मेरठः CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन ने जिले को हिंसा की आग में झोंक दिया. इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ा जो रोजगार की तलाश में यहां आए थे. प्रदर्शन के कारण वे सभी वाशिंदों ने अपने-अपने शहरों की तरफ रुख कर लिया है. शहर तो पटरी पर आ गया लेकिन जो कारखाने और दुकानें उन वाशिंदों की मदद से चल रही थी. उनके लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं.
कारखाने और दुकानों के लिए बढ़ी मुश्किलें
- CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन में उपद्रवियों ने मेरठ जिले को हिंसा की आग में झोंक दिया.
- इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ा जो मेरठ के वाशिंदे नहीं थे.
- रोजगार की तलाश में बाहर से आए लोगों ने अपने शहरों की तरफ रुख कर लिया.
- जो कारखाने और दुकानें ऐसे लोगों के भरोसे चल रही थी उनके लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं.
- शहरों और गांव की तरफ रुख करने वाले लोगों की काउंसलिंग करने में पुलिस प्रशासन लगा है.
- शांति बैठक करके प्रशासन ऐसे लोगों के बीच जा रहा जो मेरठ में रहने से डर महसूस कर रहे हैं.
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CAA के प्रदर्शन के बाद जिले का कारोबार वापस अपनी गति में आ गया है लेकिन जो लोग दूसरे इलाकों से आकर मजदूरी कर रहे थे. उन लोगों के वापस जाने की खबरें मिली है. ऐसे लोगों को समझाने का काम किया जा रहा है. विशेष बैठक आयोजित करके ऐसे लोगों की काउंसलिंग की जा रही है.
-अजय तिवारी, एडीएम सिटी