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पेट्रोल पंपों पर मिलावटखोरी और तेल चोरी से लोग परेशान - people upset due to adulteration of chandauli petrol

उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले में पेट्रोल पंप पर मिलावट और घटतौली से जनपदवासी परेशान हैं. जिले में पिछले एक साल से पेट्रोल पंपों की जांच नहीं हुई है. वहीं लोगों की शिकायत है कि पेट्रोल पंप पर मिलावट और घटतौली जारी है.

तेल चोरी से लोग परेशान
तेल चोरी से लोग परेशान
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Published : Apr 17, 2021, 12:33 PM IST

चन्दौली: पेट्रोल पंपों पर मिलावट और घटतौली को लेकर पीडीडीयू नगरवासी परेशान हैं. लोगों का आरोप है कि पेट्रोल पंपों पर उन्हें पेट्रोल/डीजल कम दिया जा रहा है. साथ ही पेट्रोल पंपों पर मिलावट करने का भी आरोप लगाया गया है. मामले पर अधिकारियों का कहना है कि प्रयोगशाला में जांच न हो पाने के कारण इस समय छापेमारी बंद है. पेट्रोल पंप संचालकों को गुणवत्ता के साथ पेट्रोल/डीजल देने के निर्देश दिए गए हैं.

इसे भी पढ़ें: ब्लैक राइस की खेती ने तोड़ी किसानों की कमर, आधे दामों में बेच रहे फसल

जानें पूरा मामला

जिले के पीडीडीयू के लोग तेल की माप में चोरी को लेकर परेशान हैं. नगरवासियों का आरोप है कि पीडीडीयू नगर के पेट्रोल पंपों पर तेल का नाप कम है. जिले में डेढ़ साल से पेट्रोल पंप की जांच नहीं की गई है. जांच न हो पाने का मुख्य कारण रामनगर स्थित प्रयोगशाला में पेट्रोल-डीजल और केरोसिन में मिलावट की जांच से साफ इनकार करना है. जनपद में लगभग 100 पेट्रोल पंप हैं, इनमें शायद ही कोई पेट्रोल पंप ऐसा हो जिसके तेल की गुणवत्ता पर उपभोक्ताओं को भरोसा हो. वाहनों में तेल भरवाना लोगों की मजबूरी है. इसी मजबूरी का पेट्रोल पंप संचालक फायदा उठा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि आपूर्ति विभाग और जिला प्रशासन इससे अनभिज्ञ है. प्रशासन सबकुछ जानते हुए भी मिलावटखोरी रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि छापेमारी के दौरान यदि डीजल-पेट्रोल का सैंपल लिया तो स्थानीय स्तर पर इसके जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं रामनगर प्रयोगशाला प्रशासन ने एक साल पहले ही पत्र भेजकर पेट्रोल-डीजल की जांच करने से इनकार कर दिया. इस मामले पर जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को मानक के अनुरूप सही मात्रा में तेल देने का निर्देश दिया गया है.

चन्दौली: पेट्रोल पंपों पर मिलावट और घटतौली को लेकर पीडीडीयू नगरवासी परेशान हैं. लोगों का आरोप है कि पेट्रोल पंपों पर उन्हें पेट्रोल/डीजल कम दिया जा रहा है. साथ ही पेट्रोल पंपों पर मिलावट करने का भी आरोप लगाया गया है. मामले पर अधिकारियों का कहना है कि प्रयोगशाला में जांच न हो पाने के कारण इस समय छापेमारी बंद है. पेट्रोल पंप संचालकों को गुणवत्ता के साथ पेट्रोल/डीजल देने के निर्देश दिए गए हैं.

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जिले के पीडीडीयू के लोग तेल की माप में चोरी को लेकर परेशान हैं. नगरवासियों का आरोप है कि पीडीडीयू नगर के पेट्रोल पंपों पर तेल का नाप कम है. जिले में डेढ़ साल से पेट्रोल पंप की जांच नहीं की गई है. जांच न हो पाने का मुख्य कारण रामनगर स्थित प्रयोगशाला में पेट्रोल-डीजल और केरोसिन में मिलावट की जांच से साफ इनकार करना है. जनपद में लगभग 100 पेट्रोल पंप हैं, इनमें शायद ही कोई पेट्रोल पंप ऐसा हो जिसके तेल की गुणवत्ता पर उपभोक्ताओं को भरोसा हो. वाहनों में तेल भरवाना लोगों की मजबूरी है. इसी मजबूरी का पेट्रोल पंप संचालक फायदा उठा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि आपूर्ति विभाग और जिला प्रशासन इससे अनभिज्ञ है. प्रशासन सबकुछ जानते हुए भी मिलावटखोरी रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि छापेमारी के दौरान यदि डीजल-पेट्रोल का सैंपल लिया तो स्थानीय स्तर पर इसके जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं रामनगर प्रयोगशाला प्रशासन ने एक साल पहले ही पत्र भेजकर पेट्रोल-डीजल की जांच करने से इनकार कर दिया. इस मामले पर जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को मानक के अनुरूप सही मात्रा में तेल देने का निर्देश दिया गया है.

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