मेरठ: जिले में जहरीली शराब का कहर थमने का नाम नही ले रहा है. चुनाव में वोट के लिए परोसी गई शराब का कहर तीसरे दिन भी जारी रहा. मंगलवार को जहरीली शराब पीने से 10वीं मौत हुई है. थाना इंचौली इलाके के गांव साधारणपुर में जहरीली शराब के सेवन से 9 परिवारों में कोहराम मचा हुआ है. पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. पंचायत चुनाव में प्रधान प्रत्याशी द्वारा बांटी गई शराब तेन दिनों के पिता-पुत्र समेत 10 ग्रामीणों की मौत हो गई. उधर पुलिस घटना को संदिग्ध मानकर पर्दा डालने में जुटी है. पुलिस प्रशासन जांच की बात तो कर रहा है, लेकिन कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने बोलने को तैयार नहीं है.
जानिए क्या है पुरा मामला
सोमवार को मेरठ जिले में पंचायत चुनाव के लिए मतदान चल रहा था. मतदान से पहले थाना इंचौली इलाके के गांव साधारणपुर में एक के बाद एक चिताएं जलाई जा रही थी. बताया जा रहा है कि चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा गांव में शराब बांटी गई थी, लेकिन शराब के शौकीन ग्रामीणों को क्या पता था कि वोट के लिए परोसी गई शराब मौत का प्याला बन जाएगी. रविवार की शाम को शराब पीने से दर्जनों ग्रामीणों की तबियत बिगड़ गई, जबकि चार ग्रामीणों की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई. जबकि बड़ी संख्या में ग्रामीणों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने पुलिस के पहुंचने से पहले ही दो शवों का अंतिम संस्कार कर दिया था जबकि दो शवों का अंतिम संस्कार करने की तैयारी के रही रही थी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनो शवो को कब्जे में ले लिया था.
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तीन दिन में 10 ग्रामीणों की मौत
गांवों में 4 चिताओं की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि अस्पतालों में भर्ती चल रहे 5 ओर लोगों ने मंगलवार की सुबह तक एक एक करके इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इससे पूरे गांव में मातम पसर गया. ग्रामीण बिना पोस्टमार्टम कराए शवों को गांव ले जाकर अंतिम संस्कार की तैयारी कर ही रहे थे कि इसी बीच 30 वर्षीय जोनी पुत्र हरपाल के रूप में 10वीं मौत हो गई. जबकि कई लोग ओर विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं. तीन दिनों में देखते ही देखते जहरीली शराब पिता पुत्र समेत 9 घरों के 10 लोगों को घटक गई. मंगलवार को गांव के ही मनवीर, रकम सिंह, ब्रजभूषण, बॉबी और सुमित की मौत होने की जानकारी मिली तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया.
शराब से नहीं बीमारी से हुई मौत
पुलिस का कहना है कि ग्रामीण बिजेंद्र की मौत हार्ट अटैक और दीपक की मौत सदमे की वजह से हुई है. परिजनों ने इस बारे में पुलिस को लिख कर दिया हुआ है. परिजनों ने मौत का कारण बुखार और अन्य बीमारी होना बताया है. उन्होंने शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. जबकि मृतक बिजेंद्र की पत्नी सोना का कहना है कि उसके पति और बेटा पिछले कई दिनों से प्रधान प्रत्याशियों द्वारा बांटी गई शराब पी रहे थे. दोनों की मौत शराब पीने से ही हुई है. हालांकि पुलिस गांव के कई प्रत्याशियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है.
मृतकों के नाम
1- नीरज पुत्र नत्थू सिंह
2- कपिल पुत्र विजयपाल
3- बिजेंद्र पुत्र स्व. रामजीलाल
4- दीपक पुत्र स्व. बिजेंद्र
5- मनवीर पुत्र स्व. राजपाल (अविवाहित)
6- रकम सिंह पुत्र इकराम
7- ब्रजभूषण पुत्र हरपाल
8- बॉबी पुत्र शेर सिंह
9- सुमित पुत्र भगवत
10- जोनी पुत्र हरपाल