बोतलें बरामद की हैं. पुलिस द्वारा जांच करने पर पता चला कि अभियुक्त नरेश कर्णवाल और उसके साथी कई वर्षों से अवैध शराब के कारोबार में शामिल हैं. अभियुक्त नरेश पहले भी शराब की तस्करी मामले में जेल जा चुका है. पकड़े गए आरोपी मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत और देहरादून के रहने वाले हैं.

इसे भी पढ़ें - स्वाट टीम ने पकड़ी 90 लाख की शराब, बोरियों में छुपाकर की जा रही थी तस्करी



वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि यह गैंग बहुत अधिक सक्रिय था. बरामद अवैध शराब और सभी सामान की कीमत 30 लाख रुपये है. बरामद अवैध शराब की वजह से सरकार को एक करोड़ बीस लाख रुपये के राजस्व का नुकसान होता.

आगामी विधानसभा चुनाव में कई राज्यों में यहां से अवैध शराब सप्लाई किए जाने की तैयारी थी. इसमें रेडिको खैतान और हरिद्वार की देसी ब्रांड पिकनिक की नकली शराब बरामद हुई है. अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

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मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में जनपद मुजफ्फरनगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा शराब तस्करी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान क्राइम ब्रांच और थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने नकली शराब का जखीरा बरामद किया है. बरामद शराब की कीमत लगभग तीस लाख रुपये आंकी जा रही है. अवैध शराब तैयार होने पर उत्तर प्रदेश सरकार को लगभग एक करोड़ बीस लाख राजस्व की हानि होती थी.

अवैध शराब की तस्करी के खिलाफ की गई कार्रवाई में 12 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं. कार्रवाई में शामिल टीम को पचास हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है. मुखबिर की सूचना पर मुजफ्फरनगर और थाना खतौली पुलिस द्वारा कस्बा खतौली के मोहल्ला यमुना विहार से अवैध शराब का कारोबार करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया है.

मुजफ्फरनगर में शराब का जखीरा जब्त
इसके साथ ही घटनास्थल से बड़ी संख्या में शराब के रैपर, सील मशीन, ढक्कन, होलोग्राम और विभिन्न कंपनी तथा ब्रांडों के रैपर में भरी हुई बोतलें बरामद की हैं. पुलिस द्वारा जांच करने पर पता चला कि अभियुक्त नरेश कर्णवाल और उसके साथी कई वर्षों से अवैध शराब के कारोबार में शामिल हैं. अभियुक्त नरेश पहले भी शराब की तस्करी मामले में जेल जा चुका है. पकड़े गए आरोपी मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत और देहरादून के रहने वाले हैं.

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि यह गैंग बहुत अधिक सक्रिय था. बरामद अवैध शराब और सभी सामान की कीमत 30 लाख रुपये है. बरामद अवैध शराब की वजह से सरकार को एक करोड़ बीस लाख रुपये के राजस्व का नुकसान होता.

आगामी विधानसभा चुनाव में कई राज्यों में यहां से अवैध शराब सप्लाई किए जाने की तैयारी थी. इसमें रेडिको खैतान और हरिद्वार की देसी ब्रांड पिकनिक की नकली शराब बरामद हुई है. अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

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