मिर्जापुर: घटते वाटर लेवल और पॉल्यूशन युक्त पीने के पानी से शहरवासियों को अब जल्द निजात मिलने वाली है. जिसके लिए चार सौ करोड़ की लागत से अमृत जल योजना शुरू हो चुकी है. पुनर्गठन जल योजना के तहत गंगा नदी से पानी लिफ्ट करके 210 किलोमीटर पाइप नेटवर्क से घर-घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे हैं. साथ ही 203 किलोमीटर सीवरेज पाइप बिछाई जा रही है घरों से गंदे पानी निकलने वाले को ट्रीटमेंट करके गंगा नदी में छोड़ा जाएगा, ताकि गंगा की शुद्धता बनी रहे. वर्तमान में लोगों को पानी की आवश्यकता 41 एमएलडी की है वहीं 2050 में 55 एमएलडी की डिमांड को देखते हुए 60 एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है. सभी 38 वार्डों को 8 जोन में बांट कर 2021 तक शुद्ध पानी पहुचाने का लक्ष्य रखा गया है.
अधिशासी अभियंता ने कहा कि 287 करोड़ से 203 किलोमीटर सीवरेज पाइप नेटवर्क बिछाकर पूरे मिर्जापुर को जोड़ा जाएगा, जो घरों से गंदा पानी निकल रहा है या गंदा पानी जमा हुआ है उसे ट्रीटमेंट करके गंगा नदी में छोड़ा जाएगा ताकि गंगा की शुद्धता बनी रहे. स्वच्छ भारत मिशन को काफी योगदान मिलेगा. इस कार्य को करने में 24 महीने का लक्ष्य रखा गया है. दूसरा कार्य 146 करोड़ से पेयजल का होना है इस योजना के तहत हर घर को नल से पानी सप्लाई करना है. ग्राउंड वाटर की घटती हुई लेबल के कारण नदी से पानी देने का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है. गंगा नदी को सोर्स मानकर यहां के लोगों को पानी दिया जाएगा.
गंगा नदी से पानी लिफ्ट करने के बाद पानी का ट्रीटमेंट किया जाएगा शुद्ध करके घर-घर पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 41 एमएलडी की नगर में पानी की आवश्यकता है लेकिन 2050 में 55 एमएलडी की डिमांड को देखते हुए 60 एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है. 210 किलोमीटर पाइप नेटवर्क के द्वारा 32315 घरों में पानी पहुंचाया जाएगा. एक व्यक्ति को 135 लीटर पानी की प्रतिदिन आवश्यकता होती है नगर में 2 लाख की संख्या हैं सभी को पूरा किया जाएगा. पॉल्यूशन मुक्त पानी रहेगा शुद्ध पानी मिलेगा आने वाला समय भयावह है वाटर का घटता हुआ लेवल गर्मियों में नलकूप सूख जाते हैं तो यहां मिर्जापुर नदी से जल को आपूर्ति करना एक जल के प्रति आत्मनिर्भर होंगे.
दरअसल शहरों के विकास के लिए केंद्र सरकार ने वर्ष 2015 में अमृत (अटल मिशन फॉर रिजूवनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉरमेशन )योजना की शुरुआत की थी. इससे सभी को दूषित पानी पीने से निजात मिल सके और लोगों की सेहत पर खराब असर न पड़े. प्रदेश के 60 शहरों को चयन किया गया था जिसमें मिर्जापुर भी शामिल है. इस योजना का काम 3 फेज में पूरा होना है. इस योजना के तहत शहर की पुरानी पाइपों को बदला जाएगा नई पाइप की जाल बिछाई जाएगी जिसका काम शुरू हो चुका है.