चंदौली: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के मुगलसराय तहसील में उस वक्त हंगामा मच गया, जब सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं के बीच विवाद हो गया. जिलाधिकारी संजीव सिंह पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता धरने पर बैठ गए और माफी मांगने की मांग करने लगे. हालांकि बाद में एसडीएम के समझाने-बुझाने के बाद अधिवक्ता मान गए. इस दौरान करीब दो घंटे तक अधिवक्ता तहसील का गेट बंद कर धरने पर बैठे रहे.
दरअसल, शनिवार को मुगलसराय तहसील पर सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था. इस दौरान तहसील में दुर्व्यवस्था को लेकर महिला अधिवक्ताओं और जिलाधिकारी संजीव सिंह में बहस हो गई. आरोप है कि इस दौरान जिलाधिकारी ने महिला अधिवक्ताओं को बाहर जाने को कह दिया. जिलाधिकारी के इस रवैये से आहत महिला अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान वहां उपस्थित अन्य अधिवक्ता भी उनके समर्थन में उतर आए. देखते ही देखते अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन शुरू हो गया.
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अधिवक्ता माफी मांगने की मांग को लेकर अड़ गए और तहसील का गेट बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. मामला बढ़ता देख एसडीएम मुगलसराय विजय नारायण ने दोबारा पुनरावृत्ति न किए जाने का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया. वहीं जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बदसलूकी जैसी बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि न्यायालय निर्माण को लेकर अधिवक्ताओं का एक गुट धरना प्रदर्शन कर रहा है. ये लोग तहसील दिवस न किए जाने की बात कह रहे थे, लेकिन जन समस्याओं को देखते हुए ऐसा नहीं किया गया, जिसके चलते यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.