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चंदौली: आउटसोर्सिंग कर्मियों ने डूडा निदेशक का किया घेराव

उत्तर प्रदेश के चंदौली में आउटसोर्सिंग कर्मियों ने डूडा निदेशक का घेराव किया. उन्होंने आरोप लगाया कि जेई के पद पर तैनात एक कर्मचारी को बिना नोटिस दिए ही कंपनी ने टर्मिनेट कर दिया. हालांकि डूडा अधिकारी ने इस पूरे मामले को कंपनी और कर्मचारी का आपसी मामला बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया.

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Published : Oct 18, 2019, 3:59 AM IST

आउटसोर्सिंग कर्मियों ने डूडा निदेशक का किया घेराव

चंदौली: प्रधानमंत्री आवास योजना की मॉनिटरिंग के लिए आउटसोर्सिंग पर तैनात एक कर्मचारी को बिना नोटिस दिए ही कंपनी ने टर्मिनेट कर दिया. इससे नाराज कर्मचारियों ने नोडल अधिकारी पीडी डूडा का घेराव कर नाराजगी जताई और न्याय की मांग की. यही नहीं कंपनी के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया.

पीड़ित कर्मचारी ने लगाए गंभीर आरोप.

जानें क्या है पूरा मामला-

प्रधानमंत्री आवास योजना की मॉनिटरिंग के लिए दीनदयाल उपाध्याय नगर पालिका में एस बेंच कंपनी की तरफ से आउटसोर्सिंग के जरिए 17 युवकों को रखा गया था, लेकिन पिछले दिनों कंपनी ने एक कर्मचारी को बिना नोटिस और ठोस वजह के बाहर का रास्ता दिखा दिया, जो कि जेई के पद पर तैनात था और प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े कार्यों की मॉनिटरिंग का काम देखता था. कंपनी के इस तानाशाही रवैये से नाराज कर्मचारियों ने परियोजना निदेशक (पीडी) सुभाष मौर्य का घेराव कर दिया. हालांकि बाद में पीडी के समझाने पर उन्हें अपना मांग पत्र सौंप वापस चले गए.
ये भी पढ़ें:-सपा प्रत्याशी की सबसे कम संपत्ति पर बीजेपी उम्मीदवार ने किया तंज

मुझसे पैसे की डिमांड की गई, जिसे पूरा नहीं करने पर नौकरी से निकाल दिया गया.
-सूर्यकांत तिवारी, पीड़ित कर्मचारी
चकिया नगर पंचायत के चेयरमैन ने एस्बेंज कंपनी के लखनऊ हेड ऑफिस में कर्मचारी के आचरण को लेकर शिकायत की थी. इसके बाद कंपनी ने उन्हें बाहर निकाल दिया. हालांकि हमें उनके कार्यों या व्यवहार को लेकर किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है.
-एस मौर्य, पीडी डूडा

चंदौली: प्रधानमंत्री आवास योजना की मॉनिटरिंग के लिए आउटसोर्सिंग पर तैनात एक कर्मचारी को बिना नोटिस दिए ही कंपनी ने टर्मिनेट कर दिया. इससे नाराज कर्मचारियों ने नोडल अधिकारी पीडी डूडा का घेराव कर नाराजगी जताई और न्याय की मांग की. यही नहीं कंपनी के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया.

पीड़ित कर्मचारी ने लगाए गंभीर आरोप.

