चन्दौली : पुलिस ने घर में चल रहे फर्जी एआरटीओ कार्यालय का पर्दाफाश करते हुए दो नटवरलाल को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी पिता-पुत्र पिछले 10 सालों से इस गोरखधंधे में संलिप्त थे. पुलिस ने मामला दर्जकर आरोपी को जेल भेज दिया है.
दरअसल सकलडीहा पुलिस को सूचना मिली कि वार्ड नंबर 1 सकलडीहा बाजार में एक व्यक्ति फर्जी तरीके से वाहनों के इंश्योरेंस, आरटीओ विभाग संबंधी दस्तावेज बनाता है. जिसकी सूचना के बाद पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया और खुद का फर्जी डीएल बनवाने के लिए गए. डिलीवरी के समय दलबल के साथ पहुंची पुलिस ने मौके से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जो रिश्ते में पिता-पुत्र हैं.
सीओ सकलडीहा प्रदीप सिंह चंदेल के नेतृत्व में हुई छापेमारी के दौरान आरोपी के घर से कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटिंग मशीन, फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, समेत कई राज्यों के परिवहन संबंधी फर्जी कागजात और आरटीओ, एआरटीओ की मुहर बरामद हुई है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पिछले 10 सालों से इस धंधे में संलिप्त थे. इस फर्जी कागजातों के सहारे नौबतपुर बार्डर पर गाड़ियों को पास कराता था. साथ ही पुलिस की छापेमारी और अन्य वजहों से वहां से अपने घर से इस धंधे को संचालित करने लगा.
दरअसल चन्दौली बिहार बॉर्डर से सटा इलाका है. जहां अन्य प्रांतों के वाहन चन्दौली के रास्ते यूपी की सीमा में दाखिल होते है. ऐसे में तमाम विभागीय चेकिंग के दौरान पकड़े जाने से बचने के लिए फर्जी पेपर, डीएल,व कागजात बनवा लेते हैं. जिससे पकड़े जाने पर भी उस गाड़ी की पहचान नहीं हो पाती है. न ही दोबारा पकड़ में आती है. हालांकि फर्जी परिवहन कार्यालय का खेल काफी पुराना है और पहले भी इस धंधे में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है, बावजूद इसके नौबतपुर बॉर्डर पर यह धंधा फल फूल रहा है.