लखनऊ: शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के सभी पॉलिटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए मई-जून में होने वाली काउंसलिंग की प्रक्रिया में छात्रों को एक बड़ी राहत देने जा रहा है. अभी तक प्राविधिक शिक्षा परिषद द्वारा डिप्लोमा डिग्री के लिए पॉलिटेक्निक में होने वाले प्रवेश प्रक्रिया की काउंसलिंग में अगर कोई छात्र किसी कारणवश काउंसलिंग में शामिल नहीं हो पता है, तो वह नयी काउंसलिंग में दोबारा शामिल हो सकेगा.
अब तक पहली काउंसलिंग मिस हो जाने के बाद छात्रों को दोबारा से काउंसलिंग की फीस देनी होती थी. ऐसे में काउंसलिंग के समय कई छात्र मन माफिक सीट या कॉलेज न मिलने पर पहली काउंसलिंग के बाद ही प्रक्रिया से बाहर हो जाते थे. इस कारण सीट भरने में दिक्कत आती थी. इस समस्या को दूर करने के लिए प्राविधिक शिक्षा परिषद ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है और जल्द ही इसे समिति के सामने रखे जाने की तैयारी है.
फ्रीज एंड फ्लोट का मिलेगा ऑप्शन : संयुक्त प्रवेश परीक्षा के सचिव संजीव सिंह ने बताया कि बीते कुछ सालों में छात्रों को हर चरण की काउंसलिंग में शामिल होने के लिए फीस जमा करनी होती थी. पॉलिटेक्निक में ज्यादातर गरीब घरों के बच्चे काउंसलिंग में आते हैं. ऐसे में अगर एक बार काउंसलिंग में उन्हें चॉइस के अनुसार सीट नहीं अलॉट होती है. तो वह या तो प्रवेश लेने को मजबूर होते थे या फिर वह काउंसलिंग को ही बीच में छोड़ देते थे.
उन्होंने कहा कि ज्यादातर बच्चे जिलों से दूर कॉलेज अलॉट होने के कारण एडमिशन लेने नहीं जाते थे. वह बाद में फीस वापसी के लिए चक्कर काटते है. छात्रों की विधि समस्याओं को देखते हुए अब एक बार काउंसलिंग की फीस देने पर छात्रों को सभी चरणों की काउंसलिंग में शामिल होने का मौका दिया जाएगा.
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सचिव संजीव सिंह ने बताया कि अगर छात्र पहले चरण की काउंसलिंग में शामिल होता है और उसने जो चॉइस भरी है, उसके अनुसार उसे सीट नहीं अलॉट होती है, तो छात्र उसे फ्रीज कर सकता है. उसे इसके स्थान पर फ्लोट का भी ऑप्शन दिया जाएगा. ताकि वह उस सीट को छोड़कर आगे बढ़ जाए और अगली काउंसलिंग में शामिल होने के लिए अपनी चॉइस दे सके. उसने जो पहले चरण में काउंसलिंग के लिए फीस जमा की है वह अगले चरण की काउंसलिंग के लिए फॉरवर्ड कर दिया जाएगा. सचिन ने बताया कि इस प्रक्रिया को काउंसलिंग में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. अगले महीने होने वाली बैठक में इसे मंजूर कर लिया जाएगा.
सरकारी कॉलेज में 3000 और प्राइवेट के लिए 15000 देने होते हैं : संजीव सिंह ने बताया कि पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रवेश के लिए काउंसलिंग में शामिल होने के लिए छात्रों को अलग-अलग फीस देनी होती है. काउंसलिंग में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को ढाई सौ रुपए देना होता है इसके अलावा अगर गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक की सीट चाहिए तो 3000 रुपये और प्राइवेट पॉलिटेक्निक की सीट के लिए 15000 रुपये अलग से देना होता है. इसे एडमिशन लेने पर छात्र के टोटल फीस से घटा दिया जाता है. उन्होंने बताया कि पॉलिटेक्निक में एडमिशन के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता हाई स्कूल पास होना है. प्रदेश कुल 2674 पॉलिटेक्निक संस्थाओं में 77 डिप्लोमा कोर्सेज का संचालन किया जाता है.
प्रदेश में मौजूद पॉलीटेक्निक संस्थानों की संख्या
- 147 राजकीय पॉलिटेक्निक
- 18 पीपीपी मोड में संचालित पॉलिटेक्निक
- 18 अनुदानित पॉलिटेक्निक
- 05 अन्य विभागों द्वारा संचालित राजकीय पॉलिटेक्निक
- 2486 निजी पॉलिटेक्निक
- बीते वर्ष 1 लाख 42 हजार छात्रों ने प्रवेश के लिए किया था आवेदन
- पॉलिटेक्निक में आवेदन की प्रक्रिया शुरू 15 जनवरी से 30 अप्रैल तक किए जा सकते हैं आवेदन
- मई के अंतिम सप्ताह में होगी प्रवेश परीक्षा
- जून के दूसरे सप्ताह से शुरू होगी पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए काउंसलिंग
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