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मुजफ्फरनगर: 14 साल बाद बनकर तैयार हुआ पुल, नाम रखा गया- रामसेतु संधावली - 14 साल से अधूरे पड़े पुल का रविवार को लोकार्पण

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान व प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने पिछले 14 साल से अधूरे पड़े पुल का रविवार को लोकार्पण किया. इस पुल का नाम रामसेतु संधावली रखा गया है.

मुजफ्फरनगर में 14 साल बाद बनकर तैयार हुआ पुल.
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Published : Nov 17, 2019, 8:15 PM IST

मुजफ्फरनगर: पिछले 14 साल से अधूरा पड़ा नेशनल हाईवे 58 के पुल का रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान व राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने फीता काटकर लोकार्पण किया. इस अधूरे पुल के कारण हुए सड़क हादसे में 56 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. कई सरकारें आईं और गईं, लेकिन इस पुल का निर्माण नहीं हो सका था.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने किया लोकार्पण.

...इस वजह से नहीं हो रहा था पुल का निर्माण

अधूरे पड़े पुल के नीचे एक मदरसा आने के कारण निर्माण कार्य रोक दिया गया था, लेकिन पिछले साल संजीव बालियान ने इस मदरसे को मुआवजा दिलाकर और हटवा कर पुल का निर्माण कार्य दोबारा शुरू कराया था. इस पुल के निर्माण के बाद रविवार को इसका उद्धघाटन किया गया. पुल का नाम राम सेतु संधावली पुल रखा गया है.

केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा

  • इस पुल पर 14 साल में 56 मौतें हुई हैं.
  • पुल के निर्माण के लिए जनता को लम्बा संघर्ष करना पड़ा.
  • इस पुल का निर्माण करना सबसे कठिन काम था.
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को स्वयं यहां पर आना पड़ा.
  • 50 पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मैंने लिखे थे.
  • जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तब धार्मिक स्थल को हटाकर निर्माण कार्य दोबारा शुरू हुआ.
  • प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कपिल देव के सुझाव पर इस पुल का नाम रामसेतु संधावली पुल रखा गया है.

ये भी पढ़ें: मुजफ्फरनगर: केंद्रीय मंत्री के आवास के बाहर धरने पर बैठा व्यक्ति, पशु पैठ निरस्त करने की मांग

राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया

  • यह मुजफ्फरनगर में बडा विवादित स्थान था, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.
  • डॉक्टर संजीव बालियान के प्रयास से हमारे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यहां पर आए.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से इस पुल का निर्माण बहुत कम समय में हुआ है.
  • भगवान श्रीराम के नाम पर इसका नाम रामसेतु संधावली रखा गया है.

मुजफ्फरनगर: पिछले 14 साल से अधूरा पड़ा नेशनल हाईवे 58 के पुल का रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान व राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने फीता काटकर लोकार्पण किया. इस अधूरे पुल के कारण हुए सड़क हादसे में 56 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. कई सरकारें आईं और गईं, लेकिन इस पुल का निर्माण नहीं हो सका था.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने किया लोकार्पण.

...इस वजह से नहीं हो रहा था पुल का निर्माण

अधूरे पड़े पुल के नीचे एक मदरसा आने के कारण निर्माण कार्य रोक दिया गया था, लेकिन पिछले साल संजीव बालियान ने इस मदरसे को मुआवजा दिलाकर और हटवा कर पुल का निर्माण कार्य दोबारा शुरू कराया था. इस पुल के निर्माण के बाद रविवार को इसका उद्धघाटन किया गया. पुल का नाम राम सेतु संधावली पुल रखा गया है.

केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा

  • इस पुल पर 14 साल में 56 मौतें हुई हैं.
  • पुल के निर्माण के लिए जनता को लम्बा संघर्ष करना पड़ा.
  • इस पुल का निर्माण करना सबसे कठिन काम था.
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को स्वयं यहां पर आना पड़ा.
  • 50 पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मैंने लिखे थे.
  • जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तब धार्मिक स्थल को हटाकर निर्माण कार्य दोबारा शुरू हुआ.
  • प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कपिल देव के सुझाव पर इस पुल का नाम रामसेतु संधावली पुल रखा गया है.

