प्रयागराज : महाकुंभ 2025 का सबसे बड़ा स्नान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी को आने वाला है. इस दिन 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. इसको लेकर मेला प्रशासन ने आवागमन के लिए महाप्लान तैयार किया है. 26 जनवरी से महाकुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. सभी प्रकार के वाहन पास 5 फरवरी तक निरस्त कर दिए गए हैं. एंबुलेंस को छोड़कर किसी भी प्रकार के वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
प्रयागराज के लिए आने वाले सभी 7 प्रमुख रूट पर निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही वाहन पार्क किए जा सकेंगे. इसको लेकर रविवार को पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज के साथ एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी ने बैठक की. एसएसपी महाकुंभ की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस और पैरा फोर्सेज को कमर कसकर तैयार रहने को कहा गया है. द्वितीय महाअमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी और 3 फरवरी को तृतीय अमृत स्नान पर्व बसंत पंचमी है. इसको देखते हुए डायवर्जन और पार्किंग प्लान लागू कर दिया गया है. 26 जनवरी 2025 को सायं 8 बजे तक 5 फरवरी 2025 को 8 बजे तक या भीड़ समाप्ति तक मेला क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
ये रहा रूट प्लान : जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहन
- चीनी मिल पार्किंग
- पूरे सूरदास पार्किंग, गारापुर रोड
- समयामाई मंदिर कछार पार्किंग
- बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन
- महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग (अखाड़ा पार्किंग)
- सरस्वती पार्किंग झूसी रेलवे स्टेशन
- नागेश्वर मंदिर पार्किंग
- ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग
- शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहन
- देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
- टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवईया/देवरख
- ओमेक्स सिटी पार्किंग
- गजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.
रीवा-बांदा-चित्रकूट की तरफ से आने वाले वाहन
- नवप्रयागम पार्किंग पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार
- एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी
- महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग
- मीरखपुर कछार पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बांध से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.
कानपुर-कौशांबी की तरफ से आने वाले वाहन
- काली एक्सटेंशन प्लाॅट नंबर 17 पार्किंग
- इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान
- पार्किंग दधिकांदो मैदान पार्किंग पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : कानपुर-कौशाम्बी की तरफ से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल जीटी जवाहर चौराहा होते हुए काली मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.
लखनऊ-प्रतापढ़ की तरफ से आने वाले वाहन
- गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग
- नागवासुकी पार्किंग
- बक्शी बांध कछार पार्किंग
- बड़ा बागड़ा पार्किंग 01/02/03
- आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल नागवासुकी की मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.
अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन
- शिव बाबा पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.
निर्देश : अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहन को खड़ा करके संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.
पैदल यात्रियों के लिए संगम आने का पैदल : संगम आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से ले जाया जाएगा.
संगम से वापसी का पैदल मार्ग : संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इंटर लाॅकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य को वापस जा सकेंगे.उल्लेखनीय है कि संगम मेला क्षेत्र में जाने के लिए प्रवेश मार्ग जवाहरलाल नेहरू मार्ग काली सड़क से एवं निकास मार्ग त्रिवेणी मार्ग प्रस्तावित है.
श्रद्धालुओं को स्नान के लिए घाटों तक कितना चलना पड़ेगा पैदल
जौनपुर की तरफ से आएंगे तो पांच से दस किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा.
फाफामऊ से 10-15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा.
वाराणसी की तरफ से आने वालों को 10-15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा.
मिर्जापुर की तरफ से आने वालों को 5-10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा.
रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वालों को 5-10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा.
कानपुर-कौशाम्बी की तरफ से आने वालों को 5-15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा.
लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वालों को 10-15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा.
अयोध्या की तरफ से आने वाले लोगों को 10-15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा.
जल, थल और आकाश से होगी निगहबानी : एसएसपी महाकुंभ के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर जल, थल और नभ से निगरानी की जाएगी. संगम क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है. कोई भी ड्रोन नहीं उड़ा सकेगा. बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर उसे पुलिस के एंटी ड्रोन मार गिराएंगे. लगभग 1 लाख पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवान तैनात रहेंगे. इसके अलावा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और फायर के भी जवान मुस्तैद रहेंगे. मेला क्षेत्र में 2750 AI बेस्ड सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
इसके अलावा लगभग 100 वीएमडी स्क्रीन लगाए गए हैं. महाकुंभ को 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थाने व 155 चौकियों में विभाजित किया गया है. मेले में 10 बीडीडीएस, एंटी सबोटाज की टीम, महिला कमांडो की भी तैनाती की गई है. संगम नोज पर भीड़ अधिक होने पर घुड़सवार पुलिस को भी तैनात किया गया है. 100 गोताखोरों को भी तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में एनएसजी व एटीएस कमांडो भी तैनाती की गई है. यही नहीं मेला क्षेत्र में स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है. सादी वर्दी में भी पुलिस श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेगी. एआई कैमरों से भी गहन निगरानी रहेगी.
महाकुंभ में मौनी अमावस्या को लेकर 7 स्तरीय सुरक्षा घेरा : एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि महाकुंभ में 7 चक्रीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है. श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए रूट डायवर्जन और ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. निर्धारित रूट्स पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग में खड़ाकर संगम स्नान के लिए आना होगा. महाकुंभ मेले के सभी प्रवेश मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की जांच और निगरानी की जा रही है.
मौनी अमावस्या पर नहीं लगा सकेंगे कोई दुकान : एसएसपी महाकुंभ मेला ने बताया कि मौनी अमावस्या को 10 करोड़ की संभावित भीड़ काे देखते हुए सभी रास्तों को साफ रखने और अतिक्रमण मुक्त रखने का आदेश दिया गया है. सड़कों के किनारे मौनी अमावस्या पर कोई भी दुकान नहीं लगा सकेगा.
अब तक 11.47 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान : महाकुंभ 2025 का सोमवार को 15वां दिन है. अब तक 11.47 करोड़ श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके हैं. रविवार को रिकॉर्ड 1.17 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. सोमवार को 2 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान का अनुमान है. रातभर श्रद्धालुओं का संगम आना जारी है. भीड़ को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं. प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण ने बढ़ती भीड़ को देखते हुए 25 जनवरी से ही महाकुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है. अब प्रयागराज के सभी 7 प्रमुख प्रवेश मार्गों पर निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है.