चंदौलीः लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज के छात्रसंघ के चुनाव की तिथि टाले जाने के बाद मंगलवार को माहौल गर्म रहा. अध्यक्ष पद के प्रमुख प्रत्याशी अविनाश लखन के एडमिशन रद्द किये जाने के बाद सोमवार को भारी हंगामा देखने को मिला था.
हंगामे के प्राचार्य की ओर से 14 नवंबर तक कॉलेज बंद किए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन परिसर के बाहर काफी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती के बाद भी छात्रों का एक गुट कॉलेज परिसर में जाकर धरने पर बैठ गया और छात्र संघ चुनाव नियत समय पर कराए जाने की मांग करने लगे. हालांकि बाद में पुलिस और चुनाव अधिकारी के समझाने पर छात्र माने और धरना समाप्त हुआ.
छात्र के प्रवेश को कर दिया गया था निरस्त
दरअसल एलबीएस पीजी कॉलेज के छात्र संघ चुनाव में मंगलवार को नामांकन होना था, लेकिन नामांकन तिथि से एक दिन पहले नाटकीय तरीके से एमए प्रथम वर्ष हिंदी के छात्र अविनाश लखन का एडमिशन निरस्त कर दिया गया. इसके बाद सोमवार को दिनभर कॉलेज का माहौल गर्म रहा. देर रात विश्वविद्यालय के वीसी से वार्ता के बाद पुलिस अधीक्षक ने फोर्स की अनुपलब्धता के चलते छात्रसंघ चुनाव की तिथि को अग्रिम आदेश तक टाल दिया. मंगलवार की सुबह प्राचार्य ने कॉलेज बंद होने और चुनाव की तिथि को अग्रिम आदेश तक टाले जाने के बाबत एक नोटिस छात्रसंघ भवन की दीवार पर चस्पा कर दिया.
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बिक चुके फार्म ही मान्य रहेंगे
इसकी जानकारी छात्रसंघ चुनाव की तैयारी में जुटे दूसरे छात्रों को हुई तो उनमें आक्रोश पनप गया. दो दर्जन से अधिक संख्या में छात्र कॉलेज पहुंच गए. वहां कॉलेज परिसर के बाहर पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बावजूद सभी कॉलेज परिसर में घुस गए और धरने पर बैठ गए. लगभग दो घंटे तक चले धरने के दौरान छात्र प्राचार्य को कॉलेज में बुलाने की मांग पर अड़ गए. बाद में चुनाव अधिकारी कामेश सिंह मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया. चुनाव अधिकारी ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया में नामांकन के लिए अब तक बिके फार्म ही मान्य रहेंगे. आगे जब भी चुनाव की तिथि घोषित की जाएगी तो इन्हीं फार्म पर आगे की प्रकिया पूरी होगी.