मुरादाबाद: लॉकडाउन के समय घरों में बंद लोग डायल- 112 पर फोन कर पुलिस की सहायता ले रहे हैं. वहीं जिले के गांव मंगूपुरा निवासी युवती ऐसी भी है, जिसने पुलिस को फोन कर कुत्ते के पिल्लों को मुक्त कराने के लिए सहायता मांगी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी पिल्लों को एक खंडर से बाहर निकाला. बताया जा रहा है पड़ोसी महिला ने महिला ने कुत्ते के पिल्लों को एक पुराने खंडर में दीवार लगाकर कैद कर दिए थे.
रविवार की रात मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र के गांव मंगूपुरा की रहने वाली दीपा कश्यप ने पुलिस को फोनकर सड़क पर टहलने वाले कुत्ते के पिल्लों को मुक्त कराने के लिए सहायता मांगी. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुचकर खंडर से कुत्ते के चार पिल्लों को बाहर निकाला. दरअसल दीपा कश्यप अपने मोहल्ले आवारा कुत्तों की देखभाल करती है. साथ ही रोज सुबह शाम सभी कुत्तों को खाना खिलाना, बीमार होने पर उनकी तीमारदारी भी करती है. जिसकी वजह से उसकी गली में आवारा कुत्तों का झुंड हमेशा रहते हैं. इसी बीच एक कुतिया ने चार पिल्लों को जन्म दिया. चारों पिल्ले गली में टहलते हैं, जिसकी वजह से जगह- जगह गंदगी होने से कुछ लोग दीपा से बहुत नाराज हुए.
बता दें कि दीपा के पड़ोस में रहने वाली एक बुजर्ग महिला चारों पिल्लों को एक खंडर में रख दिये और कच्ची दीवार लागकर पिल्लों की मां से अलग कर दिया. दीवार के एक तरफ कुतिया तो दूसरी तरफ भूखे पिल्ले रोने लगे. दीपा ने जब पिल्लों के रोने की आवाज सुनी तो वह दीवार के दूसरी तरफ से पिल्लों को निकालने गई. जिस पर मोहल्ले वालों ने उसको रोक दिया. जिसके बाद दीपा ने पुलिस से फोन कर मदद मांगी. सूचना मिलने मौके पर पहुंची पुलिस खंडर से पिल्लों को निकालकर उनकी मां के पास छोड़ दिया. साथ ही मोहल्ले वालों को दुबारा ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी.
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पशु प्रेमी दीपा कश्यप ने कहा कि में सड़क पर घूमने वालो कुत्तो की देखभाल करती हूं. सोमवार को डॉगी के बच्चों को मोहल्ले के लोगों ने एक खंडर में रखकर कच्ची दीवार लगा दी थी. जब में इनको निकालने के लिए गई, तो इन लोगों ने मेरे साथ अभद्रता की. फिर मैंने फोन करके पुलिस से मदद मांगी.