मुजफ्फरनगर: 5 साल पहले हुए कवाल कांड के आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को कोर्ट लाया गया. इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही. फैसला सुनाए जाने तक कचहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. शहर में धारा 144 लागू की गई है.
बता दें 27 अगस्त 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगा भड़क गया था. बुधवार को इस मामले में मुजफ्फरनगर की एक अदालत ने मृतक शाहनवाज के पक्ष के फुरकान, अफजल, मुजस्सिम, इकबाल, मुजम्मिल, नदीम और जहांगीर को हत्या का दोषी ठहराया था.
इस कांड में मलिकपुरा गांव के सचिन और उसके ममेरे भाई गौरव की हत्या में दोषी ठहराए गए सात लोगों को अदालत आज (शुक्रवार) सजा सुनाएगी. कोर्ट से फैसला आने के चलते पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं. इसके अलावा मलिकपुरा गांव और कवाल में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है.
मुजफ्फरनगर जिले में हुई हिंसा में, जहां 57 लोगों की जान गई थी. वहीं करीब 18 सौ से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए थे. इस घटना से प्रदेश में राजनीतिक तौर पर भी भूचाल आ गया था. फिलहाल आज इस मामले में फैसला आ रहा है. सातों आरोपियों को न्यायालय में लाया जा चुका है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.