मिर्जापुर: जिले में कोरोना वायरस के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने 55 घंटे के लॉकडाउन के बाद 13, 14 और 15 जुलाई को व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने की अपील की है. उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल की अपील के बाद सोमवार को अधिकांश दुकानें बंद मिलीं. इस बीच ग्राहकों को बिना सामान खरीदे वापस लौटना पड़ा. वहीं ग्राहकों का भी कहना है कि सामान तो कभी भी खरीदा जा सकता है, लेकिन पहले कोरोना से बचाव जरूरी है.
व्यापारियों ने तीन दिवसीय स्वैच्छिक बंदी का किया ऐलान
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 55 घंटे का लॉकडाउन किया, जो सोमवार को सुबह 5 बजे खत्म हो गया. प्रदेश में एक बार फिर से बाजार और दफ्तर खुल गए हैं. वहीं मिर्जापुर में 15 दिन से बढ़ रहे कोरोना के आंकडों को देखते हुए व्यापारियों ने तीन दिवसीय स्वैच्छिक बंदी का ऐलान किया है. यह बंदी 13, 14 और 15 जुलाई तक रहेगी. इस दौरान कोई दुकानदार दुकान नहीं खोलेगा.
ग्राहक बोले-'कोरोना से बचाव जरूरी'
दो दिनों के लॉकडाउन के बाद भी दुकानें बंद होने से बाजार पहुंचे ग्राहक परेशान जरूर हैं, मगर उनका भी कहना है कि कोरोना से बचाव पहले जरूरी है. सामान तो कभी भी खरीदा जा सकता है. व्यापारियों की इस बंदी का ग्राहक भी समर्थन कर रहे हैं.
हम लोग जिला प्रशासन से बीते कई दिनों से 15 दिनों के लॉकडाउन की मांग कर रहे थे. इस बीच प्रदेश सरकार ने दो दिन का लॉकडाउन किया लेकिन यह लॉकडाउन कम था. कोरोना को देखते हुए सभी ट्रेड के पदाधिकारियों ने फोन पर वार्ता कर तीन दिनों की बंदी का निर्णय लिया, जिससे कोरोना चेन को तोड़ा जा सके. इसका सभी ने समर्थन किया है.
-शत्रुघ्न केसरी, प्रांतीय उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल