मिर्जापुर: जिले में पानी की समस्याओं को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल योजना का नवम्बर 2020 में शुभारंभ किया था ताकि ग्रामीणों को हर रोज पानी के लिए भटकना न पड़े. जल जीवन मिशन परियोजना का काम अभी पूरा भी नहीं हुआ है उससे पहले ही घोटाले और गड़बड़झाले की खबरे सामने आने लगीं हैं. प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना को कार्यदाई संस्था और अधिकारी पलीता लगा रहे हैं.
स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए प्रत्येक ग्राम सभा में पांच महिलाओं को पानी की गुणवत्ता परीक्षण के लिए टेस्ट किट दी गई थी. महिलाओं के पास रखी ये टेस्ट किट अब एक्सपायर हो गईं हैं. महिलाओं का कहना है कि पानी टेस्ट के लिए किट दी गई थी, कुछ घरों में हम लोगों ने पानी को टेस्ट किया लेकिन कोई भुगतान नहीं किया गया इसलिए टेस्ट रोक दिया. पूरे गांव के नल और तालाब का पानी टेस्ट नहीं हुआ है. इसके बावजूद भी कनेक्शन किए जा रहे हैं. हम लोग अपने भुगतान के लिए जब बात करते हैं तो कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. सिटी ब्लॉक के भोड़सड ग्राम सभा की महिलाओं ने कहा कि केवल मेरी ग्रामसभा का यह हाल नहीं है, पूरे जनपद का इसी तरह से जांच की गई है और न ही भुगतान किया गया है.
वहीं, ग्राम प्रधान के साथ ग्रामीण भी जल जीवन मिशन योजना को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. इनका कहना है कि कई महीनों से गांव में सड़क खोदकर पाइप बिछा दी गई लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं कराई जा रही है. इससे हम ग्रामीण परेशान हैं. कभी गिर जाते हैं कभी गाड़ियां फंस जाती हैं. जब किसी से शिकायत की जाती है तो कोई सुनता नहीं. इस मामले में जब जल निगम के अधिशासी अभियंता संदीप सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि इस प्रकार की शिकायत हैं तो उसको दिखवा लिया जाएगा करदाई संस्था को सही करने को कहा जाएगा.
खराब सड़क से आने जाने को मजबूर लोगः मिर्जापुर में जल जीवन मिशन योजना लोगो के लिए मुसीबत बन गई है. योजना के तहत पाइप लाइन डालकर गढ्ढे खोदकर कही तीन महीने तो कहीं साल भर से गढ्ढा छोड़ दिया गया है. कोई बाइक से तो कोई साइकिल से गिरकर चोटिल हो रहा है. आए दिन इन गढ्ढों में गाड़ियां फंस जाती है. ग्रामीणों का कहना है कि केवल आश्वासन दिया जा रहा है. सड़क को सही नहीं किया जा रहा है. बरसात में हम ग्रामीणों को गड्ढा मुसीबत बन गया था. लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक सड़क नहीं बनी. जब ठेकेदार या जिम्मेदार अधिकारी से इसकी बात की जाती है. तो केवल आश्वासन मिलता है. यह हाल एक दो जगह का नहीं है. जिले के सभी गांव का है.
आधार कार्ड लेकर दिखा दिया गया कनेक्शनः मिर्जापुर और सोनभद्र के हजारों गांव के ग्रामीण डैम जलाशय या पहाड़ों से रिसते हुऐ पानी को पीने को मजबूर होते थे. हर दिन पानी की तलाश में भटकना पड़ता था. ग्रामीणों को जल जीवन मिशन योजना के तहत घर घर पानी देने की योजना से उम्मीद है कि शुद्ध जल मिलेगा. जल जीवन मिशन के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में पाइप लाइन के माध्यम से पानी की आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा गया है. पानी की टंकी का निर्माण करने के साथ-साथ घर-घर तक पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा हैं लेकिन सब अधर में लटका हुआ है. इसके पहले ही ग्रामीणों से आधार कार्ड लेकर कनेक्शन दिया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि हम ग्रामीणों से आधार कार्ड लेकर कनेक्शन दे दिया जा रहा है. जबकि गांव में न तो टंकी तैयार है और न ही पाइप से पानी आ रहा है. इसके बावजूद भी कनेक्शन कर दिया गया है.
नवंबर 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था शिलान्यासः जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर जल परियोजना के तहत सोनभद्र व मिर्जापुर में पाइप लाइन योजना का शिलान्यास नवंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस योजना से मिर्जापुर में 743 राजस्व गांवों को लाभ मिलने और 21 लाख 87 हजार ग्रामीणों को फायदा होने की उम्मीद हैं. मिर्जापुर में नौ स्थानों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर लोगों के घर-घर तक पानी पहुंचाने की योजना है. जल निगम के अधिशाषी अभियन्ता संदीप सिंह ने बताया कि मिर्जापुर जिले में 9 परियोजना चल रहा है. जिसमें साढ़े तीन लाख घरों को कनेक्शन दिया जाना है.
ग्रामीणों ने बताया कि इसमें अभी दो टाइप के कनेक्शन किए जा रहे हैं. एक Functional household tap connection (fhtc)और एक household tap connection (htc). इसमें एक ग्राउंड सोर्स से पानी लिया जाएगा और एक सरफेस सोर्स से लिया जाएगा जैसे जलाशय और डैम हैं. सरफेस सोर्स की योजनाएं पूरी होने household tap connection (htc) को Functional household tap connection (fhtc) में बदल दिया जाएगा. गौरतलब है कि इसके दिसंबर से लेकर जनवरी तक में परियोजना पूरी होने की उम्मीद है.
यह बोले जिम्मेदार: विंध्य क्षेत्र में पानी की समस्या को देखते हुए हर घर नल योजना के तहत पानी पहुंचाए जाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. कार्य में कई जगह लापरवाही देखने को मिल रही है. इसको लेकर जब ईटीवी भारत ने जल निगम के अधिशाषी अभियन्ता संदीप सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि महिलाओं और संस्थानों से बात कर उसे सही करा दिया जाएगा. जो टेस्ट किया गया है उसे भी अपलोड कराया जाएगा. वहीं, सड़कों में गड्ढे के मामले पर कहा कि कहीं शिकायत मिलती है तो उसको पूरा कराया जाता है. काम चल रहा है, टेस्टिंग होनी है इसलिए कई जगह गड्ढे तो पाट दिए गए हैं मगर सड़क नहीं बनाई गई है. उसे भी बनवा दिया जाएगा. कुल मिलाकर अधिकारी केंद्र सरकार की योजनाओं में पलीता लगाने में जुटे हुए हैं. कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ेंः आगरा में निर्माणाधीन मेट्रो ट्रैक से एक कुंतल का जैक गिरा, एटीएम क्षतिग्रस्त