चन्दौली: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद पराली जलाने के मामले पर चंदौली डीएम एक्शन मोड में हैं. पराली जलाने के मामले में विभिन्न थाना क्षेत्रों में 4 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. इसके खिलाफ कृषि विभाग के प्राविधिक सहायक, लेखपाल समेत 6 कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई से किसानों में हड़कंप है.
चन्दौली के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कलेक्ट्रेट में धान की अवशेष फसल को न जलाने से संबंधित बैठक की. बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हाल में पराली नहीं जलनी चाहिए. किसानों की तरफ से बैठक कर भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही.
इस पर निगरानी के लिए एडीएम के नेतृत्व में जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है, जिसमें संबंधित लेखपाल पराली जलाने वालों की रिपोर्ट देंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर सम्बंधित दोषी किसानों के खिलाफ अर्थदंड के साथ जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी.
6 कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई
इस मामले में जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के प्राविधिक सहायक व लेखपाल सहित 6 कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की है. इसके अलावा चकिया के बैरी निवासी अनिल सिंह, कन्दवा के जेवरियाबाद निवासी भूपेंद्र सिंह, धानापुर के नेकनामपुर निवासी हरिकेश यादव, अलीनगर के कोरीगांव निवासी हरिहर सिंह के खिलाफ पराली जलाए जाने पर मुकदमा दर्ज कर एवं अर्थदंड लगाया गया.
इसके साथ ही सैयदराजा में बिना रीपर के चल रही हार्वेस्टर को सीज किया गया. साथ ही सभी हार्वेस्टर मालिक को निर्देश दिया गया है कि हार्वेस्टर के साथ रीपर अवश्य लेकर चलें अन्यथा विभागीय कार्रवाई के साथ सीज कर दिया जाएगा.