चंदौली : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नाम वापसी की प्रक्रिया मुकम्मल होते ही जिले के कई पंचायत प्रमुख की तस्वीर काफी हद तक स्पष्ट हो गई. इसके पीछे की मजबूत वजह जिले के विभिन्न ब्लॉकों में बीडीसी प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचित होना है. इसी क्रम में धानापुर से तीन जबकि सदर ब्लॉक से दो प्रत्यासी निर्विरोध निर्वाचित हुए.
धानापुर से पति-पत्नी निर्विरोध निर्वाचित
धानापुर ब्लॉक से अजय सिंह खलनायक व उनकी पत्नी मीरा सिंह का निर्विरोध निर्वाचन हुआ. अजय सिंह ओदरा व मीरा सिंह खड़ान से बीडीसी चुनी गई हैं. इसके अलावा धानापुर ब्लॉक के ही प्रकाशपुर महुरा से विनोद सिंह भी निर्विरोध बीडीसी चुने गए हैं. बता दें कि अबकी बार धानापुर क्षेत्र पंचायत प्रमुख की सीट अनारक्षित है. ऐसे में गंवई राजनीति को अपने पाले में करने का ताना बाना बुना जाने लगा है.
ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर नजर
अजय सिंह पूर्व जिला पंचायत सदस्य हैं और क्षेत्र में उनकी सक्रियता लम्बे समय से निरंतर बनी हुई है. ऐसे में जब उन्होंने अपनी पत्नी मीरा सिंह के साथ क्षेत्र पंचायत सदस्य का नामांकन किया तो न केवल उनकी जीत को लेकर उनके समर्थन आश्वस्त थे, बल्कि बीडीसी की जीत को ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी से जोड़कर देख रहे थे. ऐसे में नाम वापसी की प्रक्रिया मुकम्मल होने के बाद अजय सिंह व उनकी पत्नी मीरा सिंह अपने वार्ड व इलाके से एकल प्रत्याशी होने के कारण निर्विरोध चुने गए.
यह बात जैसे ही ब्लॉक मुख्यालय से क्षेत्र में फैली समर्थक खुशी से झूम उठे. वहीं अजय सिंह खलनायक ने इसे जनता की जीत बताया और कहा कि निर्विरोध निर्वाचन, सर्वसमाज के समर्थन का प्रतीक है, जिनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लक्ष्य के साथ काम किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: जिले की पहली निर्विरोध प्रधान बनेंगी रमा देवी
सकलडीहा ब्लॉक से 4 बीडीसी निर्विरोध निर्वाचित
इसके अलावा सकलडीहा ब्लॉक में सृजित 130 बीडीसी पद पर 671 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था. रविवार को नाम वापसी के बाद ब्लॉक प्रमुख पद के दावेदार अवधेश सिंह और पत्नी जयंती सिंह सहित चार बीडीसी उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है. विशुनपुरा से अवधेश सिंह, मनिहरा से जयंती सिंह, रेवसा धूस से अलीशा सिंह और खगवल गांव की उषा देवी बीडीसी पद पर सिंगल उम्मीदवार हैं. खगवल गांव की महिला प्रत्याशी उषा देवी के पति राकेश की पिछले दिनों हत्या कर दी गई थी. नाम वापसी की प्रक्रिया समाप्त होते ही ब्लॉक प्रमुख पद के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं.