चंदौली: जिले में वन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसके कारण भटके हुए जंगली सूअर को अपनी जान गंवानी पड़ी. दरअसल, बलुआ थाना क्षेत्र के मजिदहा में जंगली सूअर के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने उसे आत्मरक्षा में मार दिया. हालांकि ग्रामीणों ने सूअर के आतंक की सूचना वन विभाग व पुलिस को दी थी, लेकिन वे समय रहते नहीं पहुंच सके. वहीं अब वन विभाग के अधिकारी अपने बचाव में गलत बयानबाजी कर रहे हैं.
सूअर के हमले में कई लोग घायल
दरअसल, मंगलवार को मजिदहा गांव में भटक कर आये जंगली सूअर ने जमकर उत्पात मचाया. इस जंगली सूअर के सामने जो मिला, उसे इसने घायल कर दिया. सुअर के हमले में 6 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो गए. सुअर के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने मिलकर उसे खदेड़ना शुरु कर दिया.
..और ग्रामीणों ने इस तरह सूअर को मार डाला
जब सुअर मजिदहा गांव के बगीचे में पहुंचा तो उसे ग्रामीणों ने घेर लिया. उसे पहले पास के ही खेत में ले जाकर ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया गया, लेकिन जब सफलता न मिली तो ग्रामीणों ने उसे ट्रैक्टर के हल से आहत कर मार डाला.
वन विभाग की लापरवाही आई सामने
हालांकि इस पूरे मामले में वन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. ग्रामीणों की सूचना के घंटों बाद भी वनकर्मी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे, जिससे मजबूरन सुअर के आतंक से त्रस्त होकर ग्रामीणों ने उसे मार डाला. देर से पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अब गलत बयानबाजी कर रहे हैं.
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वन क्षेत्राधिकारी खलील अहमद ने बताया कि जंगली सूअर अज्ञात वाहन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई. उसके शव को दफना दिया गया है. जबकि तस्वीरों में साफतौर पर देखा जा सकता है कि जंगली सूअर की मौत एक्सीडेंट नहीं बल्कि आत्मरक्षा में ग्रामीणों ने की है.