चंदौली: पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर सरकार के रवैये से नाराज स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 27 फरवरी तक काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध प्रकट करने की चेतावनी दी है.
27 फरवरी तक चलेगा विरोध
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष अवधेश पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारी जायज मांगों को लेकर लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं. मगर सरकार मांगों की अनदेखी कर रही है, इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा. सरकार की उपेक्षात्मक रवैया के कारण प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, नर्सेज, एक्सरे टेक्निशियन, सेवा प्रदाता कर्मचारी 27 फरवरी तक पट्टी बांधकर विरोध करेंगे.
ठेका कर्मचारियों को परमानेंट किया जाए
जिलामंत्री आर.के. यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए. संविदा ठेका कर्मचारियों को परमानेंट किया जाए. केंद्रीय कर्मचारियों के समान भत्ता दिया जाए. डीए व अन्य भत्ते बहाल किए जाएं. 50 वर्ष पर जबरन सेवा निवृत्ति बंद किया जाए. नई नियुक्तियां शुरू की जाए. इसके अलावा अन्य 18 मांगों को तत्काल पूरा किया जाए.
स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांध जताया विरोध
यूपी के चंदौली जिले में शुक्रवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांध सरकार के खिलाफ विरोध जताया. इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मियों ने जिला अस्पताल में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
चंदौली: पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर सरकार के रवैये से नाराज स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 27 फरवरी तक काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध प्रकट करने की चेतावनी दी है.
27 फरवरी तक चलेगा विरोध
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष अवधेश पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारी जायज मांगों को लेकर लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं. मगर सरकार मांगों की अनदेखी कर रही है, इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा. सरकार की उपेक्षात्मक रवैया के कारण प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, नर्सेज, एक्सरे टेक्निशियन, सेवा प्रदाता कर्मचारी 27 फरवरी तक पट्टी बांधकर विरोध करेंगे.
ठेका कर्मचारियों को परमानेंट किया जाए
जिलामंत्री आर.के. यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए. संविदा ठेका कर्मचारियों को परमानेंट किया जाए. केंद्रीय कर्मचारियों के समान भत्ता दिया जाए. डीए व अन्य भत्ते बहाल किए जाएं. 50 वर्ष पर जबरन सेवा निवृत्ति बंद किया जाए. नई नियुक्तियां शुरू की जाए. इसके अलावा अन्य 18 मांगों को तत्काल पूरा किया जाए.