चंदौलीः यूपी-बिहार बार्डर पर नौबतपुर में फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाने संबंधी मामले का एक बार फिर भंडाफोड़ हुआ है. गिरोह का सरगना बुधवार की रात सैयदराजा थाना क्षेत्र के बरठी कमरौर से अलीनगर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसके दो साथी भी पकड़े गए. गिरोह फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर वन विभाग की जाली रसीद और ई-चालान बनाने का काम करता था. जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होता था. पुलिस ने भारी मात्रा में कूटरचित दस्तावेज, लैपटाप, प्रिंटर, स्कैनर, मोहर आदि बरामद किया है.
वन विभाग की शिकायत पर सक्रिय हुई पुलिस बीते पांच अगस्त को वन विभाग के दारोगा संजय कुमार ने अलीनगर थाने पर प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की कि, लकड़ी लादकर सैयदराजा बार्डर से रामनगर की ओर जा रहे ट्रक की जांच की गई तो ड्राइवर के पास से वन विभाग का फर्जी अभिवहन पास और परिवहन रसीद मिला. एसपी के निर्देश पर अलीनगर थाना प्रभारी संतोष सिंह ने बरठी कमरौर गांव में छापेमारी कर बरठी निवासी (20) गुफरान खां, परेवा निवासी पवन कुमार गुप्ता (25) और नौबतपुर के इरफान खां (22) को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें कि, छापेमारी के दौरान तीनों अभियुक्तों के पास से तीन अदद लैपटॉप, तीन अदद प्रिन्टर, लेमीनेशन मशीन, फिंगर प्रिन्टर स्केनर, एक अदद पेन ड्राइव, इसके अलावा कूटरचित दस्तावेजों में सात अदद डीएल, सात अदद खाली प्रमाण पत्र और 34 ई-चलान, सीड्यूल-सी बुक, अभिवहन पास-बुक, कूटरचित मोहर, चार मोबाइल फोन और फर्जी दस्तावेजों की बिक्री से कमाए हुए 6500 नगदी बरामद किया है.
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गौरतलब है कि, यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी पुलिस कई बार फर्जी परिवहन कार्यालय संचालित किए जाने को लेकर कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके नौबतपुर में यह कार्य धड़ल्ले से संचालित होता है. हालांकि समय-समय पर पुलिस कार्रवाई करती रहती है.
इस बाबत सीओ अनिल राय ने बताया की नौबतपुर में फर्जी तरीके परिवहन कार्यालय संचालित किए जाने की शिकायत के बाद अलीनगर पुलिस ने छापेमारी कर कूटरचित दस्तावेजों संग तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. इनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया.