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NSG कमांडो राकेश का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई - उत्तर प्रदेश न्यूज

चंदौली के एनएसजी कंमाडो कमांडो राकेश कुमार यादव का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक आवास पर पहुंचा. इस दौरान हजारों की भीड़ मौजूद रही. नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी गई.

Rakesh Yadav
एनएसजी कंमाडो कमांडो राकेश कुमार यादव
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Published : Oct 19, 2021, 7:04 PM IST

Updated : Oct 19, 2021, 10:59 PM IST

चंदौली. नियामताबाद विकास खंड स्थित हीरामनपुर गांव निवासी एनएसजी कमांडो राकेश कुमार यादव (41) का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक आवास पर पहुंचा. यहां हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. पहले तो परिजनों ने अंतिम संस्कार किये जाने से मना कर दिया, लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें अंतिम विदाई दी गई. अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया गया और वे पंचतत्व में विलीन हो गए.

परिजनों ने इसलिए अंतिम संस्कार करने से किया था मना

पीड़ित परिजनों का कहना था कि सेना के जवान का पार्थिव शरीर को जो सम्मान मिलना चाहिए, वो नहीं मिला. आरोप था कि उनकी अंतिम यात्रा के लिए प्रशासन की तरफ से सम्मानजनक व्यवस्था नहीं की गई थी और न ही मौके पर जिले के आलाधिकारी शरीक हुए. ड्यूटी के दौरान मौत की घटना को तीन दिन हो गए, लेकिन न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचकर परिजनों का हाल जाना और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने मौके पर पहुंचने की जहमत उठाई.

Rakesh yadav
NSG कमांडो राकेश का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव

इस दौरान पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि एक सेना के जवान को जो अपनी ड्यूटी के दौरान अपना प्राण त्याग देता है, देश की आन बान शान के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तैयार रहता है, उनके शहादत के मौके पर आलाधिकारियों की तरफ़ से इस तरह की बेरुखी ठीक नहीं है. उन्हें जवान के घर आकर उनकी मांगों को सुनना और विचार करना चाहिए.

आक्रोशित परिजनों ने इसी वजह से अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. परिजनों के इस इनकार के बाद मौके पर मुगलसराय तहसीलदार पहुंचे और पुष्प गुच्छ चढ़ाकर नमन किया. साथ ही परिजनों से मिलकर हर संभव मदद भरोसा दिया. इसके बाद लोग माने.

बेंगलुरू में प्रशिक्षण के दौरान आया था हार्टअटैक

जानकारी के अनुसार, बेंगलुरू में प्रशिक्षण के दौरान राकेश कुमार यादव की हार्टअटैक के कारण निधन हो गया. घटना की जानकारी होते ही परजिनों और आसपास के गांव में मातम छा गया. परिजनों के अनुसार, राकेश कुमार यादव (41) एनएसजी में कमांडो के पद पर पंजाब के भटिंडा में तैनात थे. कुछ दिनों पूर्व उनकी पदोन्नति जेसीओ पद पर हुई थी. इसकी ट्रेनिंग के लिए उन्हें कर्नाटक के बंगलुरू प्रशक्षिण केंद्र में भेजा गया था. रविवार को प्रशिक्षण के दौरान ही हृदयाघात से उनकी मौत हो गई.



इसकी सूचना मिलते ही राकेश यादव की पत्नी वंदना यादव बेसुध हो गईं. वहीं पुत्री सपना व पुत्र मोहित सहित अन्य परिजन भी सदमे में हैं. सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंचते ही पूरा इलाका गमगीम हो गया. परिजनों के साथ ही गांव के लोगों के भी आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था.


एनएसजी कमांडो चन्दौली के लाल की मौत की सूचना के बाद चंदौली जिले के समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव और सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज कुमार सिंह डब्लू समेत तमाम जनप्रतिनिधि उनकी अंतिम विदाई में शामिल होने उनके घर पहुंच गए.



