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मेरठ: बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी नाखुश, कहा- पहले से ही झेल रहे मंदी की मार

उत्तर प्रदेश के मेरठ में बिजली मूल्य वृद्धि को लेकर किसानों, मजदूरों और व्यापारियों में जमकर रोष व्यापत है. लोगों का कहना है कि बिजली दरों में बढ़ोतरी से आम उपभोक्ता की जेब पर बोझ बढ़ेगा.

मेरठ में बढ़ी बिजली दरों को लेकर विरोध
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Published : Sep 10, 2019, 10:59 AM IST

मेरठ: बिजली के दरों में 12% बढ़ोतरी का प्रदेश में हर जगह विरोध हो रहा है. जनपद में भी व्यापारियों में बढ़ी दरों से काफी रोष है. व्यापारी, किसान और आमजन इसका विरोध कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि यूपी में पहले से ही दूसरे प्रदेशों से अधिक बिजली दरें थी और ऐसे में बिजली की दरों में बढ़ोतरी से उपभोक्ता की जेब पर बोझ बढ़ेगा.

बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी नाखुश.

बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी खुश नहीं-

  • प्रदेश सरकार ने बिजली की दरों में 12% की बढ़ोतरी की है.
  • जिसका हर जगह विरोध देखने को मिल रहा है.
  • जिले में व्यापारी भी सरकार के इस फैसले को लेकर नाखुश हैं.
  • व्यापारियों का कहना है कि बिजली की दरों में वृद्धि करके मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है.
  • व्यापारियों का कहना है कि अगर सरकार बढ़ी दरें वापस नहीं लेती तो हम आन्दोलन करेंगे.

इसे भी पढ़ें - बढ़ी बिजली दरों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, सड़कों पर उतरे किसान

सरकार को बिजली की दरें वापस लेनी चाहिए, यदि ऐसा नहीं होता तो बाजार पर इसका विपरीत असर होगा. इस निर्णय को सरकार को वापस लेना चाहिए. यदि दरें वापस नहीं हुई तो व्यापारियों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
-राम अवतार बंसल, व्यापारी नेता

व्यापारी इस समय बहुत ही मंदी से जूझ रहा है. उस पर यह बिजली दरों में वृद्धि से हमारे व्यवसाय की कमर टूट चुकी है.
-इसरार सिद्दीकी, व्यापारी नेता

मेरठ: बिजली के दरों में 12% बढ़ोतरी का प्रदेश में हर जगह विरोध हो रहा है. जनपद में भी व्यापारियों में बढ़ी दरों से काफी रोष है. व्यापारी, किसान और आमजन इसका विरोध कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि यूपी में पहले से ही दूसरे प्रदेशों से अधिक बिजली दरें थी और ऐसे में बिजली की दरों में बढ़ोतरी से उपभोक्ता की जेब पर बोझ बढ़ेगा.

बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी नाखुश.

बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी खुश नहीं-

  • प्रदेश सरकार ने बिजली की दरों में 12% की बढ़ोतरी की है.
  • जिसका हर जगह विरोध देखने को मिल रहा है.
  • जिले में व्यापारी भी सरकार के इस फैसले को लेकर नाखुश हैं.
  • व्यापारियों का कहना है कि बिजली की दरों में वृद्धि करके मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है.
  • व्यापारियों का कहना है कि अगर सरकार बढ़ी दरें वापस नहीं लेती तो हम आन्दोलन करेंगे.

इसे भी पढ़ें - बढ़ी बिजली दरों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, सड़कों पर उतरे किसान

सरकार को बिजली की दरें वापस लेनी चाहिए, यदि ऐसा नहीं होता तो बाजार पर इसका विपरीत असर होगा. इस निर्णय को सरकार को वापस लेना चाहिए. यदि दरें वापस नहीं हुई तो व्यापारियों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
-राम अवतार बंसल, व्यापारी नेता

व्यापारी इस समय बहुत ही मंदी से जूझ रहा है. उस पर यह बिजली दरों में वृद्धि से हमारे व्यवसाय की कमर टूट चुकी है.
-इसरार सिद्दीकी, व्यापारी नेता

Intro:मेरठ- बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी नहीं खुश, बोले पहले से ही मंदी की मार
मेरठ। बिजली की दरों में 12% बढ़ोतरी को लेकर उपभोक्ताओं में रोष है। किसानों, मजदूरों, व्यापारी आदि सभी वर्ग इस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि बिजली दरों में बढ़ोतरी से आम उपभोक्ता पर महंगाई की मार पड़ेगी। दरों में बढ़ोतरी से आम उपभोक्ता की जेब पर बोझ बढ़ेगा।




Body:बिजली की बढ़ी दरों को लेकर व्यापारियों का कहना है कि यूपी में पहले से ही दूसरे प्रदेशों से अधिक दरें बिजली की हैं। ऐसे में यहां बिजली की दरों में 10 से 15% तक की वृद्धि किए जाने से उपभोक्ता की जेब पर बोझ बढ़ेगा। सभी क्षेत्रों में बिजली की दरें बढ़ने से पहले ही महंगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं की जेब पर और अधिक बोझ बढ़ेगा। व्यापारियों का कहना है कि बिजली की दरों में वृद्धि करके मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि विद्युत दरें बढ़ाने का निर्णय आम नागरिक व्यापारियों का उत्पीड़न है। व्यापारी सुदेश पाल का कहना है कि सरकार को बिजली की दरें वापस लेनी चाहिए, यदि ऐसा नहीं होता तो बाजार पर इसका विपरीत असर होगा। व्यापारी दिनेश वर्मा का भी कहना है कि बिजली की दरों में बढ़ोतरी होने से सभी वर्गों पर बोझ बढ़ेगा। मंदी की मार झेल रहे लोगों की मुश्किल और बढ़ जाएगी।




Conclusion:व्यापारी नेता इसरार सिद्धकी और रामअवतार बंसल का भी मानना है की बिजली की दरों में बढ़ोतरी किए जाने का निर्णय सही नहीं है। इस निर्णय को वापस लेना चाहिए यदि दरें वापस नहीं हुई तो व्यापारियों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

बाइट- रामअवतार बंसल, व्यापारी नेता
बाइट- इसरार सिद्धकी व्यापारी नेता

अजय चौहान
9897799794
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