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चंदौली: फर्जी कंपनी बनाकर करोड़ों की ठगी करने वाला गिरफ्तार - करोड़ों की ठगी करने वाला गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को उनके पैसे दोगुना करने का झांसा देकर ठगी का काम करता था.

गिरफ्तार जालसाज सरताज.
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Published : Jul 23, 2019, 9:36 PM IST

चन्दौली: पुलिस ने चिटफण्ड कंपनी बनाकर जालसाजी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार जालसाज ने चंदौली के आसपास के सैकड़ों लोगों के साथ पैसा दोगुना बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है.

घटना की जानकारी देते सीओ.

करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला जालसाज गिरफ्तार-

  • चंदौली के धानापुर का रहने वाला है जालसाज सरताज आलम.
  • 2013 में निजी निवेशक कंपनी इवरग्रीन इंफ्राजोन इंडिया बनाई.
  • सरकार की नजर पड़ने पर कंपनी का नाम बदल दिया.
  • 2014 में नया नाम इवरग्रीन एग्रो मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी हो गया.
  • जिसे प्रदेश के तमाम जिलों में स्थापित किया गया.
  • कॉरपोरेट कंपनी की तर्ज पर इसका सेटअप तैयार किया और एक जिले में पांच से छह ब्रांच ऑफिस बनाया.
  • एक मैनेजर, एक कैशियर और दो एरिया मैनेजर के एजेंट की नियुक्ति की गई.
  • एजेंटों को 10 से 30 प्रतिशत कमीशन मिलता था.
  • एफडी (एकमुश्त) और रिकरिंग (किश्तों में) दो तरीके से जमा होता था पैसा.
  • ऐसे कई खाताधारकों को सरताज ने चेक भी दिया था, लेकिन वे सभी चेक बाउंस हो गए.

जालसाली करने वाले गिरोह का सरगना सरताज गिरफ्तार हो चुका है. उसके अन्य सहयोगियों को भी बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
-त्रिपुरारी पांडेय,सीओ सिटी

चन्दौली: पुलिस ने चिटफण्ड कंपनी बनाकर जालसाजी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार जालसाज ने चंदौली के आसपास के सैकड़ों लोगों के साथ पैसा दोगुना बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है.

घटना की जानकारी देते सीओ.

करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला जालसाज गिरफ्तार-

  • चंदौली के धानापुर का रहने वाला है जालसाज सरताज आलम.
  • 2013 में निजी निवेशक कंपनी इवरग्रीन इंफ्राजोन इंडिया बनाई.
  • सरकार की नजर पड़ने पर कंपनी का नाम बदल दिया.
  • 2014 में नया नाम इवरग्रीन एग्रो मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी हो गया.
  • जिसे प्रदेश के तमाम जिलों में स्थापित किया गया.
  • कॉरपोरेट कंपनी की तर्ज पर इसका सेटअप तैयार किया और एक जिले में पांच से छह ब्रांच ऑफिस बनाया.
  • एक मैनेजर, एक कैशियर और दो एरिया मैनेजर के एजेंट की नियुक्ति की गई.
  • एजेंटों को 10 से 30 प्रतिशत कमीशन मिलता था.
  • एफडी (एकमुश्त) और रिकरिंग (किश्तों में) दो तरीके से जमा होता था पैसा.
  • ऐसे कई खाताधारकों को सरताज ने चेक भी दिया था, लेकिन वे सभी चेक बाउंस हो गए.

जालसाली करने वाले गिरोह का सरगना सरताज गिरफ्तार हो चुका है. उसके अन्य सहयोगियों को भी बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
-त्रिपुरारी पांडेय,सीओ सिटी

Intro:चन्दौली - पुलिस ने चिटफण्ड कंपनी बनाकर जालसाजी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार जालसाज सरताज ने चंदौली आसपास के सैकड़ों लोगों के साथ पैसा दोगुना बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. पैसे मांगने पर गाली गलौज और मारने पीटने की धमकी देता है. बिहार के सासाराम निवासी राधेश्याम की शिकायत पर पुलिस ने सरताज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि इससे जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए हाथ-पांव मार रही है. हालांकि पुलिस सूत्रों की माने तो इस सिंडिकेट का तार पश्चिमी यूपी से जुड़ रहा है. जो कि इस चिटफंड कंपनी का तथाकथित मालिक या मास्टरमाइंड है. फिलहाल पुलिस इससे जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है.