वहीं जिले भर से तैयारी करने वाले युवाओं की भी भारी भीड़ जवान की अंतिम विदाई में शामिल होने के लिए पड़ाव से ही जुलूस की शक्ल में उनके पार्थिव शरीर के साथ उनके आवास पहुंचे. इस दौरान देशभक्ति के नारों और गीतों से इलाका गूंजता रहा.

चंदौली. नियामताबाद विकास खंड स्थित हीरामनपुर गांव निवासी एनएसजी कमांडो राकेश कुमार यादव (41) का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक आवास पर पहुंचा. यहां हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. पहले तो परिजनों ने अंतिम संस्कार किये जाने से मना कर दिया, लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें अंतिम विदाई दी गई. अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया गया और वे पंचतत्व में विलीन हो गए.

परिजनों ने इसलिए अंतिम संस्कार करने से किया था मना

पीड़ित परिजनों का कहना था कि सेना के जवान का पार्थिव शरीर को जो सम्मान मिलना चाहिए, वो नहीं मिला. आरोप था कि उनकी अंतिम यात्रा के लिए प्रशासन की तरफ से सम्मानजनक व्यवस्था नहीं की गई थी और न ही मौके पर जिले के आलाधिकारी शरीक हुए. ड्यूटी के दौरान मौत की घटना को तीन दिन हो गए, लेकिन न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचकर परिजनों का हाल जाना और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने मौके पर पहुंचने की जहमत उठाई.

Rakesh yadav
NSG कमांडो राकेश का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव

इस दौरान पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि एक सेना के जवान को जो अपनी ड्यूटी के दौरान अपना प्राण त्याग देता है, देश की आन बान शान के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तैयार रहता है, उनके शहादत के मौके पर आलाधिकारियों की तरफ़ से इस तरह की बेरुखी ठीक नहीं है. उन्हें जवान के घर आकर उनकी मांगों को सुनना और विचार करना चाहिए.

आक्रोशित परिजनों ने इसी वजह से अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. परिजनों के इस इनकार के बाद मौके पर मुगलसराय तहसीलदार पहुंचे और पुष्प गुच्छ चढ़ाकर नमन किया. साथ ही परिजनों से मिलकर हर संभव मदद भरोसा दिया. इसके बाद लोग माने.

बेंगलुरू में प्रशिक्षण के दौरान आया था हार्टअटैक

जानकारी के अनुसार, बेंगलुरू में प्रशिक्षण के दौरान राकेश कुमार यादव की हार्टअटैक के कारण निधन हो गया. घटना की जानकारी होते ही परजिनों और आसपास के गांव में मातम छा गया. परिजनों के अनुसार, राकेश कुमार यादव (41) एनएसजी में कमांडो के पद पर पंजाब के भटिंडा में तैनात थे. कुछ दिनों पूर्व उनकी पदोन्नति जेसीओ पद पर हुई थी. इसकी ट्रेनिंग के लिए उन्हें कर्नाटक के बंगलुरू प्रशक्षिण केंद्र में भेजा गया था. रविवार को प्रशिक्षण के दौरान ही हृदयाघात से उनकी मौत हो गई.



इसकी सूचना मिलते ही राकेश यादव की पत्नी वंदना यादव बेसुध हो गईं. वहीं पुत्री सपना व पुत्र मोहित सहित अन्य परिजन भी सदमे में हैं. सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंचते ही पूरा इलाका गमगीम हो गया. परिजनों के साथ ही गांव के लोगों के भी आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था.


एनएसजी कमांडो चन्दौली के लाल की मौत की सूचना के बाद चंदौली जिले के समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव और सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज कुमार सिंह डब्लू समेत तमाम जनप्रतिनिधि उनकी अंतिम विदाई में शामिल होने उनके घर पहुंच गए.



वहीं जिले भर से तैयारी करने वाले युवाओं की भी भारी भीड़ जवान की अंतिम विदाई में शामिल होने के लिए पड़ाव से ही जुलूस की शक्ल में उनके पार्थिव शरीर के साथ उनके आवास पहुंचे. इस दौरान देशभक्ति के नारों और गीतों से इलाका गूंजता रहा.

Last Updated : Oct 19, 2021, 10:59 PM IST
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