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राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया

  • यह मुजफ्फरनगर में बडा विवादित स्थान था, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.
  • डॉक्टर संजीव बालियान के प्रयास से हमारे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यहां पर आए.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से इस पुल का निर्माण बहुत कम समय में हुआ है.
  • भगवान श्रीराम के नाम पर इसका नाम रामसेतु संधावली रखा गया है.
Intro:मुजफ्फरनगर: 14 वर्ष बाद अधूरे पुल का निर्माण
मुज़फ्फरनगर। पिछले 14 वर्षों से अधूरा पड़ा नेशनल हाईवे 58 का पुल का आज केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान व राज्यमन्त्री कपिल देव अग्रवाल ने फीता काटकर लोकार्पण किया।इस अधूरे पुल के कारण पिछले 14 वर्षों में सड़क हादसे में 56 मौतें हो चुकी थी और कई सरकार आई गयी लेकिन इस पुल का निर्माण नही हो सका था ।अधूरे पड़े पुल के नीचे एक मदरसा आने के कारण इस पुल का निर्माण रोक दिया गया था लेकिन पिछले वर्ष संजीव बालियान ने इस मदरसे का मुआवजा दिलाकर मदरसे को हटावा कर पुल का निर्माण शुरू कराया था ।इस पुल निर्माण के बाद आज इसका उद्धघाटन किया गया व पुल का नाम राम सेतु संधावली पुल रख दिया गया ।
Body:केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि 56 मौत इस पुल पर 14 वर्ष में हुई है लम्बा संघर्ष आज करना पड़ा मुजफ्फरनगर की जनता को और मेरे जीवन का मैं समझता हूं राजनीतिक क्षेत्र में जबसे हूं साढे 5 साल से आपने मुझे सांसद चुना यह सबसे कठिन कार्य था गडकरी जी को स्वयं यहां पर आना पड़ा 50 पत्र मुख्यमंत्री जी को लिखे थे जब भी काम नहीं हुआ था जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई इस सरकार में वह धार्मिक स्थल हटा निर्माण कार्य शुरू हुआ और आज आदरणीय कपिल देव जी के जो हमारे प्रदेश सरकार के मंत्री हैं इनके सुझाव पर इस पुल का नामकरण रामसेतु संधावली पुल रखा गया है सब ने कहा कि 14 वर्ष का वनवास यहां के लोगों को झेलना पड़ा 14 साल लगे तो इसका रामसेतु नाम रखा गया है सब ने मोहर लगाई है शायद मेरे लिए बहुत खुशी का दिन है क्योंकि बाहर के भी लोग मरे और मुजफ्फरनगर शहर के भी काफी लोगों की इसमें जान गई है तो एक धार्मिक स्थल की वजह से इतनी जाने गई है तो यह समाज के लिए सोचने की भी बात है समाज को इस पर सोचना चाहिए धार्मिक स्थल विधि विधान से ज्यादा कीमती है लेकिन अंत भला तो सब भला आज इस पुल की शुरुआत हुई है आशा रहेगी कि इस फ्लाईओवर पर और ज्यादा एक्सीडेंट अब ना हो देखिए यहां एक मदरसा था और उस मदरसे में बहुत ज्यादा छात्र भी नहीं पढ़ते थे इच्छाशक्ति का भाव नही था बहुत से डीएम आए बहुत सीएम आए बहुत एसएसपी आए इच्छाशक्ति लोग मारते रहे सरकारे मूक दर्शक देखती रही अधिकारी देखकर नेता देखते रहे किसी नेता की इतनी हिम्मत नहीं हुई कि आकर यहां पर कैसे के लोग मर रहे हैं क्या होगा तो कह सकते हैं कुछ काम भारतीय जनता पार्टी के लिए बचे हुए थे तो वह सब काम भारतीय जनता पार्टी उन कामों को पूरा करने का काम कर रही है।
Conclusion:वही राज्यमन्त्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि यह मुजफ्फरनगर में बडा विवादित स्थान था जिसमें हर वर्ष सैकड़ों घटनाएं होती थी और सैकड़ों लोगों की मौत भी हो चुकी थी डॉक्टर संजीव बालियान जी के प्रयास से हमारे केंद्रीय मंत्री और सांसद और आदरणीय नितिन गडकरी जी यहां पर आए प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से इस पुल का निर्माण हो सका और बहुत कम समय में पुल का निर्माण हुआ है ।क्योंकि यहां के संधावली और आसपास के क्षेत्रीय लोगों ने बहुत लंबे समय तक लगभग 14 वर्षों तक इस वनवास को झेला है तो आज पुल का नाम राम सेतु संधावली रखा गया है जो हम सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है और जो हर संघर्ष से समाज को बांधने वाले हैं ऐसे भगवान श्री राम के नाम पर इसका नाम रामसेतु संधावली रखा गया है और हम सब के लिए सौभाग्य की बात है कितना सुंदर काम आज हुआ है यहां पर एक धार्मिक स्थल बना हुआ था मदरसा यहां पर था जिसको नहीं हटा पा रहे थे और वह उस पर प्रतिष्ठा का सवाल बने हुए थे भारतीय जनता पार्टी की सरकार में इसका निश्चित हो पाया कि उनको भी इस बात के लिए तैयार किया गया और तैयार कर के उन्हें प्रसन्नता पूर्वक स्थान को हटाया और इसको हटने के बाद आज यह कार्यक्रम हो सका।

BYTE= संजीव बालियान, केंद्रीय राज्यमंत्री
BYTE=कपिल देव(राज्यमन्त्री)

अंकित मित्तल
9719007272
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