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मेरठ में मिली 'उड़ता पंजाब' की जड़, करोड़ों की नशीली दवाइयों के साथ कारोबारी गिरफ्तार - मेरठ में ड्रग्स कारोबारी गिरफ्तार

पंजाब पुलिस ने स्थानीय ड्रग्स विभाग की मदद से मेरठ के थाना परतापुर इलाके में छापेमारी कर नशीली दवाइयों के काले कारोबार का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने दवा कारोबारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही करोड़ों रुपये की नशीली दवाएं बरामद की हैं.

मेरठ
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Published : Mar 19, 2021, 10:23 PM IST

मेरठ : इन दिनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नशीली एवं प्रतिबंधित दवाइयों का कारोबार बड़े स्तर पर किया जा रहा है. मेरठ से हरियाणा-पंजाब समेत कई राज्यों में प्रतिबंधित दवाइयों की तस्करी की जा रही है. गुरुवार को पंजाब पुलिस ने स्थानीय ड्रग्स विभाग की मदद से मेरठ के थाना परतापुर इलाके में छापेमारी कर नशीली दवाइयों के काले कारोबार का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने नामचीन कंपनी में छापेमारी कर भारी मात्रा में नशीली एवं प्रतिबंधित दवाइयां बरामद कर कंपनी मालिक और तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई से दवा कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है. पकड़ी गई दवाइयों की कीमत 11 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी जा रही है. बताया जा रहा है कि इन नशीली दवाइयों को पंजाब के कई जिलों में सप्लाई किया जा रहा था.

नशीली दवाइयों के साथ कारोबारी गिरफ्तार

ऑनलाइन चल रहा था कारोबार
आपको बता दें कि मेरठ के थाना परतापुर इलाके के मोहद्दीनपुर में फार्मास्युटिकल कंपनी है. जहां से पंजाब के लुधियाना समेत पूरे पंजाब में प्रतिबंधित और नशीली दवाइयों का कारोबार किया जा रहा था. प्रोटीन और नशीली दवाओं का यह कारोबार ऑनलाइन चल रहा था. मेरठ की मुख्य दवा मार्केट खैरनगर के दवा व्यापारियों को इन दवाइयों के लिए फोन पर ऑर्डर किया जाता था. इसके बाद पार्सल और कोरियर के माध्यम से दवाइयों के पैकेट भेजे जाते थे. पंजाब में दवाइयों के पैकेट पहुंचने के बाद भुगतान भी ऑनलाइन किया जाता था. प्रतिबंधित दवाओं के जरिये हुए ऑनलाइन लेनदेन में प्रयोग किए गए छह बैंक खाते लुधियाना पुलिस ने सीज करा दिए हैं.

11 करोड़ की दवाइयों के साथ 4 गिरफ्तार
पंजाब में बड़े स्तर पर प्रतिबंधित प्रोटीन और नशीली दवाइयों की बढ़ती तस्करी को देखते हुए पंजाब पुलिस ने पड़ताल की तो दवाइयों की कंपनी मेरठ में मिली. इसके बाद लुधियाना पुलिस ने मेरठ के परतापुर इलाके की पर्क फार्मास्युटिकल कंपनी में छापेमारी की. पुलिस ने मौके से न सिर्फ 11 करोड़ से ज्यादा की प्रतिबंधित दवाइयों का जखीरा बरामद किया है बल्कि मौके से कंपनी मालिक और मेडिकल स्टोर संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

पंजाब पुलिस ने की कार्रवाई
पंजाब पुलिस के ACP वरयाम सिंह ने बताया कि गए पकड़े गए आरोपी सादिक उर्फ बबलू निवासी भवानीनगर नौचंदी का खैरनगर में मेडिकल स्टोर है. जहां पंजाब के लिए फोन पर प्रतिबंधित दवाओं के ऑर्डर बुक किए जाते थे. वहीं मेडिकल स्टोर संचालक छुट्टन उर्फ सूर्य प्रकाश गोयल और कर्मचारी फरजान इन दवाइयों को उपलब्ध कराते थे. इसके बाद खैरनगर में फूड सप्लीमेंट का दुकानदार जान सैफी इनके पैकेट बनाकर कोरियर के जरिए पंजाब सप्लाई करता था. उन्होंने बताया कि एक पैकेट में 30 से 50 हजार नशीली गोलियां भरकर भेजी जाती थीं. जान शैफी के खाते में नशे के इस काले कारोबार से कमाए गए 93 लाख रुपये भी मिले हैं. इसके चलते पुलिस ने उसका खाता फ्रीज करा दिया है.

इसे भी पढ़ेंः फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर 16 वर्षों से फरार चल रहा हत्यारोपी पकड़ा

6 खाते किए सीज
लुधियाना पुलिस के मुताबिक अब तक करीब छह बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं. पर्क कंपनी मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके भी खाते खंगाले जा रहे हैं.

नकली प्रोटीन से बिगाड़ रहे थे युवाओं की सेहत
मेरठ ड्रग्स असिस्टेंट कमिश्नर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपी न सिर्फ युवाओं को नशे के दलदल में झोंक रहे थे बल्कि चंद सिक्कों के लिए नकली प्रोटीन बेचकर उनकी सेहत से भी खिलवाड़ कर रहे थे. मेरठ में नकली प्रोटीन बनाकर इसकी सप्लाई पंजाब में की जाती थी. उन्होंने बताया कि करीब दो साल पहले मेरठ के कुछ दवा व्यापारी पंजाब कारोबारियों के संपर्क में आए थे. तभी से आपस में नशीली प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई का धंधा चल रहा था.

