मेरठ : उत्तर प्रदेश का बजट सत्र 2021 शुरू हो चुका है. आगामी 22 फरवरी को योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना आम बजट पेश करेंगे. योगी सरकार के अंतिम बजट को लेकर 2021-22 को लेकर हर वर्ग की निगाहें टिकी हुई है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के पिटारे से किसको क्या मिलेगा, इसको लेकर सभी को उम्मीदें है. योगी सरकार के इस बजट को लेकर पश्चमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी उम्मीदें जताई हैं. किसानों ने जहां अपनी फसलों के वाजिब दाम की मांग कर रहे हैं वहीं खाद, बीज, पेस्टिसाइड्स, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर नाराजगी जताई है.
ईटीवी भारत ने पश्चमी उत्तर प्रदेश के किसानों के बीच पहुंच कर उनके मन को टटोलने की कोशिश की है. ETV भारत से बातचीत में किसानों ने जहां योगी सरकार के आने वाले बजट से कृषि की बहतरी की उम्मीद जताई है, वहीं कुछ मुद्दों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया भी दी है. किसानों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 14 दिन में गन्ने का भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन किसानों को 14 दिन में तो दूर पिछले सत्र का भी भुगतान नहीं हो पाया है. खास बात ये भी है कि चीनी मिलें समय पर भी नहीं चलाई जाती. जिससे किसानों को गन्ने को काट कर ओने पौने दाम में कोल्हुओं में बेचना पड़ता है. प्रदेश के किसानों को योगी सरकार से बहुत सारी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार उनकी उमीदों पर खरी नहीं उतरी.
यूपी बजट 2021ः बढ़ती महंगाई से खेती करना हुआ मुश्किल, सुनिए, किसानों का दर्द
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने इस कार्यकाल का पांचवां और अंतिम बजट पेश करने जा रही है. ऐसे में किसानों को सरकार के इस बजट से खासी उम्मीद है. ईटीवी भारत ने पश्चमी उत्तर प्रदेश के किसानों के बीच पहुंच कर उनके मन को टटोलने की कोशिश की है. ETV भारत से बातचीत में किसानों ने जहां योगी सरकार के आने वाले बजट से कृषि की बेहतरी की उम्मीद जताई है, वहीं कुछ मुद्दों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
मेरठ : उत्तर प्रदेश का बजट सत्र 2021 शुरू हो चुका है. आगामी 22 फरवरी को योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना आम बजट पेश करेंगे. योगी सरकार के अंतिम बजट को लेकर 2021-22 को लेकर हर वर्ग की निगाहें टिकी हुई है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के पिटारे से किसको क्या मिलेगा, इसको लेकर सभी को उम्मीदें है. योगी सरकार के इस बजट को लेकर पश्चमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी उम्मीदें जताई हैं. किसानों ने जहां अपनी फसलों के वाजिब दाम की मांग कर रहे हैं वहीं खाद, बीज, पेस्टिसाइड्स, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर नाराजगी जताई है.
ईटीवी भारत ने पश्चमी उत्तर प्रदेश के किसानों के बीच पहुंच कर उनके मन को टटोलने की कोशिश की है. ETV भारत से बातचीत में किसानों ने जहां योगी सरकार के आने वाले बजट से कृषि की बहतरी की उम्मीद जताई है, वहीं कुछ मुद्दों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया भी दी है. किसानों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 14 दिन में गन्ने का भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन किसानों को 14 दिन में तो दूर पिछले सत्र का भी भुगतान नहीं हो पाया है. खास बात ये भी है कि चीनी मिलें समय पर भी नहीं चलाई जाती. जिससे किसानों को गन्ने को काट कर ओने पौने दाम में कोल्हुओं में बेचना पड़ता है. प्रदेश के किसानों को योगी सरकार से बहुत सारी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार उनकी उमीदों पर खरी नहीं उतरी.