चंदौली: एटीएस वाराणसी की टीम ने संदिग्ध आईएसआई एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम आरोपी राशिद के घर चंदौली पहुंची. वहीं राशिद की मां ने कहा कि उसके बेटे ने पाकिस्तान में लंबा समय बिताया है. बातचीत के दौरान मां अपने बेटे को निर्दोष भी बता रही है.
- संदिग्ध आईएसआई एजेंट रशीद अहमद मुगलसराय कोतवाली के चौराहट गांव का रहने वाला है.
- राशिद अपने नाना के यहां मां के साथ रहता था.
- राशिद दो बार पाकिस्तान अपनी मौसी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए मां और नाना के साथ पाकिस्तान जा चुका है.
- पहली बार वह अगस्त 2017 में पाकिस्तान गया था, जहां वह एक महीने तक रुका था.
- दूसरी बार दिसंबर 2018 में मौसी की बेटी की शादी में शामिल होने पाकिस्तान गया था, जहां एक माह 25 दिन रहा था.
- इस दौरान वहां ने लोगों से अच्छे ताल्लुकात हो गए थे.
यहीं नहीं राशिद को भारत वापसी के दौरान पाकिस्तान के दर्जनों लोग छोड़ने भी आए थे. राशिद ग्लोसाईन बोर्ड बनाने का काम वाराणसी के नौरंगाबाद किसी दानिश के लिए काम करता था. मिली जानकारी के मुताबिक दानिश के कहने पर ही राशिद कानपुर, इलाहाबाद और लखनऊ भी जा चुका है.
दरअसल, राशिद के नाना मूल रूप से वाराणसी के प्रह्ललाद घाट क्षेत्र के रहने वाले हैं, जो बीस वर्ष पूर्व वह चौरहट में आकर बसे थे. उनके दो बेटे और पांच बेटियां है. उनकी सबसे बड़ी बेटी पाकिस्तान के करांची में अपने परिवार के साथ रहती है, जबकि दूसरे नंबर की बेटी पति से तलाक के बाद बेटे राशिद के साथ यहीं रह रही है. घटना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है. परिवार वालों ने बताया कि कभी-कभी पाकिस्तान से उसकी मौसी का फ़ोन आता था और वही उससे बात करता था.
इस तरह की चर्चा है कि पाकिस्तान के आईएसआई हैंडलर ने उससे दो भारतीय सिम मंगवाए थे. बाद में उस पर वाट्सएप्प एक्टिव हुआ, जिससे वह यूपी के तमाम धार्मिक स्थलों और सेना से जुड़ी जानकारी भेज रहा था. पाकिस्तान की सेना वाट्सअप से ही अपना एजेंडा चला रही थी.
राशिद की मां ने बताया है कि मुझे नहीं लगता है कि मेरा बेटा आईएसआई का एंजेट है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में मेरी बहन रहती है. जहां पहली बार जाने पर राशिद 2 महीने पाकिस्तान में रुका था और दूसरी बार 20 से 25 दिन रुका था. उन्होंने बताया कि राशिद दोषी पाया जाता है तो उसे लोग दोषी तो ठहराएगें, अगर राशिद दोषी नहीं पाया जाता है तो उसे बाइज्जत बरी किया जाए.