मेरठ: हस्तिनापुर के महाभारत काल को लेकर लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. मवाना में महाभारत कालीन सुरंग मिलने के बाद अब सुरंग में से कुषाण कालीन सिक्के मिले है. हस्तिनापुर के एक संत सुरंग देखने पहुंचे थे, जहां उन्हें कुषाण कालीन 5 सिक्के मिले हैं. जिन पर कुषाण कालीन कई आकृति भी बनी हुई है. फिलहाल पुरातत्व विभाग इन सिक्को की जांच पड़ताल में जुटा है.
दरअसल, कुछ दिन पहले मेरठ के मवाना में एक सुरंग मिली थी. दावा किया जा रहा था कि यह सुरंग महाभारत काल का गुप्त रास्ता है, जो हस्तिनापुर तक जाता है. इसके अलावा कई और सुरंग मिलने की भी बात कही जा रही थी. तब से यहां संतों और पुरातत्व के अधिकारियों का आना-जाना लगातार जारी है. इसी कड़ी में शनिवार को हस्तिनापुर के एक संत रणबीर उपाध्याय सुरंग देखने के लिए आए थे, जहां उन्हें कुछ सिक्के मिले. यह सिक्के किस धातु के हैं. इस पर जांच की जा रही है. इसके अलावा दावा किया जा रहा है कि इन पर जो आकृति बनी है, वह कुषाण काल से संबंधित है. वहीं, प्रशासन ने इन सिक्कों को अपने कब्जे में ले लिया है. साथ ही पुरातत्व विभाग में जांच के लिए भेजने की बात कही जा रही है.
बता दें कि, पुरातत्व विभाग की जांच में अगर यह तथ्य साबित हो गए तो सुरंग आर्कलॉजिकल डिपार्टमेंट के लिए एक बड़ी साइट साबित होगी. सुरंग और सुरंग में मिले सिक्के इलाके में कौतूहल का विषय बने हुए हैं. वहीं, थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि पक्का तालाब में पांच सिक्के मिले हैं. उन सिक्कों को कब्जे में ले लिया गया है. ये सिक्के किस धातु के हैं, ये जांच के बाद ही पता चल सकेगा. फिलहाल इलाके में फोर्स को तैनात कर दिया गया है. ताकि कोई ऐतिहासिक धरोहर से छेड़छाड़ न कर सके.