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मिर्जापुर: महिला हेल्पलाइन वैन का थमा पहिया, पीड़ितों तक नहीं पहुंच पा रही रेस्क्यू टीम

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Published : Jan 4, 2020, 12:07 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में 181 महिला हेल्पलाइन वाली सुविधाएं दम तोड़ती नजर आ रही है. पैसे के अभाव के कारण एजेंसी ने पूरे प्रदेश से गाड़ियां वापस ले ली है.

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महिला रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पा रही पीड़िताओं तक.

मिर्जापुर: पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. वहीं जिले में एक फोन कॉल पर महिलाओं तक मदद पहुंचाने वाली योजना सरकारी उपेक्षा और फंड की कमी के चलते दम तोड़ती नजर आ रही है. मुश्किल समय में 181 महिला हेल्पलाइन पर एक फोन कॉल करने भर से पीड़िता के पास पहुंचने वाली रेस्क्यू वैन की पहिया थम गई है.

महिला रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पा रही पीड़िताओं तक.

एजेंसी ने पूरे प्रदेश से गाड़ियों को वापस ले ली है. फील्ड काउंसलर पीड़िताओं की मदद के लिए घर-घर नहीं जा पा रही हैं. केवल 100, 112 पर आने वाले कॉल को हैंडल कर पा रही हैं. वहीं राज्य महिला आयोग की सदस्य अनामिका चौधरी ने कहा कि जांच चल रही है. जल्द ही समस्या सामने आने पर योजना फिर से काम करेगी.

  • घरेलू हिंसा और दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं को न्याय के लिए भटकना न पड़े इसके लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया था.
  • पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग, रिपोर्ट दर्ज कराने, रहने खाने, लीगल एडवाइस जैसे तमाम सुविधाएं मिले, इसलिए इस योजना को तैयार किया गया था.
  • वहीं पैसे के अभाव में एजेंसी ने प्रदेश भर से जिला स्तर पर तैनात 181 की रेस्क्यू वैन वापस ले ली है.
  • वन स्टॉप सेंटर में गाड़ी नहीं होने से 6 महीने से काउंसलर को आने-जाने में परेशानी हो रही है.
  • गाड़ी न होने के कारण पीड़िताओं तक मदद समय से नहीं पहुंचा पा रही हैं.
  • 100 नंबर 112 नंबर पर कॉल आने वाले को हैंडल कर रही है या आउटसोर्सिंग से गाड़ी लेकर मदद कर रही हैं.
  • जिले में 2017 से वन स्टॉप सेंटर काम कर रहा है, जिसके तहत अभी तक 525 मामले आ चुके हैं.
  • जिले से आए हुए सभी मामलों से लगभग सभी का निस्तारण किया जा चुका है.
  • महिला आयोग की सदस्य का कहना है कि जांच चल रही है, जल्द ही सब चीज क्लियर होकर फिर से गाड़ियां चलेंगी.
  • महिला आयोग प्रयास कर रही है जिससे सभी को मदद मिल सके.

इसे भी पढ़ें- मेरठ हिंसा मामला: पुलिस पर फायरिंग मामले में तीन आरोपियों की हुई शिनाख्त

मिर्जापुर: पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. वहीं जिले में एक फोन कॉल पर महिलाओं तक मदद पहुंचाने वाली योजना सरकारी उपेक्षा और फंड की कमी के चलते दम तोड़ती नजर आ रही है. मुश्किल समय में 181 महिला हेल्पलाइन पर एक फोन कॉल करने भर से पीड़िता के पास पहुंचने वाली रेस्क्यू वैन की पहिया थम गई है.

महिला रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पा रही पीड़िताओं तक.

एजेंसी ने पूरे प्रदेश से गाड़ियों को वापस ले ली है. फील्ड काउंसलर पीड़िताओं की मदद के लिए घर-घर नहीं जा पा रही हैं. केवल 100, 112 पर आने वाले कॉल को हैंडल कर पा रही हैं. वहीं राज्य महिला आयोग की सदस्य अनामिका चौधरी ने कहा कि जांच चल रही है. जल्द ही समस्या सामने आने पर योजना फिर से काम करेगी.

