मुरादाबाद: प्रतिज्ञा रैली में पहुंची प्रियंका गांधी ने सबसे पहले तो सभी का अभिवादन स्वीकार किया और वहां आने के लिए आभार जताया. बता दें कि मुरादाबाद प्रियंका गांधी की ससुराल भी है. अपनी ससुराल में उन्होंने सभी का स्वागत किया था और काफी दिनों बाद मुरादाबाद आने के लिए के खेद भी प्रकट किया.
प्रियंका गांधी ने कहा मुरादाबाद देश-विदेश में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. उन्होंने कहा जब मेरी शादी हुई थी तब यह एक खुशहाल और समृद्ध शहर था. उस समय यहां व्यापारियों, महिलाओं और किसानों सभी का समर्थन करने वाली कांग्रेस सरकार थी, लेकिन इस समय के हालात बहुत खराब हैं. महिलाओं को लेकर उन्होंने कहा हम महिलाओं को सशक्त करना चाहते हैं, उनको आगे बढ़ाना चाहते हैं. इसलिए कांग्रेस 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दे रही है. इस सरकार में महिलाओं का शोषण हो रहा है, उनको कुचला जा रहा है और कोई आवाज नहीं उठा रहा है. सब केवल विज्ञापनों में है. उन्होंने कहा सवाल है कि राजनीति में आपकी भागीदारी क्या है. हो सकता है कि 40 फीसदी टिकट मिलने के बाद भी कुछ महिलाएं जीते और कुछ नहीं जीते. लेकिन, आपको अगली बार फिर मौका मिलेगा और आप ज्यााद सीटें जीतेंगी.
उन्होंने युवा महिलाओं को साधने की कोशिश करते हुए कहा आपको स्कूटी मिलेगी, स्मार्टफोन मिलेगा आप महिलाओं को सशक्त बनाएं. उन्होंने कहा हम जानते हैं कि आप सहना नहीं चाहतीं. आप सशक्त बनें और अपने हक के लिए खुद लड़ें मैं आपके साथ खड़ी हूं.
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किसानों को लेकर उन्होंने कहा किसानों का हम कर्जा माफ करेंगे, सबके लिए बिजली बिल आधा होगा. उन्होंने कहा कोरोना में आपने बहुत संकट झेला लेकिन, ये सरकार आक्रामक हो गयी. आपने ऑक्सीजन मांगा तो सरकार ने मदद नहीं की. उस दौरान काफी लोगों का व्यापार बंद भी हुआ था. हम ऐसे लोगों की मदद करना चाहता हैं, जिनको सबसे ज्यादा संकट हुआ. उन लोगों को कांग्रेस 25 हजार रुपये देना चाहती है. उन्होंने कहा हमारी सरकार आने पर कोई भी बीमारी हो तो 10 लाख रुपये तक का इलाज सरकार कराएगी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरी आप सबसे शिकायत है कि आप सब नेताओं से हिसाब नहीं मांगते. चुनाव के समय नरेंद्र मोदी जी सफाईकर्मियों के साथ फोटो खिंचवा लेते हैं, आगरा में वाल्मीकि समाज के युवक को पीटा जाता है तो आप हिसाब नहीं मांगते. हाथरस में दलित बेटी की चिता जलायी जाती है. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चुप रहते हैं लेकिन, आप हिसाब नहीं मांगते. आपलोग उनसे हिसाब मांगिए. प्रियंका गांधी ने कहा कोरोना काल में सरकार की लापरवाही की सजा आपको भुगतनी पड़ी, आपने हिसाब नहीं मांगा. राजनीतिक दलों और नेताओं से अपना रिश्ता बदलें, उनकी असलियत पहचानें.
प्रियंका गांधी ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनको आज मुख्य विपक्ष माना जा रहा है वह विकास की राजनीति नहीं कर रहे. वो भी जातिवाद और गुंडई की राजनीति करते हैं. वो भी विकास की बात भी नहीं करते हैं. इसलिए कई लोग कहते हैं कि भाजपा फूट फैलाकर फिर से जीतेगी. अखिलेश यादव को लेकर उन्होंने कहा कि उन्नाव, हाथरस, उंभा, बिजनौर की घटनाओं के बाद क्या अखिलेश वहां गए. लखीमपुर खीरी नरसंहार हुआ, क्या अखिलेश वहां गए तो अब चुनाव के समय क्यों आ रहे हैं. चुनाव के समय वो और उनकी पार्टी अचानक जीवित क्यों हो रहे हैं. पिछले 5 साल से वो कहां थे जब कांग्रेस सड़कों पर थी, हमारे अध्यक्ष 28 दिनों तक जेल में थे.
बसपा को आड़े हाथों लेते हुए प्रियंका ने कहा कि प्रयागराज के फाफामऊ में चार लोगों की हत्या कर दी गयी तब बसपा के नेता कहां थे. उन्होंने आवाज क्यों नहीं उठायी. जब वो बयान देते हैं तो ऐसा क्यों लगता है कि भाजपा जैसा ही बयान दे रहे हैं. किसानों की शहादत ने इस देश को बनाया है. जितने भी बड़े नेता आजादी के समय आंदोलन में थे, सभी आप ही के बीच में से आए हैं. कोई ऐसी जंग नहीं है जिसे बगैर लड़े जीता जाता है. ये लोग जब लड़ ही नहीं रहे तो जीतेंगे कैसे.
प्रियंका गांधी ने कहा आपको बहुत समझदारी के साथ वोट देना पड़ेगा. मैं आपको मौका देना चाहती हूं कि राजनीति को विकास आधारित बनाओ. कोई कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो यह देश उसका नहीं है, यह देश आपका है. सही निर्णय यही है कि विकास होना चाहिए और चुनाव के समय विकास की बात होनी चाहिए.