मिर्जापुरः धान की खरीद तेजी से की जा रही है. लेकिन धान कूटने वाले छोटे मिलर इस बार धान की कुटाई नहीं कर पाएंगे. इसकी वजह है छोटे राइस मिलर के सिक्योरिटी के रूप में जमा किया जाने वाला लाट भारतीय खाद निगम रिजेक्ट कर रहा है. छोटे मिलरों का आरोप है कि हमारी तरह-तरह की चेकिंग यहां पर की जाती है. जबकि बड़े मिलरों का कोई चेक नहीं करता है. इस साल हम धान की उठान नहीं कर पायेंगे. जिससे लाखों का हमारा नुकसान होगा. वहीं गोदाम मैनेजर डिपो का कहना है कि इनका लाट रिजेक्ट किया गया है. इसकी वजह लाट का डैमेज होना है. बड़े मिलर हो या छोटे मिलर किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है.
छोटे मिलरों के साथ FCI पर भेदभाव का आरोप, उनके लाट किये जा रहे रिजक्ट
मिर्जापुर में धान कूटने वाले छोटे मिलर इस बार धान की कुटाई नहीं कर पायेंगे. वजह है कि छोटे राइस मिलर के सिक्योरिटी के रूप में जमा किया जाने वाला लाट भारतीय खाद निगम रिजेक्ट कर रहा है.
मिर्जापुरः धान की खरीद तेजी से की जा रही है. लेकिन धान कूटने वाले छोटे मिलर इस बार धान की कुटाई नहीं कर पाएंगे. इसकी वजह है छोटे राइस मिलर के सिक्योरिटी के रूप में जमा किया जाने वाला लाट भारतीय खाद निगम रिजेक्ट कर रहा है. छोटे मिलरों का आरोप है कि हमारी तरह-तरह की चेकिंग यहां पर की जाती है. जबकि बड़े मिलरों का कोई चेक नहीं करता है. इस साल हम धान की उठान नहीं कर पायेंगे. जिससे लाखों का हमारा नुकसान होगा. वहीं गोदाम मैनेजर डिपो का कहना है कि इनका लाट रिजेक्ट किया गया है. इसकी वजह लाट का डैमेज होना है. बड़े मिलर हो या छोटे मिलर किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है.