  • घरेलू हिंसा और दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं को न्याय के लिए भटकना न पड़े इसके लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया था.
  • पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग, रिपोर्ट दर्ज कराने, रहने खाने, लीगल एडवाइस जैसे तमाम सुविधाएं मिले, इसलिए इस योजना को तैयार किया गया था.
  • वहीं पैसे के अभाव में एजेंसी ने प्रदेश भर से जिला स्तर पर तैनात 181 की रेस्क्यू वैन वापस ले ली है.
  • वन स्टॉप सेंटर में गाड़ी नहीं होने से 6 महीने से काउंसलर को आने-जाने में परेशानी हो रही है.
  • गाड़ी न होने के कारण पीड़िताओं तक मदद समय से नहीं पहुंचा पा रही हैं.
  • 100 नंबर 112 नंबर पर कॉल आने वाले को हैंडल कर रही है या आउटसोर्सिंग से गाड़ी लेकर मदद कर रही हैं.
  • जिले में 2017 से वन स्टॉप सेंटर काम कर रहा है, जिसके तहत अभी तक 525 मामले आ चुके हैं.
  • जिले से आए हुए सभी मामलों से लगभग सभी का निस्तारण किया जा चुका है.
  • महिला आयोग की सदस्य का कहना है कि जांच चल रही है, जल्द ही सब चीज क्लियर होकर फिर से गाड़ियां चलेंगी.
  • महिला आयोग प्रयास कर रही है जिससे सभी को मदद मिल सके.

इसे भी पढ़ें- मेरठ हिंसा मामला: पुलिस पर फायरिंग मामले में तीन आरोपियों की हुई शिनाख्त

Intro:पूरे प्रदेश में बढ़ती महिलाओं के प्रति हिंसा को लेकर लोगों में गुस्सा है। तो वहीं मिर्जापुर में एक फोन कॉल पर महिलाओं तक मदद पहुंचाने वाली योजना सरकारी उपेक्षा और फंड की कमी से दम तोड़ रही है ।मुश्किल समय में 181 महिला हेल्पलाइन पर एक फोन कॉल करने भर से पीड़िता के पास पहुंचने वाली रेस्क्यू वैन की पहिया थम गया है। यही नहीं एजेंसी ने पूरे प्रदेश से गाड़ियों को वापस ले ली है ।फील्ड काउंसलर पीड़ितोंयो की मदद के लिए घर घर नहीं जा पा रही हैं।केवल 100, 112 पर आने वाले काल को हैंडल कर पा रही हैं। वहीं राज्य महिला आयोग की सदस्य अनामिका चौधरी ने कहा कि जांच चल रही है बहुत जल्द ही जांच क्लियर हो जाएगी तो फिर से चलेगी हम लोग प्रयास कर रहे हैं क्योंकि लोगों को बहुत सुविधा रहती थी इसका प्रयास महिला आयोग कर रही है।


Body:घरेलू हिंसा व दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं को न्याय के लिए भटकना न पड़े एक ही छत के नीचे पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग, रिपोर्ट दर्ज कराने, रहने खाने, लीगल एडवाइस जैसे तमाम सुविधाएं मिले इसके लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया है। लेकिन जिला स्तर पर तैनात 181 की रेस्क्यू वैन पैसे के अभाव में एजेंसी ने प्रदेश भर से वापस ले ली है। मिर्ज़ापुर वन स्टॉप सेंटर में गाड़ी नहीं होने से 6 महीने से काउंसलर को आने जाने में परेशानी हो रही है पीड़िताओं तक मदद समय से नहीं पहुंचा पा रही हैं 100 नंबर 112 नंबर पर काल आने वाले को हैंडल कर रही है या आउटसोर्सिंग से गाड़ी लेकर मदद कर रही हैं। मिर्जापुर में 2017 से वन स्टॉप सेंटर काम कर रहा है अभी तक 525 मामले आ चुके हैं लगभग सभी का निस्तारण किया जा चुका है। वही महिला आयोग की सदस्य का कहना है कि जांच चल रही है जल्द ही जांच क्लियर होकर फिर से गाड़ियां चलेंगी महिला आयोग प्रयास कर रही है जिससे सभी को मदद मिल सके।

बाईट- श्रृंखला सिंह -सामाजिक कार्यकर्ता (वन स्टॉप सेंटर)
बाईट-अनामिका चौधरी -राज्य महिला आयोग की सदस्य


Conclusion:सुदूर गांव में रहने वाली पीड़ित महिलाओं की 181 नंबर पर एक फोन कॉल से उसे उसके घर पर निशुल्क मदद मिले इस मंशा से हेल्पलाइन प्रदेश भर में आशा ज्योति केंद्र पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। इस हेल्पलाइन से अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं लेकिन सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर ग्रहण लग गया है। इससे पीड़ित महिलाओं तक काउंसलर नहीं पहुंच पा रहे हैं समय से।

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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