मिर्जापुर: देश में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पहले से ही स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या कम है, लेकिन मिर्जापुर में कोरोना की लड़ाई को महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि पंचायत चुनाव को ज्यादा तवज्जो दिया जा रहा है. जिले में पंचायत चुनाव के लिए 26 अप्रैल को मतदान होना है. मतदान वाले दिन जिले भर के सभी सीएचसी और पीएचसी में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. घूरसण्डी सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि चुनाव ड्यूटी जाने पर तीन दिन तक हॉस्पिटल बंद रहेगा. ऐसी स्थिति में मरीजों का इलाज कर पाना संभव नहीं होगा. लिहाजा प्रशासन को यह फैसला वापस लेना चाहिए.
चुनाव में ड्यूटी लगने से तीन दिन सेवाएं रहेंगी ठप
कोरोना काल में पीएचसी और सीएचसी पर स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या को बढ़ाने की आवश्यकता है, लेकिन इनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगाई गई है. ड्यूटी पर जाने से तीन दिन तक स्वास्थ्य सेवा ठप होने जा रही है. सभी स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी 25, 26 एवं 27 तारीख को चुनाव में लगा दी गई है, जिसके कारण ओपीडी के साथ महिलाओं की डिलीवरी सेवा तक बंद रहेगी.
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स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि प्रशासन ने तीन दिन इमरजेंसी सेवा बंद रहेगी. हर जगह शासन ने पंचायत चुनाव में ड्यूटी में लगे स्वास्थ्यकर्मियों की इमरजेंसी सेवा के लिए ड्यूटी काट दी है, लेकिन मिर्जापुर में नहीं हुआ है. मतदान के चलते तीन दिनों तक सेवाएं बंद रहेंगी, जो इस कोरोना काल के लिए घातक है.
26 अप्रैल को जिले में होगा मतदान
मिर्जापुर में प्रतिदिन 200 से अधिक मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई जा रही है. स्वास्थ्यकर्मियों से लेकर अन्य अधिकारी व कर्मचारी कोरोनी की चपेट में आ रहे हैं. इसी बीच जिले में 26 अप्रैल को पंचायत चुनाव के लिए मतदान होना है. जिले में जिला पंचायत सदस्य के 44, ग्राम पंचायत सदस्य 809, क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए 1092 पदों पर मतदान होने जा रहा है.