मेरठः यूं तो तमाम पार्कों के बारे में आपने सुना और पढ़ा होगा, लेकिन आज हम जिस पार्क के बारे में बात करने जा रहे हैं, यह अलग तरह का है. इस पार्क में एक तरफ रेलवे स्टेशन है तो वहीं दूसरी तरफ मेट्रो स्टेशन और पास में ही एयरपोर्ट और साथ ही मल्टीप्लेक्स मॉल. इतना ही नहीं इस खास पार्क में तमाम तरह के चौक चौराहों से लेकर नेशनल हाइवे समेत लिंक रोड, शहर की सड़कें भी मौजूद हैं. इस खास पार्क की एक खासियत यह है कि यहां यातायात के नियम कायदे कानूनों को सीखने के लिए पाठशाला भी लगती है और वह भी बेहद खास और अनोखे अंदाज में. दरअसल, देवनागरी इंटर कॉलेज के प्रांगण में मिशिका सोसाइटी द्वारा आदर्श ट्रैफिक पार्क कई वर्ष पहले स्थापित किया गया था. इस पार्क का अपना अलग ही महत्व है. यहां यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाया जाता है. यहांर्फ स्कूली छात्रों को ही नहीं बल्कि सभी लोगों को ट्रैफिक नियम के पाठ पढ़ाए जाते हैं.
देश में अलग तरह का अनोखा पार्क : ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान चीफ ट्रैफिक इंस्ट्रक्टर सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि यह देश में अपने तरह का पहला पार्क है. इस पार्क में शहरवासियों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी आसान तरीके से दी जाती है. शहरवासियों को यातायात नियमों का पालन करने को प्रेरित करने के लिए रोड सेफ्टी क्लब की ओर से डीएन इंटर काॅलेज में आदर्श ट्रैफिक पार्क बनाया गया था. इस पार्क का उद्घाटन पूर्व में जिले के प्रभारी मंत्री रहे सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जून 2018 में किया था. आदर्श ट्रैफिक पार्क में पास में ही एक ऑडिटोरियम भी है, यहां स्कूली बच्चों व जनमानस को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं.
यातायात नियमों का पढ़ाया जा चुका है पाठ : सुनील कुमार ने बताया कि इस पार्क का मूल उद्देश्य यही है कि जो दुर्घटनाएं हो रही हैं, उनमें कमी आए. लोग नियम कायदे कानूनों का पालन करें. इस आदर्श ट्रैफिक पार्क में तरह-तरह की ट्रैफिक लाइट, ट्रैफिक सिग्नल और कहां हॉर्न बजने चाहिए और कहां नहीं बजना चाहिए. उन्हें प्रभावशाली और महत्वपूर्ण ढंग से समझाने का प्रयत्न किया गया है. इस पार्क में छात्र-छात्राओं के साथ ही बड़े वाहन चालकों को भी में प्रैक्टिकल जानकारी प्रदान की जाती है. जिससे ट्रैफिक नियमों को सुनने की बजाय देखकर उनका अनुपालन करने में मदद मिल सके.
लोगों को अच्छा भी लगता है : यातायात पुलिस के हेड कांस्टेबल नमित मलिक बताते हैं कि जब वह लोगों को यहां आने के लिए बताते हैं तो पहले तो कुछ लोग बे मन से आते हैं, लेकिन जब नियमों को समझते हैं तो सीख कर जाते हैं तो उन्हें अच्छा लगता है, वह आभार भी जताते हैं. यातायात पुलिस की कर्मी प्रार्थना को ट्रैफिक एंजल की भूमिका दी गई है, वह यहां लोगों को यातायात नियमों के कायदे कानून बताती हैं.
देश का पहला अनोखा पार्कः बता दें कि इस खास पार्क को अपने तरह का पहला पार्क माना जाता है. दावा किया जाता है कि प्रदेश का ही नहीं देश का भी यहां पहला ऐसा अनोखा पार्क है, जहां यातायात के तमाम नियमों को बेहद ही अनोखे अंदाज में समझाया जाता है. इसीलिए इसे आदर्श ट्रैफ़िक पार्क का नाम दिया गया है. फिलहाल यहां अब तक हजारों लोगों को लाकर यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाया जा चुका है.
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