मेरठ : इन दिनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नशीली एवं प्रतिबंधित दवाइयों का कारोबार बड़े स्तर पर किया जा रहा है. मेरठ से हरियाणा-पंजाब समेत कई राज्यों में प्रतिबंधित दवाइयों की तस्करी की जा रही है. गुरुवार को पंजाब पुलिस ने स्थानीय ड्रग्स विभाग की मदद से मेरठ के थाना परतापुर इलाके में छापेमारी कर नशीली दवाइयों के काले कारोबार का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने नामचीन कंपनी में छापेमारी कर भारी मात्रा में नशीली एवं प्रतिबंधित दवाइयां बरामद कर कंपनी मालिक और तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई से दवा कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है. पकड़ी गई दवाइयों की कीमत 11 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी जा रही है. बताया जा रहा है कि इन नशीली दवाइयों को पंजाब के कई जिलों में सप्लाई किया जा रहा था.

नशीली दवाइयों के साथ कारोबारी गिरफ्तार

ऑनलाइन चल रहा था कारोबार
आपको बता दें कि मेरठ के थाना परतापुर इलाके के मोहद्दीनपुर में फार्मास्युटिकल कंपनी है. जहां से पंजाब के लुधियाना समेत पूरे पंजाब में प्रतिबंधित और नशीली दवाइयों का कारोबार किया जा रहा था. प्रोटीन और नशीली दवाओं का यह कारोबार ऑनलाइन चल रहा था. मेरठ की मुख्य दवा मार्केट खैरनगर के दवा व्यापारियों को इन दवाइयों के लिए फोन पर ऑर्डर किया जाता था. इसके बाद पार्सल और कोरियर के माध्यम से दवाइयों के पैकेट भेजे जाते थे. पंजाब में दवाइयों के पैकेट पहुंचने के बाद भुगतान भी ऑनलाइन किया जाता था. प्रतिबंधित दवाओं के जरिये हुए ऑनलाइन लेनदेन में प्रयोग किए गए छह बैंक खाते लुधियाना पुलिस ने सीज करा दिए हैं.

11 करोड़ की दवाइयों के साथ 4 गिरफ्तार
पंजाब में बड़े स्तर पर प्रतिबंधित प्रोटीन और नशीली दवाइयों की बढ़ती तस्करी को देखते हुए पंजाब पुलिस ने पड़ताल की तो दवाइयों की कंपनी मेरठ में मिली. इसके बाद लुधियाना पुलिस ने मेरठ के परतापुर इलाके की पर्क फार्मास्युटिकल कंपनी में छापेमारी की. पुलिस ने मौके से न सिर्फ 11 करोड़ से ज्यादा की प्रतिबंधित दवाइयों का जखीरा बरामद किया है बल्कि मौके से कंपनी मालिक और मेडिकल स्टोर संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

पंजाब पुलिस ने की कार्रवाई
पंजाब पुलिस के ACP वरयाम सिंह ने बताया कि गए पकड़े गए आरोपी सादिक उर्फ बबलू निवासी भवानीनगर नौचंदी का खैरनगर में मेडिकल स्टोर है. जहां पंजाब के लिए फोन पर प्रतिबंधित दवाओं के ऑर्डर बुक किए जाते थे. वहीं मेडिकल स्टोर संचालक छुट्टन उर्फ सूर्य प्रकाश गोयल और कर्मचारी फरजान इन दवाइयों को उपलब्ध कराते थे. इसके बाद खैरनगर में फूड सप्लीमेंट का दुकानदार जान सैफी इनके पैकेट बनाकर कोरियर के जरिए पंजाब सप्लाई करता था. उन्होंने बताया कि एक पैकेट में 30 से 50 हजार नशीली गोलियां भरकर भेजी जाती थीं. जान शैफी के खाते में नशे के इस काले कारोबार से कमाए गए 93 लाख रुपये भी मिले हैं. इसके चलते पुलिस ने उसका खाता फ्रीज करा दिया है.

इसे भी पढ़ेंः फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर 16 वर्षों से फरार चल रहा हत्यारोपी पकड़ा

6 खाते किए सीज
लुधियाना पुलिस के मुताबिक अब तक करीब छह बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं. पर्क कंपनी मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके भी खाते खंगाले जा रहे हैं.

नकली प्रोटीन से बिगाड़ रहे थे युवाओं की सेहत
मेरठ ड्रग्स असिस्टेंट कमिश्नर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपी न सिर्फ युवाओं को नशे के दलदल में झोंक रहे थे बल्कि चंद सिक्कों के लिए नकली प्रोटीन बेचकर उनकी सेहत से भी खिलवाड़ कर रहे थे. मेरठ में नकली प्रोटीन बनाकर इसकी सप्लाई पंजाब में की जाती थी. उन्होंने बताया कि करीब दो साल पहले मेरठ के कुछ दवा व्यापारी पंजाब कारोबारियों के संपर्क में आए थे. तभी से आपस में नशीली प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई का धंधा चल रहा था.

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