जानें क्या है पूरा मामला-

प्रधानमंत्री आवास योजना की मॉनिटरिंग के लिए दीनदयाल उपाध्याय नगर पालिका में एस बेंच कंपनी की तरफ से आउटसोर्सिंग के जरिए 17 युवकों को रखा गया था, लेकिन पिछले दिनों कंपनी ने एक कर्मचारी को बिना नोटिस और ठोस वजह के बाहर का रास्ता दिखा दिया, जो कि जेई के पद पर तैनात था और प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े कार्यों की मॉनिटरिंग का काम देखता था. कंपनी के इस तानाशाही रवैये से नाराज कर्मचारियों ने परियोजना निदेशक (पीडी) सुभाष मौर्य का घेराव कर दिया. हालांकि बाद में पीडी के समझाने पर उन्हें अपना मांग पत्र सौंप वापस चले गए.
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मुझसे पैसे की डिमांड की गई, जिसे पूरा नहीं करने पर नौकरी से निकाल दिया गया.
-सूर्यकांत तिवारी, पीड़ित कर्मचारी
चकिया नगर पंचायत के चेयरमैन ने एस्बेंज कंपनी के लखनऊ हेड ऑफिस में कर्मचारी के आचरण को लेकर शिकायत की थी. इसके बाद कंपनी ने उन्हें बाहर निकाल दिया. हालांकि हमें उनके कार्यों या व्यवहार को लेकर किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है.
-एस मौर्य, पीडी डूडा

Intro:चंदौली - प्रधानमंत्री आवास योजना की मॉनिटरिंग के लिए आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मियों को बिना नोटिस दिए ही कंपनी ने टर्मिनेट कर दिया. जिससे नाराज कर्मचारियों ने नोडल अधिकारी पीडी टूटा का घेराव कर नाराजगी जताई और न्याय की मांग की. यही नहीं कंपनी के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया. हालांकि डूडा अधिकारी ने इस पूरे मामले को कंपनी और कर्मचारी का आपसी मामला बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया.


Body:दरअसल प्रधानमंत्री आवास योजना की मॉनिटरिंग के लिए दीनदयाल उपाध्याय नगर पालिका में एस बेंच कंपनी की तरफ से आउटसोर्सिंग के जरिए 17 युवकों को रखा गया था. लेकिन पिछले दिनों कंपनी ने एक कर्मचारी को बिना नोटिस और ठोस वजह के बाहर का रास्ता दिखा दिया. जो कि जेई के पद पर तैनात था औए प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े कार्यों की मॉनिटरिंग का काम देखता था. कंपनी के इस तानाशाही रवैया से नाराज कर्मचारियों ने पीडी का घेराव कर दिया. हालांकि बाद में परियोजना निदेशक के समझाने पर उन्हें अपना मांग पत्र सौंप वापस चले गए.

यहीं नहीं पीड़ित कर्मचारी सूर्यकांत तिवारी ने कार्यदाई संस्था के अपने एक अधिकारी पर धन उगाही का भी आरोप लगाया है. उसका कहना है की क्लस्टर हेड के पद पर तैनात कर्मचारी के नाम पर पैसे की डिमांड की गई. जिसे पूरा नहीं करने पर नौकरी से निकाल दिया गया.

इस बाबत डूडा के परियोजना निदेशक सुभाष मौर्य का कहना है की चकिया नगर पंचायत के चेयरमैन ने एस्बेंज कंपनी के लखनऊ हेड ऑफिस में उनके आचरण को लेकर शिकायत की गई थी. इसके बाद कंपनी ने उन्हें बाहर निकाल दिया. हालांकि हमारे पास उनके कार्यों या व्यवहार को लेकर किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है.


गौरतलब है कि पूरे मामले में भले ही सीधे तौर पर आउटसोर्सिंग के जरिए सरकारी काम के लिए रखे गए एक कर्मी को कंपनी ने निकाल दिया हो और नोडल अधिकारी इसे कंपनी और कर्मचारी के बीच का मामला बता रहे हो लेकिन इस घटना ने सरकारी योजनाओं को और शेर सिंह या निजी कंपनियों के हाथों में दिए जाने के फैसले पर सवाल जरूर खड़े कर दिए.


बाइट - सूर्यकांत तिवारी (पीड़ित कर्मचारी)
बाइट - एस मौर्य (पीडी डूडा)




Conclusion:कमलेश गिरी
चंदौली
9452845730
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