मिर्जापुर: प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर से मौतों का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है. इस महामारी में कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर न मिलने से जान जा रही हैं तो कहीं अस्पताल में बेड न मिलने से. ताजा मामला मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल परिसर में 150 बेड के निर्माणाधीन अस्पताल में बने कोविड एल-टू अस्पताल का है. यहां पर भर्ती बुजुर्ग की सोमवार को मौत हो गई. परिजनों ने ऑक्सीजन नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. अस्पताल के दरवाजों के शीशे तोड़ दिए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाया. अधिकारियों ने वार्ता के बाद कोविड अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया.
ऑक्सीजन की कमी से मौत
दरअसल, लालगंज थाना क्षेत्र के नदौली-करौदी गांव के रहने वाले एक बुजुर्ग की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर एक मई को एल-टू अस्पताल में भर्ती किया गया था. 150 बेड के निर्माणाधीन अस्पताल में 25 बेड और लगाए गए हैं, जहां मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. यहीं पर वह बुजुर्ग भी भर्ती थे. सोमवार दोपहर में उनकी हालत खराब हुई. इसके बाद उनकी मौत हो गई. मौत से नाराज परिजनों ने हंगामा करते हुए अस्पताल के गेट का शीशा तोड़ दिया. परिजनों का कहना था कि उनके पिता की हालत में सुधार हो रहा था. उनको कंस्ट्रेटर से ऑक्सीजन दी जा रही थी. सुबह लाइट कटने पर मशीन नहीं चलने के कारण ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी. ऑक्सीजन न मिलने के चलते उनकी मौत हुई है.
मौके पर पहुंचे सीओ सिटी प्रभात राय ने बताया कि परिजनों ने तोडफोड़ की है. अधिकारियों से वार्ता के बाद यहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीएमओ के तहरीर देने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज अस्पताल आया था तो उसकी हालत खराब थी. मरीज को रेफर कर एल-थ्री अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों को बताया गया था. ऑक्सीजन न मिलने का आरोप गलत है, ऑक्सीजन की कमी अस्पताल में नहीं है.
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