कानपुर: अक्सर ही देखने में आता है, जो प्रशासनिक अफसर होते हैं वह कभी-कभार ऐसे फैसले करते हैं जिनकी सराहना बहुत समय तक होती है. एक ऐसा ही मामला शुक्रवार को कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह से जुड़ा सामने आया. एक शख्स उनके पास इच्छा मुत्यू मांगने आया लेकिन उन्होंने अपनी सूझबूझ से उस व्यक्ति को खुश करके लौटा दिया. चलिए आगे जानते हैं इस बारे में.
ऑटो चालक ने की गजब मांगः दरअसल, हनुमंत विहार निवासी आटो चालक राकेश सोनी ठीक वैसे ही डीएम की जनता सुनवाई में पहुंचे, जैसे दूसरे कई लोग अपनी गुहार बताने के लिए प्रतीक्षारत थे. जैसे ही राकेश सोनी को डीेएम ने बुलाया तो राकेश ने रोते हुए डीएम से कहा, साहब मुझे इच्छामृत्यु चाहिए.... यह सुनते ही एक पल के लिए डीएम हैरान जरूर हुए, मगर जैसे ही पूरी बात सुनी तो ऑटो चालक से कहा जिंदगी में कभी-कभी ऐसा समय आता है जब इंसान को बहुत समझदारी के साथ फैसले करने होते हैं.
डीएम ने क्या कहाः डीएम ने फौरन ही अधीनस्थ अफसरों से कहा, ऑटो चालक राकेश सोनी को 26 जनवरी पर डीएम कार्यालय में स्पेशल गेस्ट के तौर पर आमंत्रित करिए. डीएम के आदेश का असर शुक्रवार शाम तक ही दिख गया, और ऑटो चालक राकेश सोनी के पास डीएम आफिस से आमंत्रण पत्र भी पहुंच गया. इसमें ऑटो चालक को स्पेशल गेस्ट बनाया गया है. उन्हें सम्मान 26 जनवरी को डीएम ऑफिस पहुंचने के लिए लिखित न्यौता दिया गया है.
ऑटो चालक ने क्या कहा: ऑटो चालक राकेश सोनी का कहना था, उन्हें इस बात का जरा सा अंदाजा नहीं था डीएम उन्हें उनकी बात सुनते ही स्पेशल गेस्ट बना देंगे. वहीं, आटो चालक की बात सुनने के बाद डीएम ने कहा परेशान मत हो, अब तुम्हारे मामले की गंभीरता से जांच भी कराएंगे. टीएसआई की अभद्रता से आहत होकर डीएम से इच्छा मृत्यु मांगने आई थी. डीएम ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. कार्रवाई से संतुष्ट हूं. अब लगता है कि इच्छा मृत्यु का कदम उठाता हूं तो कानपुर और जिला प्रशासन की छवि धूमिल होगी. इस वजह से मैं इच्छा मृत्यु की मांग वापस लेता हूं. मेरे 27 साल में पहली बार गणतंत्र दिवस के शुभ मौके पर डीएम की ओर से आमंत्रित किया गया है. मुझे इसकी बहुत खुशी है. मैंने साथी ड्राइवरों को इस बारे में बताया. यह मेरे लिए गर्व करने जैसा है.
ट्रैफिक इंस्पेक्टर की अभद्रता से नाराज थाः आटो चालक राकेश सोनी ने डीएम को बताया, कुछ दिनों पहले शहर के नौबस्ता चौराहा पर वो सवारियों के लिए आटो लेकर खड़े थे। उनके आटो के आगे कई ई-रिक्शा संचालक भी थे. आटो चालक राकेश ई-रिक्शा वालों से हटने के लिए कह रह थे तभी वहां पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर आए और आरोप है उन्होंने राकेश से अभद्रता की थी. इस मामले की शिकायत राकेश ने पहले सीपी से की थी. हालांकि, शुक्रवार को वह बहुत अधिक व्यथित होकर डीएम कार्यालय में इच्छामृत्यु मांगने पहुंच गए थे.
विशेष मेहमान का क्या दर्जा होता हैः गणतंत्र दिवस पर जब किसी सरकारी दफ्तर में कोई विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित होता है तो उसे विशेष सम्मान के साथ कार्यक्रम में शामिल किया जाता है. कानपुर में 26 जनवरी को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह जब झंडारोहण करेंगे तो उनके साथ विशेष अतिथि के रूप में राकेश सोनी भी मौजूद रहेंगे.