Body:चंदौली के धानापुर का रहने वाला है जालसाज सरताज आलम

2013 में निजी निवेशक कंपनी इवरग्रीन इंफ्राजोन इंडिया बनाई

सरकार की नजर पड़ने पर कंपनी का नाम बदल दिया

2014 में नया नाम इवरग्रीन एग्रो मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी हो गया.

जिसे प्रदेश के तमाम जिलों में स्थापित किया गया.

कॉरपोरेट कंपनी की तर्ज पर इसका सेटअप तैयार किया

एक जिले में 5 से 6 ब्रांच ऑफिस बनाया

एक मैनेजर जबकि एक कैशियर, 2 एरिया मैनेजर के एजेंट की नियुक्ति की गई

पांच से छः ब्रांच को मिलाकर एक डाइरेक्टर रखा जाता है.

एजेंटो को 10 से 30 प्रतिशत मिलता था कमीशन

दो तरीके जमा होता था पैसा

एफडी (एकमुश्त) और रिकरिंग ( किश्तों में)

इन सभी ब्रांचों का जिम्मेदार डाइरेक्टर ही होता था

मेच्योरिटी के बाद डाइरेक्टर यानी सरताज ही कंपनी के नाम के चेक पर साइन कर करता था.

ऐसे कई खाताधारकों को सरताज ने चेक भी दिया था

लेकिन वे सभी चेक बाउंस हो गए

जिसको लेकर लोग भुगतान को लेकर सरताज के घर पहुचने लगे

सरताज ने पैसे की डिमांड पर लोगों के साथ गाली गलौज, धमकी और मारपीट पर उतारू हो गया.

जिसकी शिकायत राधेश्याम पांडेय ने चन्दौली कोतवाली में की

सरताज इन कंपनियों में निदेशक था.

भागने से पहले सरताज ने कई लोगों को चेक भी दिए थे.

लेकिन वह बाउंस हो गए.

वहीं उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए जिले के कई थानों में तहरीर दी गई.

पुलिस से बचने के लिए सरताज दूसरे जिलों में रहने लगा.

शिकायत के सदर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया

सरताज के गिरफ्तारी की भनक लगने पर जालसाजी के शिकार अन्य लोगों ने भी शिकायत दर्ज कराई.

सरताज के खिलाफ जालसाजी, धमकी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा कर जेल भेज दिया गया.

5 साल पहले सामान्य जीवन यापन करने सरताज अब जालसाजी का सरताज बन चुका है

साइकिल से चलने वाला सरताज आज लग्जरी गाड़ियों से चलने लगा

जालसाली करने वाले गिरोह का सरगना सरताज गिरफ्तार हो चुका है. उसके अन्य सहयोगियों को भी बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

त्रिपुरारी पांडेय (सीओ सिटी)

Conclusion:बहरहाल पुलिस सूत्रों की माने तो सरताज मात्र जिले स्तर का एक मोहरा है. जबकि गिरोह का मास्टरमाइंड पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद में रहने वाला इरफान अंसारी है.जिसने इन कंपनी को पश्चिमी यूपी के ही एक अन्य व्यक्ति को बेच दिया.और पूरा माल समेटकर अंडरग्राउंड हो गया. उसके बाद से ही भुगतान को लेकर व्यवधान उत्पन्न हुआ.जिसमें लोगों का करोड़ो रुपया फंस गया है.

कमलेश गिरी
चंदौली
9452845730

Note - यह खबर इनपुट डेस्क से मांगी गई थी..
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