मिर्जापुर: जिले में गुरुपूर्णिमा के दिन लाखों भक्तों का परमहंस आश्रम शक्तेषगढ़ में इस बार कोरोना वायरस के चलते जमावड़ा नहीं लगेगा. स्वामी अड़गड़ानंद महाराज द्वारा गुरु पूर्णिमा पर कोई आयोजन नहीं किया जा रहा है. स्वामी जी अपने भक्तों को संदेश दिया है कि इस वर्ष अपने-अपने घरों में रहकर ही अपने गुरू की स्तुति करें. यह जानकारी आश्रम के संंत नारद महाराज ने दी है.
गुरु पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. हिंदुओं में गुरुओं का सर्वश्रेष्ठ जगह प्राप्त है. यहां तक कि गुरुओं को भगवान से भी ज्यादा मानते हैं. क्योंकि गुरु ही अज्ञानता के अंधेरे से सही मार्ग की ओर ले जाता है. इस वजह से देश भर में गुरु पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. मगर इस वर्ष कोरोना वायरस के चलते लोग अपने घरों में ही रहकर गुरु पूर्णिमा मनाएंगे.
मिर्जापुर में परमहंस आश्रम शक्तेषगढ़ में भी इस बार कोरोना महामारी के चलते गुरु पूर्णिमा नहीं मनाई जाएगी. गुरु पूर्णिमा पर आश्रम में कोई आयोजन नहीं हो रहा है. देश भर के अपने भक्तों को संदेश जारी करते हुए आश्रम के संत नारद महाराज ने बताया कि गुरु-महाराज स्वामी अड़गड़ानन्द जी महाराज ने निर्णय लिया है, कि इस वर्ष पांच जुलाई को गुरु-पूर्णिमा के दिन होने वाले गुरु पूजा और भंडारे का कार्यक्रम कोरोना के चलते नहीं किया जाएगा. गुरु चरणों में निष्ठा और आस्था रखने वाले सभी श्रद्धालु अपने-अपने घरों पर ही रहकर अपनी श्रद्धा प्रकट करें.
प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा पर लाखों की संख्या में स्वामी जी के भक्त आश्रम दर्शन करने तथा भंडारे का प्रसाद लेने के लिए आते थे. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार के अलावा दिल्ली तक के भक्त यहां पर आकर अपने गुरु से आशीर्वाद लेते हैं. इस आश्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव समेत कई और नेता भी आ चुके हैं. कार्यक्रम स्थगित होने से पुलिस ने राहत की सांस ली है. लाखों की भीड़ पहुंचने पर पुलिस को कंट्रोल करना मुश्किल होता था. कोरोना वायरस के चलते पुलिस प्रशासन ने बाबा से आग्रह भी किया था, जिस पर विचार करते हुए स्वामी अड़गड़ानंद महाराज जी ने यह निर्णय लिया है.