मेरठ: 'बेखौफ जिओ-बाइज्जत जिओ' स्लोगन वाले विवादित पोस्टर के मामले ने तूल पकड़ लिया है. जिसके बाद मेरठ पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट के 5 पदाधिकारियों को हिरासत में लिया. दिल्ली से आए इन 5 मौलानाओं से इंटेलिजेंस ब्यूरो और मेरठ पुलिस की खुफिया विभाग ने पूछताछ की. इनके द्वारा लगाए गए पोस्टर पुलिस ने विवादित मानते हुए ये कार्रवाई की है.
पूछताछ के बाद मुचलके पर छोड़ा-
- दलअसल बीती 17 जुलाई को लिसाड़ीगेट क्षेत्र में पॉपुलर फ्रंट के नाम से 'बेखौफ जिओ-बाइज्जत जिओ' स्लोगन से पोस्टर लगाए गए थे.
- इन पोस्टरों पर बने चित्रों को पुलिस-प्रशासन ने विवादित और भड़काऊ करार दिया था.
- मामले पर कार्रवाई करते हुए पॉपुलर फ्रंट के 5 मौलानाओं को मेरठ पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
- इंटेलिजेंस ब्यूरो और मेरठ पुलिस की खुफिया विभाग ने पूछताछ की और पांचों मौलानाओं को मुचलके पर छोड़ दिया.
एसपी सिटी ने बताया पहले से था इनपुट-
- एसपी सिटी अखिलेश नारायण का कहना है कि माहौल खराब करने का इनपुट पुलिस को पहले ही था.
- इससे पहले भी मॉब लिंचिंग का विरोध करने पर मेरठ में तीन जगह बवाल हुआ था.
- जिसके बाद पॉपुलर फ्रंट देशभर में मुहिम चलाने का दावा कर रहा था.
- इस मुहिम के तहत इन लोगों ने मेरठ में भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
- अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार को मॉब लिंचिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया.
- पुलिस का कहना है कि पोस्टर लगाने के मामले में एक व्यक्ति को हमने जेल भेज दिया है.
पॉपुलर फ्रंट से जुड़े लोगों का कहना है कि देश में अपनी बात रखने की आजादी सबको है.इसका विरोध कर सरकार और पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है.