मेरठ: बिजली के दरों में 12% बढ़ोतरी का प्रदेश में हर जगह विरोध हो रहा है. जनपद में भी व्यापारियों में बढ़ी दरों से काफी रोष है. व्यापारी, किसान और आमजन इसका विरोध कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि यूपी में पहले से ही दूसरे प्रदेशों से अधिक बिजली दरें थी और ऐसे में बिजली की दरों में बढ़ोतरी से उपभोक्ता की जेब पर बोझ बढ़ेगा.
बिजली की बढ़ी दरों से व्यापारी खुश नहीं-
- प्रदेश सरकार ने बिजली की दरों में 12% की बढ़ोतरी की है.
- जिसका हर जगह विरोध देखने को मिल रहा है.
- जिले में व्यापारी भी सरकार के इस फैसले को लेकर नाखुश हैं.
- व्यापारियों का कहना है कि बिजली की दरों में वृद्धि करके मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है.
- व्यापारियों का कहना है कि अगर सरकार बढ़ी दरें वापस नहीं लेती तो हम आन्दोलन करेंगे.
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सरकार को बिजली की दरें वापस लेनी चाहिए, यदि ऐसा नहीं होता तो बाजार पर इसका विपरीत असर होगा. इस निर्णय को सरकार को वापस लेना चाहिए. यदि दरें वापस नहीं हुई तो व्यापारियों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
-राम अवतार बंसल, व्यापारी नेताव्यापारी इस समय बहुत ही मंदी से जूझ रहा है. उस पर यह बिजली दरों में वृद्धि से हमारे व्यवसाय की कमर टूट चुकी है.
-इसरार सिद्दीकी, व्यापारी नेता