मेरठः देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन के संचालन को लेकर आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन में तेजी से निर्माण कार्य जारी है. शनिवार को NCRTC के प्रबंध निदेशक ने किए जा रहे कार्यों का अलग-अलग कार्यस्थलों पर पहुंचकर निरीक्षण किया. इस मौके पर उन्होंने तमाम संबंधित जिम्मेदारों को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा में किसी तरह से भी व्यवधान न हो ये प्राथमिकता रहे.
NCRTC के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह शनिवार को RRTS कॉरिडोर के लिए जारी कार्यों का जायजा लेने उतर पड़े. इस मौके पर उन्होंने करीब 17 किलो मीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन के 5 स्टेशनों पर वहां किये जा रहे कार्यों को परखा. निरीक्षण की शुरुआत उन्होंने साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से की. जहां से प्रायोरिटी सेक्शन प्रारम्भ होता है. उन्होंने बताया कि साहिबाबाद स्टेशन तेजी से तैयार हो रहा है. सिविल निर्माण लगभग समाप्त हो गया है और स्टेशन की छत और अन्य फिनिशिंग के कार्य पूरे किए जा रहे हैं.
वे अन्य अधिकारियों के साथ पहले से ही निर्मित RRTS वायाडक्ट के ऊपर से चलते हुए गाजियाबाद स्टेशन पहुंचे. यहां उन्होंने गाजियाबाद रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) का भी निरीक्षण किया. ये आरएसएस ही इस सेक्शन को बिजली की सप्लाई प्रदान करेगा. अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सम्पूर्ण प्रायोरिटी सेक्शन के वायाडक्ट का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है और सभी 5 स्टेशन भी तेजी से निर्मित किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं अभी ट्रैक बिछाने, ओएचई इंस्टॉल करने और सिग्नलिंग उपकरण लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है.
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उन्होंने गाजियाबाद स्टेशन के निर्माण का मुआयना भी किया. इस दौरान उन्होंने गुलधर की ओर निर्मित वायडक्ट के ऊपर चलते हुए सम्पूर्ण निर्माण कार्यो का जायजा लिया. उन्होंने गुलधर स्टेशन के निर्माण का भी निरीक्षण किया. बता दें, कि यहां कॉनकोर्स लेवल और प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है, अभी उसकी छत के साथ-साथ फर्श आदि बनाने का कार्य किया जा रहा है.
एमडी ने इस बात पर भी जोर दिया कि डिजाइन और सुविधाएं सभी बिंदुओं पर हमेशा यात्री केंद्रित होनी चाहिए. उन्होंने उनसे निर्माण कार्यों की जटिलताओं और चुनौतियों के विषय में भी जानकारी प्राप्त की. साथ ही इससे निपटने की दिशा में उनका मार्गदर्शन किया. उन्होंने दुहाई स्टेशन के निर्माण का भी ब्यौरा लिया, जहां वर्तमान में स्टेशन के प्लेटफॉर्म लेवल के निर्माण के साथ-साथ ट्रैक बिछाने का काम प्रगति पर है. जिसके जल्द ही पूरा होने की संभावना है. ट्रायल रन से पहले यहा ट्रेनों की विभिन्न तरह की टेस्टिंग की जाएगी और सभी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के बाद ही इसे ट्रायल के लिए ट्रैक पर उतारा जाएगा.
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प्रबंध निदेशक ने दुहाई डिपो के निर्माण कार्य तथा प्रशासनिक बिल्डिंग में बनाए जा रहे विभिन्न तरह के लैब और सिमुलेटर रूप सहित अन्य कमरों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने यहां इंजीनियरों से ट्रेन की टेस्टिंग के लिए की जा रही तैयारियों के विषय में भी जानकारी प्राप्त की. प्रबंध निदेशक ने निर्माण कार्यों का जायजा लेने के साथ-साथ कांवड़ यात्रा के लिए एनसीआरटीसी द्वारा किए जा रहे उपायों की भी समीक्षा की. उन्होंने ट्रैफिक मार्शलों की संख्या, ट्रैफिक डायवर्जन स्कीम, इंपैक्ट प्रोटेक्शन व्हीकल का प्रयोग, रोप लाइटिंग की उपलब्धता आदि का भी ब्यौरा लिया.
उन्होंने इतनी तेज धूप और गर्मी में काम कर रहे मजदूरों एवं इंजीनियरों का उत्साहवर्धन किया और उनके अथक परिश्रम एवं निष्ठापूर्ण प्रयासों के लिए उनकी प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को उचित कार्य वातावरण और अधिक से अधिक सुविधा प्रदान करने की हिदायत भी दी.
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