मुरादाबाद: मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर ड्यूटी पर आए कर्मचारियों को स्वास्थ्य संबंधित फार्म भरने के बाद ऑफिस में प्रवेश दिया गया. आरोग्य सेतु ऐप पर भी सभी रेलवे कर्मियों का स्टेटस चेक किया गया.
सभी कर्मचारियों को ऑफिस में जाने से पहले हाथ धोने की भी व्यवस्था की गई है. डीआरएम ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए, जितने स्टॉफ की जरूरत होगी उतना ही स्टॉफ कार्यालय बुलाया जाएगा.
लॉकडाउन में रेलवे मिनिस्ट्री ने 20 अप्रैल से ऑफिस में काम करने के लिए स्टॉफ को आने की इजाजत दी थी. मुरादाबाद में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के बाद प्रशासन ने किसी भी ऑफिस में काम करने की इजाजत नहीं दी. मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय से गुड्स ट्रेन के ऑपरेशन (मालगाड़ी को चलाने में लगा स्टाफ) में लगे स्टॉफ को ड्यूटी पर बुलाया गया था.
सुरक्षा की दृष्टि से कार्यालय आने वाले स्टॉफ से एक फार्म भरवाया गया, जिसमें कर्मचारियों से लिखित में यह लिया गया कि उनका किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति से सम्पर्क नहीं रहा और उनके परिवार में भी कोई बीमार नहीं है. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान में रखते हुए जितने स्टॉफ की जरूरत होगी उतना ही स्टॉफ कार्यालय बुलाया गया.
डीआरएम तरुण प्रकाश ने बताया कि रेलवे मिनिस्ट्री और होम अफेयर्स से यह गाइडलाइन प्राप्त हुई थी की 20 जनवरी से कार्य शुरू किया जा सकता है. कल रात जिला प्रशासन का यह पत्र प्राप्त हुआ था कि मुरादाबाद में कोरोना वायरस की गंभीर समस्या देखते हुए 26 तारीख तक सभी कार्यालय को बंद रखा जाएगा.