लखनऊ : भारतीय सेना ने महिला सैन्य पुलिस भर्ती का रास्ता खोलकर महिलाओं को शानदार तोहफा दिया था. आर्मी के इस कदम से देश की सेवा करने का जुनून तमाम बेटियों ने अपने दिल में बसा लिया. पहली बार जब साल 2021 के लिए महिला सैन्य पुलिस की भर्ती हुई तो बड़ी संख्या में बेटियां चयनित भी हुईं. लेकिन 2022 में अग्निपथ योजना के तहत शुरू हुई अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस भर्ती की एक शर्त ने कई बेटियों के ख्वाब को चकनाचूर कर दिया. दरअसल, महिला सैन्य पुलिस भर्ती के लिए महिलाओं की लंबाई 162 सेंटीमीटर यानी 5 फुट 3 इंच तय की गई है, जबकि अग्निपथ योजना से पहले 2021 में जब भर्ती हुई थी तब लंबाई की शर्त 152 सेंटीमीटर (5 फुट) ही रखी गई थी. लंबाई की इस बाध्यता ने कई बेटियों को अग्निवीर बनने की रेस से ही बाहर कर दिया.
सेना के मध्य कमान के पीआरओ शांतनु प्रताप सिंह का कहना है कि अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस भर्ती की तीन दिन की रैली में कुल 3080 महिला अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. इनमें से 1013 महिला अभ्यर्थियों ने भर्ती रैली में हिस्सा लिया है. यह भर्ती उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की महिला अभ्यर्थियों के लिए लखनऊ के एएमसी सेंटर पर आयोजित की गई थी. अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस भर्ती में 162 सेंटीमीटर हाइट निर्धारित की गई थी.
आयु सीमा में दो साल की बढ़ोतरी : जहां 2021 में पहली बार महिला सैन्य पुलिस भर्ती का आयोजन किया गया था तो आयु सीमा न्यूनतम साढ़े 17 वर्ष से लेकर अधिकतम 21 साल रखी गई थी. 2022 की अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस भर्ती में आयु सीमा में दो साल की बढ़ोतरी कर दी गई. इस बार महिला अभ्यर्थी की आयु सीमा साढ़े 17 वर्ष से लेकर 23 वर्ष तक रखी गई है. उम्र में यह रियायत दो साल तक कोरोना के चलते भर्ती प्रक्रिया शुरू न हो पाने कारण दी गई है.
रजिस्ट्रेशन के बाद सिर्फ 32.88 फीसदी लड़कियों ने दिया टेस्ट : महिला सैन्य पुलिस भर्ती रैली में 30 नवंबर के लिए कुल 945 महिला कैंडिडेट का रजिस्ट्रेशन हुआ था, जिनमें से सिर्फ 299 कैंडिडेट भर्ती के दिन उपस्थित हुईं. इसी तरह एक दिसंबर को 1095 महिला अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन हुआ लेकिन सिर्फ 430 महिला कैंडिडेट ही भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए पहुंचीं. दो दिसंबर को आखिरी दिन 1040 महिला अभ्यर्थियों का पंजीकरण हुआ मगर टेस्ट के लिए 278 कैंडिडेट ही सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं कॉलेज पहुंची. इन तीन दिनों की भर्ती रैली में कुल 3080 महिला कैंडिडेट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ और सिर्फ 1013 महिला अभ्यर्थी ही दमखम दिखाने मैदान पर पहुंचीं. भर्ती का यह प्रतिशत सिर्फ 32.88 ही रहा.
कैसे हुआ फिजिकल फिटनेस टेस्ट : 1.6 किलोमीटर की रनिंग के लिए ग्रुप -1 को 7 मिनट 30 सेकेंड और ग्रुप-2 को आठ मिनट का समय दिया गया. क्वॉलिफाई के लिए 10 फीट लंबी कूद और तीन फीट हाई जंप को मानक बनाया गया. इस बार भारतीय सेना ने महिला सैन्य पुलिस के लिए भी लाइट मोटर व्हीकल का ड्राइविंग लाइसेंस होने पर वरीयता दी .
लड़कियों की लंबाई (Height) का मामला क्या है ?
2020 में राष्ट्रीय पोषण संस्थान (National Institute of Nutrition) ने भारतीयों के औसत वजन में 5 किलो की वृद्धि की थी. भारतीय पुरुषों के लिए औसत वजन 65 किलोग्राम और भारतीय महिलाओं का औसत वजन 55 किलोग्राम कर दिया गया. 2010 में पुरुषों का औसत वजन 60 किलो और महिलाओं का वजन 50 किलो तय किया गया था. इसके साथ ही राष्ट्रीय पोषण संस्थान ने भारतीयों की लंबाई के मानक भी बदल दिए. अब भारतीय पुरुषों की औसत ऊंचाई 5.8 फीट (177 सेमी) मानी जाती है, जबकि महिलाओं के लिए ऊंचाई 5.3 फीट (162 सेमी) है. 2020 से पहले तक पुरुषों और महिलाओं के लिए औसत लंबाई क्रमशः 5.6 फीट (171 सेमी) और 5 फीट (152 सेमी) मानी जाती थी.
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