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मिर्जापुरः ग्राम समाज में दर्ज की गई 328 बीघा जमीन, सहकारी समितियों ने कर रखा था कब्जा

यूपी के मिर्जापूर में सोनभद्र-मिर्जापुर की कृषि सहकारी समितियों की जमीन की जांच शुरू कराई गई. इस जांच में चार समितियों से कुल 328 बीघा 5 बिस्वा भूमि को ग्रामसमाज के खाते में दर्ज कर दी गई.

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जिलाधिकारी ने सहकारी समितियों के खिलाफ की कार्रवाई.
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Published : Jan 29, 2020, 4:13 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुरः सोनभद्र के उम्भा में हुए जमीनी खूनी संघर्ष के बाद शासन ने सोनभद्र-मिर्जापुर की कृषि सहकारी समितियों की जमीन की जांच शुरू कराई गई. जांच में पाया गया कि मिर्जापुर की 4 कृषि सहकारी समिति समितियों में गोपलपुर, बड़ोही, भूदान और पटेरा कला कृषि सहकारी समिति का सरकारी जमीन पर कब्जा पाया. गोपलपुर कृषि सहकारी समिति कांग्रेसी नेता से जुड़ी बताई जा रही है. जिलाधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देश पर इन चारों समितियों को चिन्हित कर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है.

जिलाधिकारी ने सहकारी समितियों के खिलाफ की कार्रवाई.
मिर्जापुर-सोनभद्र में पंजीकृत कृषि समितियों में सम्मिलित भूमि की राजस्व अभिलेखों से मिलान कर शासन द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल ने कहा कि शासन के निर्देश पर चार समितियों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है. इन चार समितियों का सरकारी जमीन पर कब्जा किया पाया गया. इन चारों समितियों से कुल 328 बीघा 5 बिस्वा भूमि ग्रामसमाज के खाते में दर्ज कर दी गई हैं और 9196 बीघा भूमि न्यायिक प्रक्रिया के अधीन विचाराधीन है.

इसे भी पढ़ें- मिर्जापुरः RSS प्रमुख मोहन भागवत ने किए मां विन्ध्यवासिनी के दर्शन

आपको बता दें सोनभद्र में जमीनी खूनी संघर्ष के बाद जमकर बवाल मचा था. उसी को लेकर मुख्यमंत्री के आदेश पर अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी जांच की थी. कमेटी ने मुख्यमंत्री को जांच रिपोर्ट सौंपी थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने उस जांच रिपोर्ट के आधार पर बड़ी कार्रवाई की है.

मिर्जापुरः सोनभद्र के उम्भा में हुए जमीनी खूनी संघर्ष के बाद शासन ने सोनभद्र-मिर्जापुर की कृषि सहकारी समितियों की जमीन की जांच शुरू कराई गई. जांच में पाया गया कि मिर्जापुर की 4 कृषि सहकारी समिति समितियों में गोपलपुर, बड़ोही, भूदान और पटेरा कला कृषि सहकारी समिति का सरकारी जमीन पर कब्जा पाया. गोपलपुर कृषि सहकारी समिति कांग्रेसी नेता से जुड़ी बताई जा रही है. जिलाधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देश पर इन चारों समितियों को चिन्हित कर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है.

जिलाधिकारी ने सहकारी समितियों के खिलाफ की कार्रवाई.
मिर्जापुर-सोनभद्र में पंजीकृत कृषि समितियों में सम्मिलित भूमि की राजस्व अभिलेखों से मिलान कर शासन द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल ने कहा कि शासन के निर्देश पर चार समितियों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है. इन चार समितियों का सरकारी जमीन पर कब्जा किया पाया गया. इन चारों समितियों से कुल 328 बीघा 5 बिस्वा भूमि ग्रामसमाज के खाते में दर्ज कर दी गई हैं और 9196 बीघा भूमि न्यायिक प्रक्रिया के अधीन विचाराधीन है.

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आपको बता दें सोनभद्र में जमीनी खूनी संघर्ष के बाद जमकर बवाल मचा था. उसी को लेकर मुख्यमंत्री के आदेश पर अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी जांच की थी. कमेटी ने मुख्यमंत्री को जांच रिपोर्ट सौंपी थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने उस जांच रिपोर्ट के आधार पर बड़ी कार्रवाई की है.

Intro:सोनभद्र के उम्भा में हुए जमीनी खूनी संघर्ष के बाद शासन ने सोनभद्र मिर्जापुर की कृषि सहकारी समितियों की जमीन की जांच शुरू कराई तो मिर्जापुर की 4 समितियों गोपलपुर कृषि सहकारी समिति, बड़ोही कृषि सहकारी समिति ,भूदान कृषि सहकारी समिति और पटेरा कला कृषि सहकारी समिति ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया पाया गया। गोपलपुर कृषि सहकारी समिति एक कद्दावर कांग्रेसी नेता से जुड़ी है गोपलपुर सहकारी समिति सबसे बड़ी समिति है। शासन के निर्देश पर इन चारों समितियों को चिन्हित कर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है। जिला प्रशासन ने 328 बीघा जमीन ग्रामसभा में दर्ज करा दी है। 9196 बीघा सेलिंग के तहत होने हैं उस पर राजस्व विभाग ने केस दर्ज करा दिया है।


Body:मिर्जापुर सोनभद्र में पंजीकृत कृषि समितियों में सम्मिलित भूमि की राजस्व अभिलेखों से मिलान कर शासन द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की गई है।चार समितियों गोपलपुर कृषि सहकारी समिति, बड़ोही कृषि सहकारी समिति ,भूदान कृषि सहकारी समिति और पटेरा कला कृषि सहकारी समिति ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया पाया गया। इन चारों समितियों से कुल 328 बीघा 5 बिस्वा भूमि ग्रामसमाज खाते में दर्ज कर दी गई है। और 9196 बीघा भूमि न्यायिक प्रक्रिया के अधीन विचाराधीन है। यह जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल ने दी है। जिला अधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देश पर चार समितियों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है जिसमें से 328 बीघा ग्रामसमाज में भूमि दर्ज करा दी गई है ।9196 बीघा सेलिंग के तहत होने हैं राजस्व विभाग ने उस पर केस भी दर्ज करा दिया है। जो संभावित कार्रवाई है वह की जा रही है इसमें गोपालपुर समिति भूदान समिति के अलावा दो और समितियां हैं ।सबसे बड़ी समिति गोपलपुर है। अभी और जांच चल रही है और समितियों पर जल्द कार्रवाई होगी।
हम आपको बता दें सोनभद्र में जमीनी खूनी संघर्ष के बाद जमकर बवाल मचा था जमकर प्रदेश भर में राजनीति हुई थी उसी को लेकर मुख्यमंत्री के आदेश पर अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी जांच की थी। कमेटी ने मुख्यमंत्री को जांच रिपोर्ट सौंपी थी इसके बाद जिला प्रशासन ने उस जांच रिपोर्ट के आधार पर बड़ी कार्रवाई की है।

बाईट-सुशील कुमार पटेल-डीएम मिर्ज़ापुर

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630


Conclusion:
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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